देहरादून के पलटन बाजार में उमेर ने सैंडल दिखाने के बहाने छात्रा के साथ छेड़छाड़ की जिसके बाद बवाल मच गया। पुलिस ने मंगलवार को बाजार में 92 विक्रेताओं (वेंडर्स) को बिजनेस परमिट ना होने के चलते हिरासत में ले लिया।

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  यह कदम छात्रा द्वारा एक दुकानदार के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाने के बाद उठाया गया है। क्षेत्र में फेरीवालों का सत्यापन अभियान तब शुरू हुआ जब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के उमेर नामक व्यक्ति को भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और 75 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर 8393021000

जूते की दुकान पर काम करने वाले उमेर के खिलाफ छात्रा की शिकायत के बाद गिरफ्तारी हुई। देहरादून पुलिस के अनुसार, बाहरी राज्यों से आए विक्रेताओं के लिए सत्यापन अभियान, जिला प्रशासन और बाजार क्षेत्र के स्थानीय लोगों के बीच हुई बैठक के बाद शुरू किया गया। बैठक में दिए गए सुझावों में महिलाओं के लिए अलग बूथ बनाना, महिला पुलिसकर्मियों की पेट्रोलिंग बढ़ाना और बाजार एरिया में ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाना शामिल था। देहरादून के सीनियर पुलिस सुपरिटेंडेंट अजय सिंह के अनुसार, बिना सत्यापन के बाजार में कारोबार करने वालों का चालान किया जाएगा।

यह अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है जब उत्तराखंड के कई इलाकों में तनाव पीक पर है। खास तौर पर रुद्रप्रयाग में ऐसे बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें गैर-हिंदुओं और रोहिंग्या मुसलमानों को इस क्षेत्र में कारोबार करते पाए जाने पर ‘गंभीर परिणाम’ भुगतने की धमकी दी गई है। यह घटना पड़ोसी चमोली जिले में अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित दुकानों में कथित तौर पर तोड़फोड़ के कुछ दिनों बाद हुई है, आरोप है कि एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की है।

बजरंग दल ने सोमवार को बाजार में विक्रेताओं से विरोध स्वरूप अपनी दुकानें बंद रखने को कहा। बजरंग दल के नेता विकास वर्मा के अनुसार, स्थानीय ट्रेड यूनियन के सदस्यों द्वारा छेड़छाड़ के आरोपी दुकानदार को पुलिस के हवाले करने के बाद, स्थानीय मुसलमानों, जिनमें देहरादून के शहर काजी मोहम्मद अहमद काजमी भी शामिल थे, ने गिरफ्तारी का विरोध किया। उन्होंने दावा किया, ‘उन्होंने दुकानें बंद करने का आह्वान किया, जिसके बाद मुसलमानों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। इसका विरोध करने के लिए कई अन्य संगठनों ने भी बाजार बंद का आह्वान किया।’

इस क्षेत्र में वेरिफिकेशन अभियान उस समय शुरू हुआ जब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के उमर नाम के शख्स पर केस दर्ज किया और अरेस्ट किया। आरोपी पर बीएनएस की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जूते की दुकान पर काम करने वाले उमर के खिलाफ महिला की शिकायत के बाद गिरफ्तारी हुई।

देहरादून पुलिस के मुताबिक, बाजार के क्षेत्र में जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच में मीटिंग के बाद राज्य के बाहर से आने वाले व्यापारियों के लिए वेरिफिकेशन अभियान शुरू किया गया। इस मीटिंग में तमाम तरह के सुझाव दिए गए थे। इसमें महिलाओं के लिए अलग बूथ बनाना, महिला पुलिसकर्मियों की गश्त बढ़ाना और बाजार वाले एरिया में ज्यादा से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाना भी शामिल है।

बिना वेरिफिकेशन के कारोबार करने वालों पर होगा ये एक्शन

देहरादून के एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, बिना वेरिफिकेशन के बाजार में कारोबार करने वालों का चालान किया जाएगा। इस तरह का अभियान उस टाइम में चलाया जा रहा है जब रुद्रप्रयाग में तनाव में बढ़ोतरी हुई है। यहां पर कुछ बोर्ड लगे हुए मिले थे। इसमें गैर हिंदुओं और रोहिंग्या मुसलमानों को धमकी दी गई थी। इसमें कहा गया था कि अगर वे इस क्षेत्र में कारोबार करते हुए मिलते हैं तो उन्हें इसका गंभीर अंजाम भुगतना होगा।

बजरंग दल हुआ एक्टिव

बजरंग दल ने सोमवार को बाजार में व्यापारियों से विरोध के तौर पर अपनी दुकानें बंद रखने को कहा। बजरंग दल के नेता विकास वर्मा के मुताबिक, स्थानीय ट्रेड यूनियन के सदस्यों द्वारा छेड़छाड़ के आरोपी कर्मचारी को पुलिस के हवाले करने के बाद स्थानीय मुसलमानों ने गिरफ्तारी का विरोध किया। इनमें देहरादून के शहर काजी मोहम्मद अहमद काजमी भी शामिल थे।

उन्होंने दावा किया कि उन्होंने दुकानें बंद करने का आह्वान किया। इसके बाद मुसलमानों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। इसका विरोध करने के लिए कई अन्य संगठनों ने भी बाजार बंद करने का आह्वान किया। हालांकि, मुस्लिम सेवा संगठन ने मीडिया प्रभारी वसीम अहमद ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनका विरोध इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने के खिलाफ है। उन्होंने इस आरोप से भी इनकार किया कि मौलवी ने संदिग्ध का बचाव किया।

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हमने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और शिकायत की कि अरेस्ट किए गए शख्स को पुलिस के हवाले करने से पहले उसके साथ बुरा बर्ताव किया गया। शहर काजी मोहम्मद अहमद काजमी ने जिला मजिस्ट्रेट से यह भी कहा कि यह घटना सांप्रदायिक रंग ना ले और सही तरीके से जांच की जाए और आरोपियों के खिलाफ एक्शन लिया जाए।


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