
एसएसपी मणिकांत मिश्रा: अपराध पर कड़ा प्रहार, कानून का राज स्थापित
उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना एक शांतिपूर्ण, भयमुक्त और अपराधमुक्त समाज की थी। इस उद्देश्य को साकार करने के लिए पुलिस प्रशासन की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने ऊधम सिंह नगर में अपनी कर्मठता, ईमानदारी और तेजतर्रार कार्यशैली से यह साबित कर दिया है कि कानून से बड़ा कोई नहीं है
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)


जब से उन्होंने ऊधम सिंह नगर जिले की कमान संभाली है, अपराधियों के लिए यह जिला सबसे असुरक्षित जगह बन चुका है। उन्होंने संगठित अपराध, नशा तस्करी, सट्टेबाजी, जुआखोरी, अवैध गतिविधियों और वारंटियों के खिलाफ अभियान चलाकर अपराध पर करारी चोट की है। उनकी बुलंद नेतृत्व क्षमता और निष्पक्ष कार्यशैली ने पुलिस विभाग की छवि को और मजबूत किया है।
शराबी हुड़दंगियों और अपराधियों पर कड़ा प्रहार
बीते दिनों सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने वालों पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की। पुलिस टीम ने जिले के विभिन्न थाना और कोतवाली क्षेत्रों में अभियान चलाकर 200 से अधिक लोगों को पकड़कर उनके खिलाफ 81 पुलिस एक्ट में चालान किया। यह दिखाता है कि कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ जिले में किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जा रही है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने नशे के कारोबार पर भी शिकंजा कसा है। नशा तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर पुलिस ने इस अपराध को जड़ से उखाड़ने का संकल्प लिया है। उनकी कार्यशैली ने अवैध गतिविधियों में लिप्त अपराधियों में खौफ भर दिया है।
जनता दरबार एक विशेष पहल है जिसमें एसएसपी मणिकांत मिश्रा हर मंगलवार को काशीपुर क्षेत्र में जनसुनवाई करते हैं। इसमें फरियादियों की समस्याएं सुनी जाती हैं और त्वरित समाधान के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए जाते हैं। यह पहल जनता और पुलिस के बीच विश्वास बढ़ाने और न्याय तंत्र को प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सट्टेबाजी और जुए के खिलाफ व्यापक अभियान
शराबी हुड़दंगियों के साथ-साथ सट्टेबाजों और जुआरियों पर भी एसएसपी मिश्रा की पैनी नजर है। उन्होंने जिले में जुए और सट्टेबाजी के अवैध धंधे को खत्म करने के लिए पुलिस बल को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके तहत पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर कई सट्टेबाजों और जुआरियों को गिरफ्तार किया है। इससे साफ है कि पुलिस का डंडा अब उन सभी लोगों पर चलेगा जो अवैध कार्यों में लिप्त हैं।
वारंटियों और अपराधियों की धरपकड़
एसएसपी मिश्रा ने जिले में अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 32 से अधिक वारंटियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि ऊधम सिंह नगर में अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। अपराधियों को अब सौ बार सोचना पड़ेगा कि वे किसी अपराध को अंजाम दें, क्योंकि कानून की गोली कभी भी उनके दरवाजे पर दस्तक दे सकती है।
स्पा सेंटरों पर कार्रवाई: अवैध गतिविधियों का सफाया
हाल ही में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मेट्रोपोलिस मोल में संचालित कुछ अवैध स्पा सेंटरों पर कार्रवाई कर यह साफ कर दिया कि अपराध कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई से जनता में पुलिस की छवि और मजबूत हुई है।
ऊधम सिंह नगर को उत्कृष्ट जिला बनाने की दिशा में
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में ऊधम सिंह नगर पुलिस अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाकर जिले को अपराधमुक्त बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। उनके कार्यकाल में पुलिस की छवि एक सख्त, निष्पक्ष और न्यायप्रिय प्रशासन के रूप में उभरकर आई है।उनकी कार्यशैली से जनता को मिला आत्मविश्वास:
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अपराधियों में डर, आम जनता में सुरक्षा का एहसास
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अवैध गतिविधियों पर लगातार कार्रवाई से जिले में कानून का राज स्थापित
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जनता में पुलिस की कार्यशैली को लेकर सकारात्मक संदेश
उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को साकार करता नेतृत्व
उत्तराखंड राज्य का गठन भ्रष्टाचार मुक्त, भयमुक्त और संगठित अपराध से मुक्त राज्य की अवधारणा के साथ किया गया था। एसएसपी मणिकांत मिश्रा इसी विचार को मूर्त रूप दे रहे हैं। उन्होंने अपने संक्षिप्त कार्यकाल में ऊधम सिंह नगर को अपराधमुक्त और उत्कृष्ट जिला बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनकी कठोर नीतियों, निष्पक्ष कार्यशैली और तेजतर्रार नेतृत्व क्षमता ने उत्तराखंड पुलिस के गौरव को और बढ़ाया है। उनका यह प्रयास सिर्फ ऊधम सिंह नगर ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड पुलिस विभाग के लिए प्रेरणास्रोत है।
अपराध पर जीरो टॉलरेंस, जनता को सुरक्षा का आश्वासन
एसएसपी मणिकांत मिश्रा की साहसिक नेतृत्व क्षमता और निष्पक्ष कार्यशैली ने उत्तराखंड पुलिस को नई पहचान दी है। वे अपराधियों के लिए डर और जनता के लिए सुरक्षा का पर्याय बन चुके हैं। उनकी नीति साफ है – अपराध को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।उनकी कार्यशैली उत्तराखंड पुलिस, ऊधम सिंह नगर पुलिस और पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है। जनता उनके नेतृत्व में अपने जिले को सुरक्षित और संगठित अपराध मुक्त देखकर संतोष महसूस कर रही है। उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को सार्थक करने में एसएसपी मणिकांत मिश्रा का योगदान सराहनीय है और निश्चित रूप से उनकी कार्यशैली एक मिसाल के रूप में जानी जाएगी।
“कानून से बड़ा कोई नहीं – अपराधियों के लिए अब ऊधम सिंह नगर सबसे असुरक्षित जगह बन चुका है।”
– एसएसपी मणिकांत मिश्रा
उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी परिषद
एसएसपी मणिकांत मिश्रा: अपराध मुक्त समाज की ओर एक सशक्त कदम
उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना भयमुक्त, अपराधमुक्त और न्यायसंगत समाज की थी, जिसे साकार करने में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऊधम सिंह नगर में उनकी तेजतर्रार कार्यशैली, निष्पक्ष नेतृत्व और कठोर कानून व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता ने अपराधियों के लिए इस जिले को सबसे असुरक्षित स्थान बना दिया है।
उन्होंने नशा तस्करी, सट्टेबाजी, अवैध गतिविधियों, शराबी हुड़दंगियों और संगठित अपराधों के खिलाफ प्रभावी अभियान चलाकर कानून के राज को मजबूत किया है। वारंटियों की गिरफ्तारी हो या स्पा सेंटरों में अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई, उनकी नीतियों ने जनता में सुरक्षा और विश्वास को बढ़ाया है।
“अपराध पर जीरो टॉलरेंस और जनता के लिए अधिकतम सुरक्षा” – इसी सिद्धांत पर चलते हुए एसएसपी मिश्रा उत्तराखंड पुलिस के लिए प्रेरणास्त्रोत बने हैं। उनका नेतृत्व उत्तराखंड राज्य आंदोलन की मूल भावना—भ्रष्टाचार मुक्त और सुरक्षित समाज—को साकार करता है। उनके प्रयासों से ऊधम सिंह नगर न केवल एक सुरक्षित जिला बना है, बल्कि उन्होंने पूरे उत्तराखंड पुलिस बल, उत्तराखंड राज्य के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
