राज्य सरकार आंदोलनकारी के तस्वीर आरक्षण के सवाल पर राज्यपाल से हस्ताक्षर करने वाली नहीं है और आंदोलनकारी की मांगों को मानने वाली नहीं है तो मुख्यमंत्री समझा दें कि हम भी झुकने वाले नहीं धीरेंद्र प्रताप आज क्रांति कुकरेती मोहन सिंह रावत जगमोहन सिंह नेगी जितेंद्र चौहान के ताजा नेतृत्व में देहरादून सहित स्मारक पर कचहरी स्थित सत्याग्रह को संबोधित कर रहे थे इस सत्याग्रह में 10 फ़ीसदी आरक्षण को जल्दी अमली जामा पहनाने की सरकार से मांग की जा रही है सत्याग्रह में धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि हम पहाड़ी हैं टूट सकते हैंहिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर ,उत्तराखंडमगर चूक नहीं सकते उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी का धैर्य टूटने लगा है और यह गांधीवादी आंदोलनकारी का अंतिम सत्याग्रह होगा उन्होंने कहा कि इसके बाद अगर कहीं कोई घटना घटती है तो उसकी जिम्मेदारी धामी की निकली सरकार की होगी धीरेंद्र प्रताप हल्द्वानी में कल होने वाले राज्य अधिकारी सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाते हुए यहां रुके थे इस मौके पर आंदोलनकारी के नेता क्रांति कुकरेती ने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर अधिक है सरकार को इसमें झुकना ही होगा और सरकार आंदोलनकारी की बदौलत है ना कि सरकार की बदौलत आंदोलनकारी इस सत्याग्रह को उनके अलावा आंदोलनकारी परिषद के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र चौहान प्रसिद्ध आंदोलनकारी मोहन सिंह रावत सुनीता ठाकुर उर्मिला शर्मा समय अनेक आंदोलनकारी ने संबोधित किया इस मौके पर 1978 में जेल जाने वाले शीर्ष राज्य जानकारी और कश्मीर शांति मिशन के प्रमुख ओमप्रकाश डंगवाल भी वहां पर मौजूद थे उन्होंने तमाम राज्य आंदोलनकारी को आशीर्वाद देते हुए राज्य सरकार से 1978 में राज्य आंदोलन करने वाले लोगों को जो जेल गए थे सरकार द्वारा सम्मानित करने की मांग उठाई उन्होंने कहा यह दुर्भाग्य का विषय है कि जो लोग सन 1978 में स्वर्गीय श्रीमती सुमन लता भदोला स्वर्गीय 53 सिंह नेगी आदि नेताओं के नेतृत्व में जेल गए थे सरकार ने उनका आज तक भी चीनी कारण करना वाजिब नहीं समझा धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि 30 जून के सत्याग्रह में जब मुख्यमंत्री से आंदोलनकारी की बात हुई थी तो मुख्यमंत्री ने सत्याग्रहियों को विश्वास दिलाया था किस 78 के आंदोलनकारी की भी धीरेंद्र प्रताप की मदद से जांच की जाएगी और उन सभी आंदोलनकारी को राज्य सरकार एक दिन मुख्यमंत्री आवास पर बुलाकर सम्मानित करेगी
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रुद्रपुर 16 मई 2024 सूचना। मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने गुरुवार को प्रातः 10.05 बजे विकास भवन स्थित कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी के कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी, रूद्रपुर के सम्बन्ध में पूछे जाने पर कार्यालय स्टाफ द्वारा अवगत कराया गया कि वे मा० सूचना आयोग, देहरादून गये हैं। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में कार्यरत् गीता कौर सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-1. लोकेश कुमार मानचित्रक, सन्तोष कुमार कमल वरिष्ठ सहायक अनुपस्थित पाये गये। अनुपस्थित कार्मिकों आज 16 मई का वेतन आहरण पर रोक लगायी गयी है तथा सम्बन्धितों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत करने हेतु मुख्य कृषि अधिकारी ऊधमसिंह नगर को निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान विभिन्न पटलों पर कार्यरत कर्मचारियों द्वारा संपादित किये जा रहे कार्यों से सम्बन्धित अभिलेखों का परीक्षण किया गया तथा परीक्षण के दौरान पायी गयी त्रुटियों को सुधारने हेतु सम्बन्धितों को मौके पर ही निर्देश दिये गये। मुख्य कृषि अधिकारी को यह भी निर्देश दिये गये कि कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी, रूद्रपुर के देहरादून जाने हेतु ली गयी अनुमति से सम्बन्धित पत्रावली पृथक से प्रस्तुत कराना सुनिश्चित करेंगे। कर्मचारियों को निर्देश दिये गये कि विभाग द्वारा संचालित एवं क्रियान्वित समस्त योजनाओं का पूर्ण पारदर्शिता एवं निष्पक्षता से समस्त वांछित औपचारिकताएँ पूर्ण कराने के उपरान्त ही पात्र कृषकों / लाभार्थियों का चयनित कर लाभान्वित करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय तथा किसी भी अपात्र व्यक्ति / कृषक को लाभान्वित न किया जाय, यदि किसी अपात्र व्यक्ति / कृषक को लाभान्वित किया जाना पाया जायेगा तो इस हेतु सम्बन्धित कर्मचारी को उत्तरदायी मानते हुए अवमुक्त की गयी धनराशि की वसूली सम्बन्धित कर्मचारी से कराने की कार्यवाही की जायेगी। यह भी निर्देश दिये गये कि सभी कर्मचारी प्रत्येक कार्य दिवस में निर्धारित समय पर कार्यालय में उपस्थित होकर अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करें तथा कार्यालय समयावधि के उपरान्त ही कार्यालय से प्रस्थान करना सुनिश्चित करें ।
- Avtar Singh Bisht
- May 16, 2024
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