पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने जिलाधिकारी उधमसिंहनगर से की मुलाकात: नगला और सिरौली कला क्षेत्रों पर दर्ज कराई आपत्ति दिए सुझाव

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   पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर नगला नगर पालिका और सिरौली कला क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई और महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने नगला नगर पालिका क्षेत्र से हाल ही में अलग किए गए पंतनगर विश्वविद्यालय परिसर, हल्दी, संजय कॉलोनी, मस्जिद कॉलोनी को पुनः नगला नगर पालिका में शामिल रखने की मांग की है साथ ही किच्छा नगर पालिका से अलग किए गए सिरौली कला को पुनः नगर पंचायत बनाने की मांग की।

किच्छा पूर्व विधायक राजेश शुक्ला

शुक्ला ने अपने आपत्ति पत्र में उल्लेख किया कि उत्तराखंड सरकार द्वारा उनके अनुरोध पर नगला, पंतनगर, और हल्दी क्षेत्रों को मिलाकर नगला नगर पालिका का गठन किया गया था। हाल ही में सरकार ने इन क्षेत्रों को नगला नगर पालिका से अलग करने का निर्णय लिया, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई है। शुक्ला ने बताया कि पंतनगर क्षेत्र, जो पहले त्रिस्तरीय पंचायत के विकास से अछूता था, अब नगर पालिका के तहत आने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहा था। इन क्षेत्रों को पुनः अलग करने से यहां के निवासियों को आवश्यक सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा।

इसके अलावा, शुक्ला ने किच्छा नगर पालिका से अलग किए गए सिरौली कला क्षेत्र को पुनः नगर पंचायत का दर्जा देने की भी मांग की है। उन्होंने बताया कि पूर्व में जब सिरौली कला को नगर पंचायत का दर्जा मिला था, तो स्थानीय जनता खुश थी। हालांकि, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा नगर पंचायत गठन में हुई मानवीय त्रुटियों के कारण इसे रोक दिया गया था। वर्तमान में, प्रदेश सरकार ने सिरौली कला को किच्छा नगर पालिका से अलग कर दिया है, जिससे यह फिर से ग्रामसभा में बदल जाएगा और इसका नगरीय विकास संभव नहीं होगा।

शुक्ला ने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि वे इस मामले को सरकार के समक्ष उठाएं और सिरौली कला को पुनः नगर पंचायत के रूप में गठित करने के लिए अनुशंसा भेजें। उन्होंने अपने सुझावों को जिलाधिकारी की रिपोर्ट में शामिल करने का अनुरोध भी किया।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर

रूद्रपुर 24 अगस्त, 2024-(सू.वि.)- शासन के निर्देशानुसार नगर पालिका परिषद किच्छा से सिरौलीकला क्षेत्र एवं नगला नगर पालिका से गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर को तत्काल प्रभाव से पृथक किये जाने का प्रस्ताव किया है। जिस पर दोनों निकायों के जनता एवं जनप्रतिनिधियों से 23 अगस्त तक सुझाव एवं आपत्तियां आमंत्रित की गयी थी। जिसमे नगला निकाय व गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर से 07 एवं किच्छा निकाय व सिरौलीकला से 11 सुझाव/आपत्त्तियां प्राप्त हुई।
जिलाधिकारी उदयराज सिंह के निर्देशन में गठित समिति अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र, गौरव पाण्डेय, ओसी डॉ0 अमृता शर्मा ने शनिवार को डॉ0 एपीजे सभागार कलेक्ट्रेट में दोनों निकायों के जनता व जनप्रतिनिधियों के प्राप्त कुल 18 सुझाव एवं आपत्तियों की आपत्तिकर्ताओ के समक्ष सुनवाई की गयी।

  सुनवाई के दौरान उप जिलाधिकारी किच्छा कौस्तुभ मिश्र, गौरव पाण्डेय, ओसी डॉ0 अमृता शर्मा, सहायक पंचायतराज अधिकारी महेश कुमार, राजेश प्रताप सिंह, नईमलशान खॉ, मो0 ताहिर मलिक, मौ0 इमरान, अबरार अहमद, संतोष कुमार सिंह, सईदुल रहमान, तसलीम रजा, नाजिम मलिक, मो0 आरिफ कुरैशी, जनार्दन सिंह, अकिल, यूसूफ, देवेन्द्र कुमार शर्मा, कुलवन्त सिंह, कन्हैया लाल, सचिन शर्मा, सुमित कुमार सहित अनेक जनता मौजूद थी।


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