पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तकिया बरामद कर लिया है। गुरुवार को रुद्रपुर में एसपी क्राइम निहारिका तोमर ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बीते सोमवार को मल्ली देवरिया बीस नंबर कालोनी वार्ड एक निवासी 30 वर्षीय हरीश पुत्र बनवारी लाल का शव उसके घर से कुछ दूर गेहूं के खेत में पड़ा मिला था। हरीश 15 मार्च की रात नौ बजे से लापता था। बुधवार को हरीश के भाई शंकर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसका भाई सिरौली कलां पुलभट्टा निवासी रईस अहमद ठेकेदार उर्फ बाबू के पास मजदूरी करता था। आरोप लगाया कि रईस अहमद और हरीश की पत्नी पारुल के बीच अवैध संबंध थे। हरीश इस बात का विरोध करता था, इसलिए उन दोनों में अक्सर झगड़ा होता था। इसी अवैध संबंध को लेकर पारुल हरीश से तलाक लेना चाहती थी। लेकिन हरीश अपने बेटे करन के कारण पारुल को तलाक देना नहीं चाहता था। शंकर ने बताया कि 15 मार्च की रात 11 बजे उसने रईस अहमद को हरीश के घर के पास मोड़ पर मोटरसाइकिल खड़ी कर उसके घर जाते देखा था। रईस के घर के अंदर जाने के बाद लाइट बंद हो गई थी। आरोप लगाया कि पारुल ने रईस अहमद के साथ मिलकर उसके भाई हरीश की हत्या की है। शंकर की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। बीते बुधवार को पुलिस ने घर पर दबिश देकर पारुल और मो. रईस उर्फ बाबू पुत्र अहमद हुसैन निवासी इंद्रा नगर वार्ड 20 सिरौलीकलां को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं। हरीश विरोध करते हुए पारुल के साथ मारपीट करता था। इस कारण पारुल ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हरीश को मारने की योजना बना डाली। 15 मार्च की रात रईस अहमद उसके घर आया। रईस और पारुल ने सो रहे हरीश के मुंह पर तकिया रखकर उसका दम घोंट दिया। हरीश के मरने के बाद रईस उसे अपनी पीठ पर लादकर घर से 50- 60 मीटर दूर गेहूं के खेत में उसे फेंक आया। पुलिस ने पारुल के घर से हत्या में प्रयुक्त तकिया बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया है।


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में आईपीएस प्रशिक्षु कोतवाली प्रभारी निशा यादव, निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार, उप निरीक्षक. सुरेन्द्र रिंगवाल, हेमचंद तिवारी, राजेन्द्र पंत, अतिरिक्त उप निरीक्षक जगदीश सिंह, कांस्टेबल किशोर कुमार, मनोज कुमार, नवीन भट्ट, रेखा आर्या, वीरेन्द्र रावत रहे।

