अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों पर उद्योगपति गौतम अडानी ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। अडानी ने शनिवार को आरोपों को खारिज किया और कहा कि ‘हर हमला हमें मजबूत बनाता है।’

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जयपुर में 51वें जेम एंड ज्वैलरी अवॉर्ड्स में बोलते हुए अडानी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब समूह को ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जैसा कि आप में से कई लोगों ने दो सप्ताह से भी कम समय पहले पढ़ा होगा, हमें अडानी ग्रीन एनर्जी में अनुपालन प्रथाओं के बारे में अमेरिका से आरोपों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब हमें ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मैं आपको बता सकता हूं कि हर हमला हमें मजबूत बनाता है और हर बाधा एक कदम बन जाती है।

गौतम अडानी ने कहा कि बहुत सारी निहित रिपोर्टिंग के बावजूद अडानी पक्ष के किसी भी व्यक्ति पर एफसीपीए के उल्लंघन या न्याय में बाधा डालने की किसी भी साजिश का आरोप नहीं लगाया गया है।

अडानी ने विनियामक अनुपालन के लिए समूह की अटूट प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि नकारात्मकता तथ्यों की तुलना में तेज़ी से फैलती है, लेकिन जैसा कि हम कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से काम करते हैं, मैं विश्व स्तरीय विनियामक अनुपालन के लिए हमारी पूर्ण प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करना चाहता हूं। अडानी ने कहा कि ये बाधाएं अग्रणी होने की कीमत है।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट

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उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मैंने यह स्वीकार किया है कि हमारे सामने आने वाली बाधाएं अग्रणी होने की कीमत हैं। जितना अधिक आप अपने सपनों को आकार देंगे, उतनी ही अधिक दुनिया आपकी जांच करेगी। लेकिन यह ठीक उसी जांच में है कि आपको उठने, यथास्थिति को चुनौती देने और एक ऐसा रास्ता बनाने का साहस मिलना चाहिए जहां कोई भी मौजूद नहीं है।

हिंडनबर्ग के आरोप हमारी वित्तीय स्थिरता पर दोहरा प्रहार हैं: अडानी

हिंडनबर्ग के आरोपों के बारे में बात करते हुए अडानी ने इसे समूह की वित्तीय स्थिरता पर “दोहरी चोट” बताया। उन्होंने कहा कि तब भी समूह ने अपने सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखी और निवेशकों का पैसा वापस कर दिया।

गौतम अडानी ने कहा कि पिछले साल जनवरी में जब हम अपना अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम शुरू करने की तैयारी कर रहे थे, हमें विदेश से शुरू किए गए शॉर्ट-सेलिंग हमले का सामना करना पड़ा। यह कोई सामान्य वित्तीय हमला नहीं था। यह हमारी वित्तीय स्थिरता को निशाना बनाने और हमें राजनीतिक विवाद में खींचने वाला दोहरा हमला था, लेकिन ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, हमारे सिद्धांतों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता मजबूत रही। भारत के अब तक के सबसे बड़े एफपीओ से 20,000 करोड़ रुपये सफलतापूर्वक जुटाने के बाद हमने आय वापस करने का असाधारण निर्णय लिया।

बता दें, अडानी की टिप्पणी अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग के मद्देनजर आई है। जिसमें आरोप लगाया गया था कि सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत दी गई थी। ये अनुबंध, जो कथित तौर पर अडानी ग्रीन एनर्जी के लिए 20 वर्षों में 2 बिलियन डॉलर का लाभ दे सकते थे। यह पूरा मामला जांच के दायरे में हैं। हालांकि, अभियोग में रिश्वतखोरी या विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (FCPA) के उल्लंघन के संबंध में गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और विनीत जैन का उल्लेख नहीं है।

आरोपों के जवाब में अडानी समूह ने आरोपों को निराधार बताते हुए किसी भी गलत काम से साफ इनकार किया था। अडानी ग्रीन एनर्जी के एक बयान ने इस स्थिति की पुष्टि करते हुए कहा कि न तो गौतम अडानी और न ही समूह के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर FCPA उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।


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