शराब तस्करी के मामले को लेकर एसएसपी अजय सिंह ने समीक्षा की। उन्होंने मामले में कार्रवाई न करने पर एसओजी(स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) देहात को किया भंग कर दिया है। अब पूरे जिले में एक ही एसओजी काम करेगी।
ऋषिकेश में अवैध शराब का धंधा करने वाले लोगों द्वारा पत्रकार योगेश डिमरी के साथ मारपीट के मामले में अब एसएसपी अजय सिंह ने संज्ञान लिया है।
ऋषिकेश में शराब तस्करी के मामले में कार्रवाई न करने पर एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) देहात को भंग कर दिया है। अब पूरे जिले में एक ही एसओजी काम करेगी। साथ ही कोतवाली ऋषिकेश के दो दर्जन पुलिसकर्मियों का भी दूसरी जगह ट्रांसफर होगा।
दरअसल, पत्रकार योगेश डिमरी लगातार
नशे के खिलाफ़ आवाज उठा रहे थे, ऐसे
में शराब तस्कर सुनील गंजे ने उनके
खिलाफ़ मारपीट कर दी, जिससे पत्रकार
योगेश डिमरी गंभीर घायल हो गए। ओर
उन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती करना पड़ा।
मामले को तूल पकड़ता देख अब एसएसपी अजय सिंह ने ऋषिकेश पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की। इस दौरान पता चला कि पुलिस ने इस साल अब तक 113 तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन एसओजी ने अवैध शराब पर कोई कार्रवाई नहीं की। लिहाजा एसओजी देहात को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही सूचना मिली हैं कि अब थाने में तैनात दो दर्जन पुलिसकर्मियों को भी हटाया जा रहा है।
कुछ प्रदर्शन कार्यो ने शराब तस्कर आरोपी सुनील गंजे की संपत्ति को भी ध्वस्त करने की मांग की है इस मामले में आगे क्या कार्यवाही होती है ये देखने वाली बात रहेगी! गुस्साए स्थानीय लोगों और पत्रकारों द्वारा ऋषिकेश में प्रदर्शन के बाद पुलिस हरकत में आई ओर आरोपी सुनील गंजे को गिरफ्तार किया।
इस पूरे प्रकरण में पुलिस और एसओजी के काम करने के तरीके पर भी सवाल उठे ! ऋषिकेश पुलिस पर सवाल उठे कि यहां शराब तस्करों को शह दी जा रही है।
मामले को तूल पकड़ता देख अब एसएसपी अजय सिंह ने ऋषिकेश पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की। इस दौरान पता चला कि पुलिस ने इस साल अब तक 113 तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन एसओजी ने अवैध शराब पर कोई कार्रवाई नहीं की। लिहाजा एसओजी देहात को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही सूचना मिली
वहीं, कोतवाली ऋषिकेश के दो दर्जन पुलिसकर्मियों का भी दूसरी जगह ट्रांसफर होगा।
ये है पूरा मामला
बता दें कि पिछले दिनों ऋषिकेश में अवैध शराब का धंधा करने वाले लोगों ने एक पोर्टल पत्रकार के साथ मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने हंगामे प्रदर्शन के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया था। मामले में ऋषिकेश पुलिस पर भी सवाल उठे कि यहां शराब तस्करों को शह दी जा रही है। ऐसे में एसएसपी अजय सिंह ने ऋषिकेश पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की। इस दौरान पता चला कि पुलिस ने इस साल अब तक 113 तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन एसओजी ने अवैध शराब पर कोई कार्रवाई नहीं की। लिहाजा एसओजी देहात को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही अब थाने में तैनात दो दर्जन पुलिसकर्मियों को भी पत्रकार योगेश डीमरी पर हमले की राज्य आंदोलनकारी ने की निंदा।उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी का मत है कि उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना के विपरीत शराब तस्करों ने उत्तराखंड के माहोल को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। लोगों को नशे की तरफ धकेला जा रहा है। जिसमें पुरी तरह से उत्तराखंड पुलिस भी जिम्मेदार है। योगेश डिमरी पर हमला उत्तराखंड के सभी पत्रकारों पर हमला है। हम सरकार से मांग करते हैं शराब तस्कर गैंगस्टर की संपत्ति को ध्वस्त किया जाए ।उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन प्रदेश प्रवक्ता अवतार सिंह विष्ट।
अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद