राज्य आंदोलनकारी को 10% क्षैतिज आरक्षण मिलना तय, 5 सितंबर को विधानसभा सत्र में लग जाएगी मोहर,1 सितंबर 2023 खटीमा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देंगे शहीदों को श्रद्धांजलि, प्रातः 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक चलेगा कार्यक्रम, राज्य आंदोलनकारीयो के साथ-साथ जनप्रतिनिधि,आम जनता भी पहुंचेगी श्रद्धांजलि सभा में, इस बार खटीमा में अभूतपूर्व तरीके से दी जाएगी शहीदों को श्रद्धांजलि, प्रदेश के राज्य आंदोलनकारी 1 सितंबर को खटीमा 2 सितंबर को मसूरी शहिद स्मारक पर पहुंच कर देंगे श्रद्धांजलि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 10% आरक्षण के अलावा राज्य आंदोलनकारी के पक्ष में और भी कई घोषणाएं कर सकते हैं। राज्य आंदोलनकारियो के आश्रित बच्चों को उच्च शिक्षा में दिया जा सकता है आरक्षण,

Spread the love

आंदोलनकारी को 10% क्षैतिज आरक्षण मिलना तय,,5 सितंबर 2023 को भी विधानसभा सत्र होने जा रहा है, धामी सरकार के द्वारा पूरी कर ली गई है तैयारी,

पितृत्व अवकाश देने पर सरकार ने मन बनाया है। इसमें राजकीय कर्मियों की तरह ही 15 दिन का पितृत्व अवकाश दिया जाएगा।

  • वही 5 सितंबर से अनुपूरक बजट पेश होना है ऐसे मे कैबिनेट बैठक से अनुपूरक बजट क़ो मंजूरी दिला सकती है धामी सरकार ताकि विधानसभा के पटल पर इसे रखा जा सके

खटीमा शहीद स्मारक उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

१ सितम्बर, १९९४ को उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन का काला दिवस माना जाता है, क्योंकि इस दिन जैसी पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्यवाही इससे पहले कहीं और देखने को नहीं मिली थी। पुलिस द्वारा बिना चेतावनी दिए ही आन्दोलनकारियों के ऊपर अंधाधुंध फ़ायरिंग की गई, जिसके परिणामस्वरुप सात आन्दोलनकारियों की मृत्यु हो गई। खटीमा गोलीकाण्ड में मारे गए शहीद :-

अमर शहीद स्व० भगवान सिंह सिरौला, ग्राम श्रीपुर बिछुवा, खटीमा
अमर शहीद स्व० प्रताप सिंह, खटीमा
अमर शहीद स्व० सलीम अहमद, खटीमा
अमर शहीद स्व० गोपीचन्द, ग्राम रतनपुर फुलैया, खटीमा
अमर शहीद स्व० धर्मानन्द भट्ट, ग्राम अमरकलाँ, खटीमा
अमर शहीद स्व० परमजीत सिंह, राजीवनगर, खटीमा
अमर शहीद स्व० रामपाल, बरेली
इस पुलिस फायरिंग में बिचपुरी निवासी श्री बहादुर सिंह और श्रीपुर बिछुवा निवासी श्री पूरन चन्द भी गम्भीर रुप से घायल हुए थे।


Spread the love