अल्मोड़ा-रानीखेत के भतरौंजखान में एक व्यक्ति मंत्री बनाने के लिए दूसरे व्यक्ति पर 30 रुपये ठगने का आरोप लगा रहा है। इस ऑडियो को विधायक प्रमोद नैनवाल और उत्तराखंड राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष (दर्जाधारी) कैलाश पंत की अदावत से जोड़ा जा रहा है।

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हालंकि हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता।

ऑडियो के सार्वजनिक होने पर विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल ने इसमें अपनी आवाज होने से इन्कार कर दिया। दर्जाधारी कैलाश पंत ने दावा किया है कि ऑडियो में जो आवाज सुनाई दे रही है वह विधायक की ही है।

वायरल ऑडियो से मेरा कोई संबंध नहीं है। यह मेरी आवाज नहीं है। एक गिरोह मुझे बदनाम करने की साजिश कर रहा है। मैं इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करूंगा।
-डॉ. प्रमोद नैनवाल, विधायक, रानीखेत।

वायरल ऑडियो मे गुरुजी का मतलब व्यास गोदास महाराज से है जो कि गोरक्षा दल के प्रांतीय अध्यक्ष हैं। जिस व्यक्ति से विधायक की बात हो रही है वह उनका शिष्य है।
-कैलाश पंत, दर्जा मंत्री।

भतरौंजखान में दो गुटों के विवाद के बाद सुरक्षा बढ़ाई
बीते दिनों भतरौंजखान में दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई गई है। एसएपी के निर्देश पर पीएससी की एक अतिरिक्त प्लाटून ने यहां मोर्चा संभाला है।

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/
प्रिंट मीडिया :
शैल ग्लोबल टाइम्स/
संपादक: अवतार सिंह बिष्ट रूद्रपुर, उत्तराखंड

भतरौंजखान में सीम के प्रधान संदीप खुल्बे और विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल के भाई और भांजे के बीच विवाद हो गया था। दर्जा मंत्री कैलाश पंत के बीच में आने से मामले ने तूल पकड़ लिया है। बताया जा रहा है कि एक ही पार्टी के दोनों गुट आपस में विरोधी हैं। ऐसे में पुलिस ने यहां उपजे विवाद के बाद सुरक्षा बढ़ा दी है। एसएसपी देवेंद्र पींचा ने यहां पीएससी की एक प्लाटून भेजी है। क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएससी जवानों की मौजूदगी है। एसएसपी देवेंद्र पींचा ने कहा कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था को लेकर एहतियातन सुरक्षा बढ़ाई गई है।पी संवाद

इससे आने वाले दिनों में भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती है।

उत्तराखंड में भाजपा के अंदर ही अब घमासान शुरू हो गया है। पहले से ही विवादों को लेकर मुश्किल में खड़ी भाजपा के लिए निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में संकट खड़ा हो सकता है। नया विवाद अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के विधायक प्रमोद नैनवाल और उत्तराखंड राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष (दर्जाधारी) कैलाश पंत के बीच सामने आया है।

इतना ही नहीं भाजपा की अंदरूनी कलह और भीतरघात की बात खुलकर सामने आ गई है। अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के विधायक प्रमोद नैनवाल और उत्तराखंड राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष (दर्जाधारी) कैलाश पंत के बीच तलवारें खींच गई हैं। दोनों ने एक-दूसरे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए हाईकमान से कार्रवाई की मांग की है।

अल्मोड़ा संसदीय सीट पर भतरौंजखान में एक प्रधान और विधायक के भाई-भांजे के बीच हुए विवाद के बाद उत्तराखंड राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष (दर्जाधारी) कैलाश पंत और विधायक प्रमोद नैनवाल आमने-सामने हैं। मंगलवार को सीम के प्रधान संदीप खुल्बे ने विधायक के भाई सतीश नैनवाल और भांजे संदीप बधानी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए भजरौंजखान थाने में तहरीर दी थी।

इधर, सतीश नैनवाल ने और संदीप बधानी ने भी प्रधान पर गालीगलौज और मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। केस दर्ज नहीं होने पर अगले दिन प्रधान के पक्ष में दर्जा मंत्री कैलाश पंत अपने समर्थकों के साथ थाने मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे। इधर, दूसरे पक्ष के समर्थक भी थाने पहुंचे, जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

इसके बाद विधायक और दर्जाप्राप्त मंत्री में तलवारें खिच गई है। इससे पहले टिहरी में विधायक किशोर उपाध्याय और पूर्व मंत्री दिनेश धन्नै के बीच बयानबाजी भी हो चुकी है। जिसमें एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लग चुके हैं।


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