

केसी सिंह बाबा (16 मई 2004 से 16 मई 2014)
14 वीं लोकसभा के लिए पहली बार सांसद चुने गए. लगातार 10 वर्षों तक नैनीताल उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। पूरे कार्यकाल के दौरान केंद्र में उनकी ही पार्टी की सरकार रही ,मगर संसदीय क्षेत्र के लिए कुछ विशेष हासिल करने में असफल रहे।


भगत सिंह कोश्यारी (16 मई 2014 से 23 मई 2019)
16 वीं लोकसभा के लिए नैनीताल -उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र के लिए निर्वाचित हुए।पूरी कार्यकाल के दौरान केंद्र में नरेंद्र मोदी जैसे सक्षम प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार रही। इच्छा शक्ति दिखाते ,तो संसदीय क्षेत्र के लिए काफी कुछ हासिल कर सकते थे, परंतु संपूर्ण संसदीय कार्यकाल की कोई विशेष उपलब्धि नहीं।
बंगाली समुदाय के प्रमाण पत्रों से पूर्वी पाकिस्तान शब्द हटाने और उन्हें आरक्षण दिए जाने के संबंध में दिए गए बयान के बाद सांसद अजय भट्ट को सोशल मीडिया पर काफी कुछ कहा जा रहा है। इस पर भाजपा सांसद अजय भट्ट ने पूर्व में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि संकीर्ण मानसिकता वाले लोग बंगाली समुदाय के लोगों को रोहिंग्या बता रहे हैं, जबकि यह सभी लोग देवी के भक्त हैं। ये 1971 में हुए भारत पाकिस्तान के युद्ध के बाद से उत्तराखंड में ही रह रहे हैं। नैनीताल उधम सिंह नगर सांसद अजयभट्ट ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि उत्तराखंड का बंगाली समुदाय हिंदू रीति-रिवाजों पर पूर्ण आस्था रखने के साथ ही सनातन धर्मी है। जहां तक उनके आरक्षण का विषय है तो उत्तराखंड विधानसभा से बंगाली समुदाय के पौंड, माझी और पौंड्रा जाति को आरक्षण दिए जाने के संबंध में प्रस्ताव प्रदेश सरकार दो बार सर्वसम्मति से पारित कर केंद्र को प्रेषित कर चुकी है। इनको आरक्षण देने से किसी अन्य समुदाय का आरक्षण भी प्रभावित नहीं हो रहा है।
वहीं सांसद नैनीताल उधम सिंह नगर अजय भट्ट ने पूर्व में दिए गए अपने बयान में कहा था कुछ लोग बंगाली समुदाय के विषय में उनके दिए गए वक्तव्य को गलत तरीके से प्रचारित कर रहे हैं। उत्तराखंड में रह रहे सभी वह लोग व किसी भी जाति धर्म भाषा का हो उत्तराखंड का निवासी है। बंगाली समुदाय को आरक्षण मिलना ही चाहिए। मेरी प्रथम प्राथमिकता में बंगाली समुदाय को आरक्षण, बंगाली समुदायों को आरक्षण मिलने पर उत्तराखंड का सर्वांगीण विकास होगा। आरक्षण मिलने से उत्तराखंड की मूल अवधारणा जिस मकसद से उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था। बंगाली समुदाय को आरक्षण मिलने से वह पूरा होता दिखेगा।
