प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों से एक खास अपील की है. पीएम मोदी ने शनिवार (21 दिसंबर 2024) को कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के अभियान में प्रवासी भारतीयों को शामिल होना चाहिए.

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उन्होंने आने वाले दशकों में इनोवेशन, ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स के केंद्र के रूप में देश की भूमिका पर जोर दिया.

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

कुवैत के शेख साद अल-अब्दुल्ला इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में “हला मोदी” कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों को भविष्य की साझेदारी बनाने की नींव के रूप में काम करना चाहिए. मोदी ने कहा कि वह 43 वर्षों में कुवैत का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.

‘भारतीय शिक्षक कुवैत की अगली पीढ़ी कर रहे तैयार’

उन्होंने कहा, “कुवैत के नेताओं और लोगों ने पश्चिम एशियाई देश में दस लाख की आबादी वाले भारतीय समुदाय के कौशल और कड़ी मेहनत की प्रशंसा की है. भारतीय शिक्षक कुवैती नागरिकों की अगली पीढ़ी तैयार कर रहे हैं, जबकि इंजीनियर और आर्किटेक्ट जैसे पेशेवर अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं.”

24 देशों के साथ खास समझौता करने की दी जानकारी

2047 तक विकसित भारत के निर्माण के अभियान में शामिल होने के लिए प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश दुनिया की भलाई को ध्यान में रखते हुए “विश्व बंधु” (दुनिया का मित्र) के रूप में आगे बढ़ रहा है. भारत, अपनी युवा आबादी के साथ, आने वाले वर्षों में स्किल्ड मेनपावर की दुनिया की मांग को पूरा करने के लिए तैयार है और उसने मॉरीशस, इटली और जर्मनी सहित करीब 24 देशों के साथ माइग्रेशन और मोबिलिटी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.

‘हम फिनटेक, स्टार्टअप और डिजिटल कनेक्टिविटी में ग्लोबल लीडर’

उन्होंने भारत की प्रगति, विशेष रूप से टेक्नॉलजी, इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड सस्टेनिबिलिटी की ओर इशारा करते हुए कहा कि देश अब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. हम फिनटेक, स्टार्टअप और डिजिटल कनेक्टिविटी में ग्लोबल लीडर हैं. उन्होंने कहा कि भारत के “विकसित भारत” और “न्यू कुवैत” नीति के लक्ष्य साझा उद्देश्य हैं और दोनों पक्षों को एक साथ काम करने के अवसर प्रदान करते हैं. मोदी ने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत इनोवेशन, ग्रीन एनर्जी, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर का केंद्र होगा. दूसरी ओर, कुवैत एक महत्वपूर्ण ऊर्जा और व्यापार साझेदार है और भारत कई कुवैती कंपनियों के लिए एक बड़ा निवेश गंतव्य है.

पूर्व आईएफएस मंगल सेन हांडा से भी मिले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कुवैत में रहने वाले 101 वर्षीय पूर्व भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की. मोदी ने एक्स पर कहा, “मैं भारत के लिए उनके योगदान और भारत के विकास के प्रति उनके जुनून की प्रशंसा करता हूं.” हांडा के साथ बातचीत की व्यवस्था उनकी पोती की ओर से एक्स पर मोदी से अनुरोध करने के बाद की गई थी.


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