अमेरिका के पेनसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में गोलीबारी की गई है और उनकी हत्या की कोशिश की गई है, जिसके बाद रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घायल हो गए और उनका कान खून से लथपथ हो गया। उन्हें तुरंत सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने खींचकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। ट्रंप को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है, डोनाल्ड ट्रंप पर ये हमला एक स्नाइपर ने किया था, जिसे मार गिराया गया है।अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमले से पहले कई राष्ट्रपतियों की हत्या की जा चुकी है। ट्रंप को भी हमलावर मौत के घाट उतारना चाहते थे। मगर वह किस्मत वाले रहे कि बाल-बाल बच गए और गोली उनके कान को बिलकुल छूते हुए निकल गई।

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ट्रंप की पेन्सिलवेनिया रैली में हुई इस घटना ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है। अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को यह जानलेवा हमला किया गया। मगर यह जानकर आपके होश उड़ जाएंगे कि ट्रंप पर हमले से पहले भी इस देश में कई राष्ट्रपतियों और पूर्व राष्ट्रपतियों की हत्या की जा चुकी है। खास बात यह है कि सभी की गोली मारकर ही हत्या की गई।

हिंदुस्तान Global Times/। प्रिंट मीडिया: शैल Global Times /Avtar Singh Bisht ,रुद्रपुर, उत्तराखंड

इतना ही नहीं प्रमुख दलों के कुछ राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की हत्या भी हो चुकी है। जबकि कई जानलेवा हमले में बाल-बाल बच चुके हैं। अमेरिका के इतिहास में ऐसी एक नहीं, बल्कि कई घटनाएं हुई हैं। विभिन्न हमलों में अब तक अमेरिका के 4 राष्ट्रपति मारे जा चुके हैं। जबकि कई उम्मीदवारों को भी जान गवांनी पड़ी है। वर्ष 1776 से देश के राजनीतिक इतिहास में हत्या और हत्या के प्रयासों की कुछ ऐसी ही घटनाएं इस प्रकार हैं —-

अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति की हो चुकी है हत्या

अमेरिका के पहले 16वें राष्ट्रपति रहे अब्राहम लिंकन की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 14 अप्रैल 1865 को जॉन वाइक्स बूथ नामक शख्स ने लिंकन की गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के दौरान वह अपनी पत्नी मेरी टॉड लिंकन के साथ वाशिंगटन के फोर्ड थियेटर में ‘अवर अमेरिकन कजिन’ नाटक देख रहे थे। बाद में हमलावर बूथ को 26 अप्रैल 1865 को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वह वर्जीनिया के बाउलिंग ग्रीन के समीप एक खेत में छिपा मिला था।

एम्स गारफील्ड की भी हत्या

अमेरिका के 20वें राष्ट्रपति एम्स गारफील्ड देश के ऐसे दूसरे राष्ट्रपति थे, जिनकी कार्यभार संभालने के छह महीने बाद ही हत्या कर दी गयी थी। वह दो जुलाई 1881 को वाशिंगटन में एक ट्रेन स्टेशन की ओर जा रहे थे तभी चार्ल्स गितेऊ ने उन्हें गोली मार दी थी। गितेऊ को जून 1882 में दोषी ठहराया गया और मृत्युदंड दिया गया।

25वें राष्ट्रपति की भी हत्या

अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैकिनले थे। मैकिनले को छह सितंबर 1901 में न्यूयॉर्क के बफेलो में तब गोली मारी गई थी, जब वह भाषण देने के बाद लोगों से हाथ मिला रहे थे। एक व्यक्ति ने नजदीक से उनकी छाती में दो गोली मारी। मैकिनले की 14 सितंबर 1901 को इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। उनके बाद उपराष्ट्रपति थियोडर रूजवेल्ट देश के राष्ट्रपति बने थे। डेट्रॉइट के 28 वर्षीय लियोन एफ ने गोली चलाने का अपराध स्वीकार किया गया था। उसे 29 अक्टूबर 1901 को करंट देकर मृत्युदंड दिया गया था।

32वें और 33वें राष्ट्रपति पर भी हुआ था जानलेवा हमला

इसी तरह अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति फ्रेंकलिन डी.रूजवेल्ट मियामी में एक खुली कार से भाषण खत्म ही किया था कि तभी गोलियां चलने की आवाज सुनायी दी। फरवरी 1933 में हुई इस घटना में रूजवेल्ट घायल नहीं हुए, लेकिन इसमें शिकागो के मेयर एंटन कर्माक की जान चली गयी। इस हमले के दोषी गिसिप्पे जंगारा को मौत की सजा दी गयी। इसके बाद अमेरिका के 33वें राष्ट्रपति हैरी एस.ट्रुमैन पर नवंबर 1950 में वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में हमला हो गया। दो बंदूकधारी उसमें घुस गए थे। बंदूकधारियों के साथ गोलीबारी में ट्रुमैन तो बच गए थे, लेकिन व्हाइट हाउस का एक पुलिसकर्मी और एक हमलावर मारा गया था। व्हाइट हाउस के दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस हमले में ऑस्कर कैलाजो को गिरफ्तार किया गया था और उसे मौत दी गयी थी। 1952 में ट्रुमैन ने उसकी मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया था। राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर ने 1979 में उसे जेल से रिहा कर दिया था।

35वें राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी की भी गोली मारकर हत्या

अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति रहे जॉन एफ केनेडी की भी हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। केनेडी नवंबर 1963 में जब प्रथम महिला जैकलीन केनेडी के साथ डलास गए थे तो एक बंदूकधारी ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया था। केनेडी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गयी थी। पुलिस ने कुछ घंटों बाद ली हार्वे ओस्वाल्ड को गिरफ्तार कर लिया था और दो दिन बाद ओस्वाल्ड की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जब उसे पुलिस मुख्यालय से जेल ले जाया जा रहा था।

38 वें 40वें और 43 वें राष्ट्रपति को भी मारी गई गोली

अमेरिकी राष्ट्रपतियों पर हमले का यह सिलसिला लगातार चलता रहा। 38वें राष्ट्रपति गेराल्ड फोर्ड फोर्ड पर 1975 में कुछ ही हफ्तों के भीतर दो जानलेवा हमले किए गए थे। मगर सौभाग्यशाली रहे कि वह दोनों घटना में बच गए थे। उनके बाद अमेरिका के 40वें राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को मार्च 1981 में वाशिंगटन में गोली मार दी गई थी। उन पर हमला उस वक्त हुआ, जब वह भाषण देकर निकल रहे थे। तभी भीड़ में शामिल जॉन हिंकले जूनियर ने उन्हें गोली मार दी। वह उपचार के बाद स्वस्थ हो गए थे। अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश : बुश 2005 में जॉर्जिया के राष्ट्रपति मिखाइल साकाश्विली के साथ एक रैली में भाग ले रहे थे तभी उनकी ओर एक हथगोला फेंका गया। हथगोला फटा नहीं था और कोई भी हताहत नहीं हुआ था।

राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी की 1968 में हुई थी गोली मारकर हत्या

राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी थियोडोर रूजवेल्ट जो कि पूर्व राष्ट्रपति भी रह चुके थे। रूजवेल्ट को 1912 में मिलवाकी में प्रचार के दौरान गोली मारी गयी थी। उन्हें इस हमले में कोई गंभीर चोट नहीं आयी थी। मगर इसके बाद रॉबर्ट एफ.केनेडी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बनने की दौड़ में शामिल थे तभी 1968 में लॉस एंजिलिस में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इसी तरह राष्ट्रपति पद के एक अन्य प्रत्याशी जॉर्ज सी.वालेस डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल थे। वर्ष 972 में मैरीलैंड में एक प्रचार अभियान के दौरान उन्हें गोली मारी गयी थी। इस घटना के कारण उन्हें कमर के निचले हिस्से में लकवा मार गया था। (एपी)

२;जांच टीम ने आरोपी के घर और गाड़ी से बम बनाने का सामान जब्त किया है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

जांच में पता चला है कि संदिग्ध हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने जिस राइफल से ट्रंप पर गोलियां चलाईं, उसे हमलावर के पिता ने छह महीने पहले ही खरीदा था। फिलहाल एफबीआई हमले की वजह का पता लगाने में जुटी है। जांच अधिकारी संदिग्ध हमलावर के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने में लगे हैं। जांच में ये भी पता चला है कि हमलावर रिपब्लिकन पार्टी का पंजीकृत मतदाता था। घटना के समय हमलावर के पास कोई पहचान पत्र नहीं था और डीएनए टेस्ट के बाद हमलावर की पहचान हुई।

बता दें कि रविवार को पेन्सिल्वेनिया में एक रैली को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ। एक संदिग्ध हमलावर ने रैली स्थल के नजदीक एक छत से गोली चलाई जो ट्रंप के कान को छूती हुई चली गई। हमले में रैली में मौजूद एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हुए हैं। हमले में ट्रंप मामूली रूप से घायल हुए और वह पूरी तरह से ठीक हैं। वहीं सीक्रेट एजेंट्स की जवाबी कार्रवाई में हमलावर मौके पर ही मारा गया।


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