वर्ष 1953 से ही रुद्रपुर शहर में आंबेडकर समाज के लोग रह रहे हैं। शहर में रम्पुरा, शिवनगर, जगतपुरा, सुभाष कॉलोनी, आदर्श कॉलोनी और घासमंडी में मुख्य रूप से आंबेडकर समाज के लोगों की बसावट है।

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शहर के मुख्य बाजार स्थित आंबेडकर पार्क में अतिक्रमण से आंबेडकर समाज के लोगों में अत्यधिक रोष है। जी-20 सम्मेलन के समय गांधी पार्क से अतिक्रमण हटाने के बाद अधिकतर दुकानदारों को आंबेडकर पार्क में फड़ और ठेली लगाने की जगह दी गई थी। आंबेडकर समाज का कहना है कि आंबेडकर पार्क से सभी ठेली फड़ वालों को तुरंत हटाया जाना चाहिए। नगर आयुक्त के लिखित में बयान देने के बावजूद वर्तमान में भी पार्क से अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। शहर में 18 हजार से भी अधिक आंबेडकर समाज से जुड़े लोग रहते हैं। वर्ष 1953 में तकरीबन 300 परिवार रोजगार की तलाश में रुद्रपुर में पहुंचे थे। शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास में आंबेडकर समाज के लोगों का अहम योगदान रहा है। शहर के हर क्षेत्र में आंबेडकर समाज के लोगों की बसावट है। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि भारत के इतिहास में डॉ. भीमराव आंबेडकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके बावजूद खेड़े में पंडित सुभाष चतुर्वेदी के घर के पास आंबेडकर पार्क में क्षतिग्रस्त प्रतिमा को अभी तक नहीं बदला गया है। मुख्य बाजार में स्थित आंबेडकर पार्क में अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है। कईं बार गुजारिश करने के बावजूद पार्क में मौजूद पुरानी डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की जगह नई प्रतिमा नहीं लगाई जा रही है। आंबेडकर जयंती में समाज के लोग अपने खर्चे से पार्क का सौंदर्यीकरण करते हैं। इस बार तीन लाख रुपये जमा कर पार्क का सौंदर्यीकरण किया गया था। पार्क से अतिक्रमण हटाने के लिए आंबेडकर समाज के लोगों ने धरना दिया था। जिसे नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल ने अतिक्रमण हटाने के आश्वासन पर समाप्त किया था। वर्ष 2014 में डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से पुस्तकालय बनाने की घोषणा की गई थी। बौद्ध विहार, आदर्श कॉलोनी के पास पुस्तकालय का निर्माण किया जाना था। वर्तमान समय में उसी जगह पर पुस्तकालय की जगह निगम का कार्यालय संचालित किया जा रहा है। जनता स्कूल के समीप ही निगम की जमीन है। जो की जनता इंटर कॉलेज के अधीन है। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि खाली पड़ी जमीन में डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से एक बारातघर बनाया जाए। बारातघर के साथ ही एक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए शौचालय की सुविधा से युक्त पांच कमरों का निर्माण भी किया जाए। उच्च न्यायालय के निर्देश पर अनुसूचित जाति के शिल्पियों के उत्थान के लिए एक भवन का निर्माण किया जाना था। इसका निर्माण किच्छा बाईपास रोड पर बीएचईएल के बगल में किया गया है। भवन कितना बन चुका है, वर्तमान समय में भवन की क्या स्थिति है, इसकी कोई जानकारी आंबेडकर समाज को नहीं दी गई है। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि जल्द भवन का निर्माण कर आंबेडकर समाज के लोगों को दुकानें आवंटित की जानी चाहिए।

: प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/ संवाददाता दिनेश बम रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

समस्या

आदर्श कॉलोनी आंबेडकर कॉलोनी बनी पर कागजों में नहीं बदला नाम: आदर्श कॉलोनी आंबेडकर समाज बाहुल्य क्षेत्र है। आदर्श कॉलोनी में बड़ी संख्या में आंबेडकर समाज के लोग रहते हैं। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि आदर्श कॉलोनी में आंबेडकर द्वार का निर्माण किया जाना चाहिए। वर्ष 2004 में आदर्श कॉलोनी का नाम आंबेडकर कॉलोनी रखा था, लेकिन आज तक कागजों में क्षेत्र का नाम नहीं बदला है। आदर्श कॉलोनी के गेट पर ही कूड़ादान रखा है। कूड़ादान के समीप ही शौचालय बनाया है, जिसके समीप खाली जमीन पर अवैध कब्जा कर टेंट हाउस का काम किया जा रहा है। आंबेडकर समाज के लोगों ने बताया कि आंबेडकर द्वार बनाए जाने से बच्चों और युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। आंबेडकर समाज के लोगों की भावनाओं को देखते हुए जल्द ही आंबेडकर द्वार बनाया जाए और कागजों में भी क्षेत्र का नाम आंबेडकर कॉलोनी किया जाए।

आंबेडकर पार्क से तुरंत हटाया जाए अतिक्रमण: आंबेडकर पार्क में तकरीबन बीते दो साल से फड़-ठेली वालों को अस्थायी व्यवस्था के रूप में रखा गया है। तकरीबन 30 से भी अधिक फड़ ठेली वाले वर्तमान में आंबेडकर पार्क में कारोबार कर रहे हैं। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर जो पार्क बनाया है, वहां पर किसी भी तरह का कारोबार नहीं किया जाना चाहिए। आंबेडकर पार्क शहर के लोगों के घूमने, बैठने और चिंतन करने के लिए बनाया गया है। रात होते ही पार्क में अराजक तत्व नशा करते हैं। आंबेडकर पार्क में यह सभी कार्य गैर कानूनी हैं। आंबेडकर समाज के बार-बार विरोध करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सभी आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि वेंडिंग जोन बनकर तैयार हैं। सभी व्यापारियों को शीघ्र दुकानें आवंटित कर पार्क को खाली कराया जाना चाहिए। पुरानी हो चुकी प्रतिमा की जगह डॉ. भीमराव आंबेडकर की नई प्रतिमा लगाई जानी चाहिए।

प्राथमिक विद्यालय की जगह खोला जाए माध्यमिक विद्यालय: आंबेडकर कॉलोनी क्षेत्र में एक प्राथमिक विद्यालय है। प्राथमिक विद्यालय में कक्षा आठ तक की कक्षाएं संचालित की जाती है। यहां के लोगों का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय को ही माध्यमिक विद्यालय में परिवर्तित किया जाना चाहिए। क्षेत्र में एक भी माध्यमिक विद्यालय नहीं है। कक्षा आठ के बाद बच्चों को पढ़ने के लिए पांच किमी दूर एएनझा स्कूल जाना पड़ता है। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि 12 तक की कक्षाएं चलने से बच्चों को घर के समीप ही बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। फीस के अभाव में लोग अपने बच्चों को नजदीकी निजी विद्यालय में पढ़ाने में असमर्थ हैं। मजबूरी में परिजन बच्चों को आरटीई से निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलवा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि आरटीई में बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। प्राथमिक विद्यालय में ही अतिरिक्त कमरों का निर्माण कर नए शिक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए।

नशेड़ियों का अड्डा बने खाली मैदान: आदर्श कॉलोनी में चामुंडा मंदिर के समीप ही खाली मैदान है। नगर निगम की ओर से खाली मैदान को जनता इंटर कॉलेज को स्कूल के मैदान के रूप में सौंपा गया है। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना हैं कि खाली मैदान में कूड़े का ढेर लगा हुआ है। मैदान में सुबह से शाम तक नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। नशे में आए दिन लड़ाई-झगड़े और मारपीट होती हैं। आंबेडकर समाज के लोगों ने बताया कि खाली मैदान का व्यापक इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आंबेडकर समाज के लोगों के लिए एक बारातघर का निर्माण किया जाए। बारातघर बनाने से गरीब तबके के आंबेडकर समाज के लोग अपनी बेटियों का विवाह समारोह कम दाम में बारातघर में कर सकेंगे। बारातघर के साथ ही छोटे बच्चों की शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जाने चाहिए। आंगनबाड़ी केंद्र के साथ ही शौचालय और विश्राम गृह की व्यवस्था की जानी चाहिए।

डा़ं भीमराव आंबेडकर बहुउद्देशीय भवन में आवंटित की जाए दुकानें: वर्ष 2009 में तत्कालीन सरकार की ओर प्रदेश के सभी जिलों में अनूसूचित जाति के शिल्पियों के उत्थान के लिए बहुउद्देशीय भवन बनाए जाने थे। इसी के तहत किच्छा बाईपास रोड में बीएचईएल कार्यालय के समीप ही डॉ. भीमराव आंबेडकर बहुद्देशीय भवन तैयार किया गया है। आंबेडकर समाज के लोगों का कहना है कि बहुद्देशीय भवन के नाम पर केवल एक सफेद हाथी खड़ा किया गया है। भवन बनकर तैयार हैं लेकिन आंबेडकर समाज के लोगों को दुकानें आवंटित नहीं की गई है। समाज के लोगों को दुकानें आवंटित न करने का कोई कारण नहीं बताया जा रहा है। बहुद्देश्यीय भवन में दुकानें आवंटित होने से आंबेडकर समाज के साथ-साथ अन्य लोगों को भी रोजगार का अवसर मिलेगा।

शिकायतें

1- क्षेत्र में नशेड़ियों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। रोजाना चोरी और मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं।

2- मां चामुंडा मंदिर पार्क में रात को भी सांस्कृतिक और अन्य गतिविधियां होती हैं। अंधेरा होने के कारण कईं दिक्कतें होती है।

3-आदर्श कॉलोनी क्षेत्र में कुछ जगहों पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। बार-बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

4-आदर्श कॉलोनी क्षेत्र में बीते कुछ समय में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। नशेड़ी नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

5- आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत होने के बावजूद आज तक केंद्र नहीं बनाया गया है। बच्चों को क्षेत्र से दूर आंगनबाड़ी केंद्र जाना पड़ रहा है।

सुझाव

1- आदर्श कॉलोनी क्षेत्र में पुलिस चौकी का निर्माण किया जाना चाहिए। पुलिस की सक्रियता बढ़ने से आपराधिक घटनाओं में कमी आ सकती है।

2- मां चामुंडा मंदिर पार्क में एक हाई मास्क लाइट लगानी चाहिए। गर्मियों में रात को भी बुजुर्ग टहलते हैं। लाइट होने से चोट लगने का खतरा कम होगा।

3-सभी महिलाओं को एकजुट होकर अवैध शराब बेचने वालों का खुलेआम विरोध करना पड़ेगा। पुलिस को संज्ञान लेते हुए अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए।

4-क्षेत्र में मुख्य चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए। कोई भी घटना होने पर सीसीटीवी से आरोपी की पहचान करने में आसानी होगी।

5- मंदिर के समीप ही खाली मैदान है। मैदान में बारातघर के साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र के लिए पांच कमरे और शौचालय की व्यवस्था की जानी चाहिए।

साझा किया दर्द

आदर्श कॉलोनी के प्रवेश द्वार पर रखे कूड़ेदान को शीघ्र हटाया जाना चाहिए।

-मनीराम

क्षेत्र की आबादी के मुताबिक सफाई कर्मी सफाई के लिए नहीं आते हैं। नालियों से गंदगी समय पर साफ नहीं की जाती है।

-हरीश सागर

अवैध नशे पर लगाम लगाए जाने की आवश्यकता है। क्षेत्र में नशेड़ियों का आतंक रोजाना बढ़ता जा रहा है।

-सुशील कुमार

मां चामुंडा मंदिर पार्क में समय-समय पर कार्यक्रम होते रहते हैं। हाई मास्क लाइट शीघ्र लगाई जानी चाहिए।

-जसपाल सागर

आरटीई के माध्यम से प्रवेश लेने वाले बच्चों पर सामान्य बच्चों की तरह ध्यान नहीं दिया जाता है।

-रंजीत सागर

शहर में जहां भी डा़ं भीमराव आंबेडकर की मूर्तियां लगाई गई हैं। वहां पर साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

-दीपक

मैदान के आसपास पुलिस की गश्त होनी चाहिए। खेल का मैदान नशे का अड्डा बन कर रह गया है।

-राजकुमार सागर

बहुद्देशीय भवन में समाज के लोगों को दुकानें आवंटित की जानी चाहिए। समाज के लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर दिए जाने चाहिए।

-फूल सिंह

आदर्श कॉलोनी का नाम वर्ष 2004 में बदलकर आंबेडकर कॉलोनी रखा गया था, लेकिन कागजों में नाम नहीं बदला गया।

-रमानंद सागर

आदर्श कॉलोनी घनी आबादी क्षेत्र होने के कारण पानी की टंकी के पास पुलिस चौकी का निर्माण किया जाना चाहिए।

-कमलवीर

कईं जगह नालियों के ऊपर ही लोगों ने अपनी फड़ और दुकान लगा ली है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

-छत्रपाल सागर

आंबेडकर पार्क में अवैध रूप से फड़ ठेली वालों का जमावड़ा लगाया गया है। कईं बार विराध प्रदर्शन के बावजूद फड़ ठेली वालों को नही हटाया जा रहा है। निजि खर्च से आंबेडकर समाज के लोग पार्क के सौंदर्यीकरण का कार्य कर रहे हैं।

– दीपक कुमार, संयोजक, डॉ. भीमाराव आंबेडकर युवा मंच

शहर में जहां भी डा़ं भीमाराव आंबेडकर जी की मूर्तियां हैं वहां नियमित रूप से साफ सफाई की जानी चाहिए। आंबेडकर पार्क में डा़ं भीमाराव आंबेडकर की नई मूर्ति की स्थापना की जानी चाहिए।

– प्रदीप सागर, सह संयोजक, डा़ं भीमाराव आंबेडकर युवा मंच

बोले एमएनए

आंबेडकर पार्क की जमीन निगम के अधीन है। कुछ समय के लिए ठेली फड़ वालों को वहां व्यवस्था में जगह दी गई हैं। वेंडिंग जोन में दुकानों का आवंटन होते ही वहां से ठेली फड़ वालों को हटा दिया जाएगा। पार्क के साफ सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य भी किया जाएगा।

– नरेश चंद्र दुर्गापाल, मुख्य नगर आयुक्त


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