
रुद्रपुर। भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर डॉ. बी. आर. अंबेडकर जन सेवा एवं शिक्षण विकास समिति उत्तराखंड के तत्वावधान में अंबेडकर पार्क, रुद्रपुर में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का केंद्रबिंदु न केवल बाबा साहेब की महान विचारधारा रही, बल्कि पूर्व मेयर रामपाल सिंह का भाषण विशेष चर्चा का विषय बना।


शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कैप्टन एसपी सिंह, समिति अध्यक्ष रामपाल सिंह तथा अन्य समिति सदस्यों द्वारा बाबा साहेब की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। शहर के विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से माहौल को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम में भजन-कीर्तन, भीम गीतों और दलित चेतना से ओतप्रोत कविताओं ने विशेष आकर्षण बटोरा।
समिति द्वारा अतिथियों का शॉल पहनाकर स्वागत किया गया। साथ ही शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व मेयर रामपाल सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“बाबा साहेब को सिर्फ दलित समाज तक सीमित कर देना उनकी विरासत और योगदान को छोटा करना है। वे भारत के निर्माता थे, जिन्होंने न सिर्फ संविधान लिखा बल्कि सामाजिक क्रांति की बुनियाद रखी।”
उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब का विचार था कि समाज तभी सशक्त होगा जब उसमें शिक्षा की पहुंच होगी।
“बाबा साहेब कहा करते थे – शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो पिएगा वही दहाड़ेगा। आज समय की मांग है कि हम अपने बच्चों को शिक्षित कर उन्हें सामाजिक अन्याय के खिलाफ मुखर बनाएं।”
रामपाल सिंह ने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी कटाक्ष किया और कहा कि उन्होंने जानबूझकर अंबेडकर को “केवल दलित नेता” के रूप में पेश किया, जबकि बाबा साहेब की सोच पूरी मानवता के लिए थी।
उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने देश के पहले कानून मंत्री रहते हुए छुआछूत, सती प्रथा, दलित शोषण जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए ऐतिहासिक कानून बनाए, जो आज भी समाज की रीढ़ बने हुए हैं।
कार्यक्रम में पूर्व दर्जा राज्य मंत्री सुरेश परिहार, रामस्वरूप भारती, छोटेलाल गुरुजी, अयोध्या प्रसाद आजाद, डी पी सिंह, नरेश सागर, केवल कृष्ण भारती, गंगा सिंह, कांता प्रसाद सागर, चंद्रपाल, राजीव चावला, मनोज आर्या, हैप्पी चौहान, पार्षद जितेश शर्मा, अंजू रामपाल सिंह, प्रीति धीर, सतपाल सिंह, दीपक कुमार, संजय कुमार, प्रेम कुमार, मनोज कुमार, विशाल, गुंजन सिंह, विमला देवी, प्रेमा देवी, शीतल सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में समिति द्वारा बाबा साहेब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की शपथ ली गई और यह आह्वान किया गया कि समाज के सभी वर्ग बाबा साहेब के बताये मार्ग पर चलकर देश को एक समतामूलक समाज की ओर अग्रसर करें।
