बताया गया है कि की रात नौ बजे के करीब अचानक गौरीकुंड के पास मंदाकिनी नदी का जलस्तर भारी बारिश के बाद अचानक बढ़ गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई है।

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उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश कहर बरपा रही है। केदारनाथ क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली है। मंदाकिनी नदी का जलस्तर अचानक बढ गया है। गौरीकुंड में अपना तफरी का माहौल है। हालांकि, पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर ,उत्तराखंड

बताया गया है कि की रात नौ बजे के करीब अचानक गौरीकुंड के पास मंदाकिनी नदी का जलस्तर भारी बारिश के बाद अचानक बढ़ गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई है। इस सूचना के बाद मौके पर एसडीआरएफ को रवाना कर दिया गया है ।

केदारनाथ-यमुनोत्री चारधाम यात्रा रोकी

उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद पर्वतीय इलाकों में आफत बरस रही है। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि केदारनाथ और यमुनोत्री पैदल रूट पर भारी बारिश के बाद यात्रा रोक दी गई है। यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरा दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक जनीहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। उधर सूत्रों ने बताया कि सुरकंडा के पास भी बादल फटा है।

सीएम ने आपदा कंट्रोल रूम से ली अपडेट

उत्तराखंड में पिछले कई घंटे से हो रही तेज बारिश के बाद कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि की सूचना मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस बीच लगातार आपदा कंट्रोल रूम से भारी बारिश का अपडेट लेते रहे। मुख्यमंत्री धामी ने पूर्व में ही एनडीआरएफ असैा एसडीआरएफ को अलर्ट पर रखा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। वहीं संवेदनशील क्षेत्रों की जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मॉनीटरिंग कर रही हैं। वह भी जिलाधिकररियों से लगातार अपडेट ले रहे हैं।

वहीं बादल फटने व भूस्खलन होने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया, जिससे गौरीकुंड व सोनप्रयाग में अफरा तफरी का माहौल बन गया, सोनप्रयाग पार्किंग व गौरीकुंड में तप्त कुंड से सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। लोग इधर-उधर भागते दिखे।

तेज बारिश ने डराया

केदारघाटी में बुधवार को देर शाम बारिश शुरु हो गई थी, जो देर रात्रि तक चलती रही। वहीं रात्रि को लगभग नौ बजे से लेकर साढ़े नौ बजे के बीच तेज बारिश के चलते लिनचोली, जलंगलचट्टी, भीमबली के आस पास दो स्थानों पर बादल फटने की सूचना है, जिसमें इन स्थानों पर पहाड़ी से भारी भूस्खलन भी हुआ और मंदाकिनी नदी का जलस्‍तर बढ़ गया।

भूस्खलन होने से पैदल मार्ग पर छेनी व लिनचोली के पास दो पुलिया के बहने की सूचना है। जबकि पैदल मार्ग भी कई स्थानों पर भूस्खलन से भारी नुकसान पहुंचा है। यह भी बताया जा रहा है कि पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया है। इस बीच गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम में विद्युत व संचार सेवा भी पूरी तरह ध्वस्त हो गई।

संचार सेवा न होने से गौरीकुंड व केदारनाथ धाम में देर रात तक कोई संपर्क नहीं हो रहा है। जिससे स्पष्ट जानकारी भी नहीं मिल पाई है।

यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

वहीं मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुंड व सोनप्रयाग में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। गौरीकुंड, तप्तकुंड व मंदाकिनी नदी किनारे से भी यात्रियों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। वहीं सोनप्रयाग में भी मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से पार्किग से सभी वाहनों को हटाया गया। हालांकि एक घंटे बाद नदी का जलस्तर में कमी आने से सभी ने राहत की सांस ली।

वहीं इस घटना में किसी तरह की जनहानि की कोई सूचना नहीं है। यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका दिया गया है। पुलिस और प्रशासन ने भीमबली में दौ सौ से अधिक यात्रियों को रोका गया है।

केदारनाथ पैदल मार्ग में भारी बारिश हो रही है। भीमबली-जंगलचट्टी, लिनचोली के बीच भूस्खलन की सूचना मिली है। किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। पैदल मार्ग को भूस्खलन से नुकसान की जानकारी मिली है। मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुंड व सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी किनारे से सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

– विशाखा अशोक भदाणे, पुलिस अधीक्षक


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