उनमें से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
डोईवाला देहरादून के कुड़कावाला गांव के रामशंकर (48 वर्ष) पुत्र रमेशचंद प्रॉपर्टी डीलर थे। उन्होंने खानपुर में ऑफिस बना रखा था। 8 दिसंबर की सुबह वह घर से ऑफिस आए थे। इसके बाद से वे लापता हो गए थे।
9 दिसंबर को उनके पिता ने खानपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस इसकी छानबीन कर रही थी। शुक्रवार को इसका खुलासा हो गया। पुलिस कप्तान परमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि खानपुर के चंद्रपुरी गांव निवासी युवकों से रामशंकर की जान पहचान थी।
8 दिसंबर को वे सस्ती जमीन दिखाने के बहाने रामशंकर को खेतों में ले गए और बंधक बना लिया। उनको उम्मीद थी कि उसके पास काफी पैसा होगा। लेकिन तलाशी में सिर्फ उसकी जेब से सिर्फ 400 रुपये मिले।
एसएसपी ने बताया कि इसके बाद तीनों ने फोन की बैंक एप्लीकेशन का पासवर्ड पूछा। रामशंकर ने बताने में आनाकानी की, तो तीनों ने उसकी जमकर पिटाई की। मजबूरी में उसने पासवर्ड बता दिया।
इसके बाद उन्होंने गला दबाकर रामशंकर की हत्या कर दी और शव वहीं खेतों में जमीन के नीचे दबा दिया। अगले दिन उन्होंने रामशंकर के फोन से 30 हजार निकाले। इसके बाद उन्होंने मंडावर और मीरापुर में फोन से पैसे निकालने की कोशिश की मगर कामयाब नहीं हुए। फिर रामशंकर का फोन भी उन्होंने जमीन में दबा दिया।
पुलिस ने आरोपी अक्षय पुत्र प्रेम सिहं व रोबिन पुत्र कमल सिंह निवासी चंदपुरी खादर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इसी गांव का तीसरा आरोपी अंकित पुत्र अमरपाल फरार है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने जमीन में दबा रामशंकर का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
खुलासा करने वाली टीम में ये रहे शामिल
खुलासा करने वाली पुलिस टीम में एसओ खानपुर रविंद्र शाह, एसआई बबलू चौहान, भजराम चौहान, उपेन्द्र सिंह, समीप पांडेय, उमेश कुमार लोधी, सिपाही सुनील कुमार, अरविंद रावत, सीआइयू रुड़की प्रभारी एसआई संजय पूनिया शामिल थे
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प्रिंट मीडिया,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर