संपादकीय:उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2027 में किसकी सरकार बनेगी, यह भविष्यवाणी करना वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए चुनौतीपूर्ण है। हालांकि, राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज़ कर दी हैं।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
भाजपा (BJP): भाजपा ने संगठनात्मक स्तर पर बदलाव शुरू कर दिए हैं। हाल ही में कई जिलों के नए अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है, जिससे पार्टी की चुनावी तैयारियों को गति मिल रही है।
समाजवादी पार्टी (SP): समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग को जोड़ने की रणनीति पर काम करना शुरू किया है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले पर जोर दिया है, जिससे उनकी चुनावी रणनीति स्पष्ट होती है।
कांग्रेस (Congress): कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी के लिए संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। प्रदेश महासचिव अनिल यादव ने कई जिलों का दौरा कर कार्यकर्ताओं से संवाद किया और वोटबैंक का आकलन किया है। पार्टी ने प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों को तीन श्रेणियों में बांटकर रणनीति बनाई है।
इन तैयारियों के बीच, उत्तराखंड में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भी सक्रियता बढ़ा दी है। संगठन चुनाव के बाद भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज़ कर दी है, जिससे 2027 में प्रचंड जीत का दावा किया जा रहा है।
इस प्रकार, सभी प्रमुख राजनीतिक दल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीतियों पर काम कर रहे हैं। हालांकि, अंतिम परिणाम जनता के मतों पर निर्भर करेंगे, जो चुनाव के समय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक माहौल से प्रभावित होंगे।

