Rudrapur,कुमाऊं विवि ने रविवार को अपना 51 वर्ष का गौरवशाली सफर पूरा किया है। उत्तर प्रदेश राज्य विवि अधिनियम के तहत यूपी सरकार में वर्ष 1973 में विवि को स्थापित किया गया था।

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इस सफर में विवि ने कई आईएएस, पीसीएस, वैज्ञानिक व प्राध्यापक समाज को दिए। पहले कुलपति के रूप में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक प्रो. डीडी पंत ने कुलपति का दायित्व संभाला तो वहीं पहली बार हुए छात्रसंघ चुनाव में पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल अध्यक्ष चुने गए।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट

दरअसल कुमाऊं विवि की स्थापना कई जन आंदोलनों के बाद हुई। यहां पहाड़ के युवाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यूपी सरकार ने विवि को एक दिसंबर 1973 को स्थापित किया। इसके बाद विवि से पद्मभूषण व पद्मश्री प्रो. केएस वाल्दिया, पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक, पद्मश्री अनूप साह, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री सूर्य बहादुर थापा समेत कई हस्तियां विवि ने समाज को दी। इसके बाद विवि का यह सफर लगातार चलता रहा। इस वर्ष भी विवि ने कई उपलब्धियां अपने नाम की हैं। आज यानि रविवार को स्थापना दिवस के अवसर पर विवि मुख्यालय में विभिन्न कार्यक्रम किए जाएंगे।

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विवि की इस वर्ष की मुख्य उपलब्धियां

– शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार से प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के तहत कुविवि को 100 करोड़ रुपए का अनुदान मिला

– वानिकी एवं पर्यावरण विभाग को इंडियन काउंसिल फॉर फॉरेस्ट्री रिसर्च एंड एजुकेशन ने ए प्लस कैटेगरी प्रदान की

– सात साल बाद हुई यू-सेट की परीक्षा को 43 दिन में सफलतापूर्वक करने का रिकॉर्ड बनाया

– कई सालों बाद शैक्षिक सत्र को ढर्रे पर लाकर सभी परीक्षाफल 30 जून तक घोषित किए

– कुमाऊं विश्वविद्यालय ने पहली बार अपनी क्रय नीति बनाकर लागू की

-विगत एक वर्ष में पूर्व छात्रों के माध्यम से 7.5 लाख रुपये से अधिक की धनराशि एकत्रित की गई

– विवि की ओर से पहली बार अपनी आधिकारिक वेबसाइट इन-हाउस विकसित की गई

– विभागों की सूचनाओं को छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराने के लिए क्यू-आर कोडिंग की गई

– विवि ने अपने सभी छात्रावासों को बेहतर कर आधुनिक बनाया

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तीन बड़े एमओयू

– न्यूयार्क (यूएसए) स्थित कंपनी चार्ज सीसीसीवी (सीफोरवी) के साथ एमओयू किया गया। इसके तहत संबंधित कंपनी से पीएचडी करने वाले कुविवि के एक छात्र को चार साल के लिए 8 लाख रुपये प्रति वर्ष की फेलोशिप प्रदान की जाएगी। सीफोरवी द्वारा तीन आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्रों को तीन साल तक 5000 रुपये प्रति वर्ष फेलोशिप दी जाएगी।

– क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लि. के साथ एमओयू किया गया। इस एमओयू के तहत क्रिस्टल ने कुविवि की 10 मेधावी छात्राओं को शिक्षा क्षेत्र में अपने शोध और विकास को जारी रखने और अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से 5000 रुपये की फेलोशिप प्रदान करने की जिम्मेदारी ली। साथ ही क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लि कुमाऊं कुमाऊं के छात्रों को इंटर्नशिप की पेशकश भी करेगी।

– लाइफएक्टिवस प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद के साथ समझौता ज्ञापन किया गया। जिसके तहत लाइफएक्टिवस प्राइवेट लिमिटेड, दो पीएचडी फेलोशिप प्रदान कर रहा है। प्रत्येक फेलोशिप तीन वर्षों की अवधि के लिए प्रति माह 8000 रुपये प्रदान करती है।

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छात्रों के प्रोत्साहन को शुरू की प्रतियोगिताएं

– यूजी व पीजी के छात्रों को अनुसंधान अनुदान

– सोशल मीडिया चैंपियनशिप

– स्मृति चिन्ह डिजाइन प्रतियोगिता

– उत्तराखंड के इतिहास, संस्कृति और भाषा पर प्रश्नोत्तरी

– हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में लिखी कहानी, निबंध, पत्र लेखन, संस्मरण, कविता, क्षणिका एवं गीत का कुमाऊंनी भाषा में अनुवाद

– विश्वविद्यालय ने अस्थायी रोजगार कार्यक्रम के तहत प्रयोगशाला एवं कार्यालय सवेतन (पेड) इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया

– पीजी के दो प्रतिभाशाली छात्रों को इंटर्नशिप के दौरान प्रति माह 7500 रुपये की वाइस चांसलर इंटर्न फेलोशिप शुरू की

– पुस्तकालयों के नियमित उपयोग को बढ़ावा देते हुए लाइब्रेरी चैंपियन पुरस्कार शुरू किया


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