परमार्थ निकेतन आश्रम के चिदानंद सरस्वती ने कहा कि मोदी के आह्वान से उत्साह चौतरफा बढ़ गया है.उन्होंने कहा कि लोगों को स्वयं को राष्ट्रीय हित के लिए समर्पित करना चाहिए.
उन्होंने एक संदेश में कहा, ‘हम भाग्यशाली हैं कि हमें उनके जैसा प्रधानमंत्री मिला. मंदिर 500 साल के संघर्ष और बलिदान के बाद बन रहा है. जूना अखाड़े के स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि मोदी की घोषणा से पता चलता है कि वह न केवल एक असाधारण प्रशासक हैं, बल्कि एक अद्वितीय उपासक भी हैं. उन्होंने कहा कि संतों और कई धार्मिक संगठनों ने भी राम मंदिर के 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए विभिन्न अनुष्ठान और कार्यक्रम शुरू किए हैं.
सभी को करना चाहिए जप-तप
गिरि ने कहा, “हर किसी को जप-तप-नियम करना चाहिए. प्राण प्रतिष्ठा वैश्विक भाईचारे, सद्भाव और प्रसन्नता के लिए है और इसीलिए प्रधानमंत्री ने भी विशेष धार्मिक अनुष्ठान शुरू किया है. एक बयान में आध्यात्मिक गुरु श्री एम ने मोदी के फैसले की सराहना की और कहा कि प्रत्येक भारतीय को मानव जाति की भलाई के लिए कुछ जप-तप करना चाहिए.
हरिद्वार में धार्मिक हस्तियों द्वारा एक हवन भी आयोजित किया गया और प्रधानमंत्री के संकल्प की सफलता के लिए प्रार्थना की. मोदी ने शुक्रवार को 11 दिवसीय विशेष धार्मिक अनुष्ठान शुरू किया. उन्होंने कहा कि उन्हें उनके जीवन में पहली बार एक अद्भुत अनुभव हो रहा है जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता. मोदी ने कहा कि प्रभु ने उन्हें प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है और वह इसे ध्यान में रखते हुए 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस पवित्र पल के साक्षी बनेंगे। उन्होंने कहा कि यह सभी भारतीयों और भगवान राम के भक्तों के लिए एक पवित्र अवसर है और हर कोई 22 जनवरी को उस ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रहा है जब भगवान राम की प्रतिमा को उस स्थान पर प्रतिष्ठित किया जाएगा जिसे उनके अनुयायी उनका जन्मस्थान मानते हैं.
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंट न्यूज़ शैल ग्लोबल टाइम्स। अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड। (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)
भाजपा के लिए राम मंदिर का मुद्दा सबसे अहम रहा है। यदि ये कहा जाए कि पार्टी की जमीन मजबूत करने में सबसे अहम मुद्दा राम मंदिर रहा, तो कोई गलत बात नहीं होगी। भाजपा का अपना एजेंडा पूरी तरह स्पष्ट रहता है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर का उद्घाटन कहीं न कहीं चुनावों में भाजपा को मजबूत करेगा। पार्टी के दिग्गजों को भी इस बात की बखूबी जानकारी है। जिसे देखते हुए भाजपा के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने मंगलवार को पार्टी महासचिवों के साथ 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह और आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा की।
बैठक में दिग्गज नेताओं ने पार्टी की रणनीति पर की चर्चा
नड्डा के आवास पर बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, संयुक्त महासचिव (संगठन) शिव प्रकाश, और महासचिव अरुण सिंह, तरुण चुघ, राधा मोहन दास अग्रवाल तथा सुनील बंसल समेत अन्य ने भाग लिया। बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, धर्मेन्द्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे।
लोकसभा चुनावों के लिए कब तय होंगे उम्मीदवारों के नाम?
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /प्रिंट न्यूज़ शैल ग्लोबल टाइम्स। अवतार सिंह बिष्ट, रूद्रपुर उत्तराखंड। (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह और आयोजन से जुड़े अन्य कार्यक्रमों के लिए भाजपा की योजनाओं पर चर्चा की। सूत्रों ने कहा कि बैठक में नड्डा ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा की तैयारियों की भी समीक्षा की और उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की। बैठक के बाद नड्डा असम और अरुणाचल प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए। वह दोनों राज्यों में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा है कि ‘सभी मंत्री राम मंदिर को लेकर किसी भी तरह की बयानबाजी से बचें और मर्यादा में रहें।’
पीएम मोदी ने मंत्रियों को दिए सख्त निर्देश
कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए हैं। सूत्रों ने बताया है कि बैठक में पीएम ने साफ शब्दों में मंत्रियों से कहा कि आस्था दिखाएं, एग्रेशन नहीं। प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहबा कि बयानबाजी से सभी बचें और मर्यादा का ख्याल रखें। प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सचेत रहें।