देहरादून, 11 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में पहाड़ चटकने और भूस्खलन की घटनाएं लोगों पर मुसीबत बन कर टूट रही हैं।
हरिद्वार से लाइव तस्वीर
मैदानी क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति बनी हुई है। राज्य में 03 राष्ट्रीय और 04 बॉर्डर मार्ग सहित लगभग 205 सड़कें बाधित हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है। प्रदेश भर में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर 15 अगस्त तक के लिए रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और आपदा विभाग को अलर्ट पर रहने के निर्देश देते हुए यात्रियों से इन दिनों में यात्रा करने से परहेज करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी को देखते हुए सभी प्रदेशवासियों और पर्यटकों से अनुरोध किया कि अनावश्यक यात्रा से परहेज करें। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन और एसडीआरएफ को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर प्रत्येक परिस्थिति की मॉनिटरिंग कर रहा हूं।
देहरादून सहित प्रदेश भर में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। आसमान में घनघोर बादल छाए हुए हैं। हरिद्वार गंगा का जल स्तर 292.75 मीटर के साथ खतरे के निशान से नीचे है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य में आज के लिए सात जिले पौड़ी गढ़वाल, देहरादून, टिहरी गढ़वाल, चंपावत नैनीताल उधम सिंह नगर के लिए ऑरेंज और चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, हरिद्वार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में 12 से 14 अगस्त के लिए पौड़ी गढ़वाल, देहरादून, टिहरी गढ़वाल, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर जिले के लिए रेड और हरिद्वार के लिए ऑरेंज और उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश भर के लिए 15 अगस्त के लिए आरेंज और येलो अलर्ट जारी है।
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर मलबा आने से पौड़ी, देहरादून और पिथौरागढ़ जिले में एक-एक सहित कुल 03 राष्ट्रीय राजमार्ग और 04 बॉर्डर मार्ग के समेत 205 सड़कें अवरुद्ध हैं।
एल्डिको कंपनी भी नदी से कटाव की वजह से हुए नुकसान का आकलन कर रही है।
सिडकुल फेज टू के सेक्टर संख्या एक की सड़क संख्या सात करीब 70 मीटर कट चुकी है। नदी का पानी से लगातार हो रहे कटाव के कारण सड़क ध्वस्त होती जा रही है। इसी मार्ग पर कुछ ही दूरी पर स्थित ट्रांसपोर्ट हब का प्लेटफार्म लगभग सौ मीटर क्षतिग्रस्त हो चुका है। नदी एल्डिको क्षेत्र की तुषार एक्सल कंपनी की दीवार के नजदीक नदी पहुंच चुकी है। इससे फैक्टरी की दीवार धराशायी होने के साथ ही भारी नुकसान का अंदेशा है। फैक्टरी में कार्यरत करीब 70 कर्मचारी भयभीत हैं। यहां एल्डिको का पंपिंग सेट और ड्रेनेज आदि पहले ही नदी में समा गए हैं।
डीएम से मिलेंगे उद्योगपति
सितारगंज। बृहस्पतिवार को सितारगंज सिडकुल इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष कृष्ण सत्यवली, सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक रविंद्र कुमार, एल्डिको के वाइस प्रेसीडेंट संदीप चावला ने नदियों से हो रहे कटाव का निरीक्षण किया। आरएम रविंद्र ने बताया कि अब तक नदी के कटाव से सिडकुल में इन्फ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचा है। लगभग नौ करोड़ की क्षति का अनुमान है। अध्यक्ष सत्यवली ने कहा कि सिडकुल को बाढ़ से बचाव के लिए जल्द ही डीएम उदय राज सिंह से उद्योगपतियों का शिष्टमंडल मिलेगा। उन्होंने कंपनियों को नदियों की बाढ़ से बचाने के लिए नदियों को चैनलाइज करने और पक्के तटबंधों बनाने की मांग की। एल्डिको के वाइस प्रेसीडेंट चावला ने भी एसडीएम व डीएम को पत्र लिखा है। संवाद
मिट्टी के कट्टे लगाकर होगी कटाव की रोकथाम
सितारगंज। एसडीएम तुषार सैनी ने बताया कि सिडकुल क्षेत्र में हो रहे कटाव को रोकने के लिए नदियों को चैनेलाइज किया जाएगा। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर अभी सामान्य नहीं हो पाया है। जलस्तर घटते ही नदी में पोकलेंड मशीन लगाकर चैनेलाइज कराएंगे। बताया कि तुषार कंपनी के पास कटाव को रोकने के लिए मिट्टी व रेत के कट्टे लगाने के सिंचाई विभाग को निर्देशित किया जाएगा। जल्द ही काम भी शुरू करा देंगे।