
यह संकेत उनकी साधना के शुभ या अशुभ फलों का आभास कराते हैं। हालांकि, सभी स्वप्न सत्य नहीं होते, लेकिन कई बार ये भविष्य में घटने वाली घटनाओं के संकेत भी देते हैं।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि ईश्वर अपने भक्तों को स्वप्न के माध्यम से निर्देशित करते रहे हैं। त्रेता युग में इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण मिलता है, जब राक्षसी त्रिजटा ने स्वप्न में लंका के नाश और रावण के पतन का दृश्य देखा था, जो बाद में सत्य सिद्ध हुआ। इसी प्रकार, वासुदेव जी को भी स्वप्न में भगवान विष्णु ने निर्देश दिया था कि वे श्रीकृष्ण को गोकुल पहुंचा दें। शास्त्रों में भी ऐसे कई प्रसंग मिलते हैं, जहां स्वप्न भविष्यवाणियों के प्रतीक बने।
नवरात्रि का समय देवी शक्ति की उपासना और आध्यात्मिक उन्नति का महत्वपूर्ण अवसर होता है। स्वप्न ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, देवी के दर्शन शुभ संकेत माने जाते हैं और यह दर्शाते हैं कि साधक पर देवी की विशेष कृपा है।
मां दुर्गा का दर्शन
स्वप्न में माँ दुर्गा का दर्शन होना यह दर्शाता है कि व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी बाधाएं समाप्त होंगी। यह शक्ति, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि का संकेत देता है।
मां लक्ष्मी का दर्शन
यदि नवरात्रि में किसी व्यक्ति को माँ लक्ष्मी के दर्शन होते हैं, तो इसका अर्थ है कि आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और धन-संपत्ति की प्राप्ति होगी। यह समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है।
मां सरस्वती का दर्शन
माँ सरस्वती का स्वप्न में आना विद्या, ज्ञान और सफलता का संकेत है। यह विद्यार्थियों और कला-संगीत से जुड़े लोगों के लिए विशेष शुभ होता है।
मां काली का दर्शन
यदि कोई माँ काली को स्वप्न में देखता है, तो यह बुरी शक्तियों के नाश और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति का संकेत होता है। यह शक्ति और पराक्रम को बढ़ाने वाला सपना होता है।
देवी से संबंधित अन्य स्वप्न और उनके अर्थ-
मां का मंदिर या मूर्ति देखना
स्वप्न में देवी का मंदिर या मूर्ति देखना यह दर्शाता है कि व्यक्ति का जीवन धर्म और आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर हो रहा है। यह शांति, संतोष और सुखद भविष्य का संकेत देता है।
देवी की आरती या भजन सुनना
यदि स्वप्न में माँ की आरती या भजन सुनाई दें, तो यह बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। इसका अर्थ है कि देवी प्रसन्न हैं और व्यक्ति को उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होगी।
मां को प्रसाद चढ़ाते या स्वीकार करते देखना
यदि स्वप्न में व्यक्ति माँ को प्रसाद चढ़ा रहा हो या मां स्वयं प्रसाद दे रही हों, तो यह सफलता और इच्छाओं की पूर्ति का संकेत है।
