रविवार, 6 अप्रैल रामनवमी (Ram Navami ) के अवसर पर अयोध्या नगरी फूलों से सज गई है, क्योंकि कुछ ही घंटों बाद यहां रामलला (Ramlala) का प्राकट्योत्सव धूमधाम सज मनाया जाएगा।

Spread the love

प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव मनाने के लिए दूरदराज से श्रद्धालु रामनगरी में पहुंच रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि 25 से 30 लाख भक्त श्रीराम जन्मोत्सव (Shri Ram Janmotsav) 2025 के गवाह बनेंगे।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
राम जन्मभूमि अयोध्या (Ayodhya ) पर पहुंचे श्रद्धालु भक्ति-भावना में तल्लीन होकर राम नाम का जाप कर रहे हैं। चारों तरफ ‘जय श्रीराम’ सुनाई पड़ रहा है। भगवान राम के जन्मदिन पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी भव्यता का केंद्र होगा। सुरक्षा की दृष्टि से अयोध्या पुलिस प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है। आलाधिकारी खुद राम मंदिर परिसर की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

रामलला के लिए विशेष पोशाक और आभूषण तैयार : मौका है प्रभु श्रीराम जन्मोत्सव का। वैसे तो कोई भी उत्सव या पर्व होता तो रामलला को विशेष वस्त्र और आभूषण धारण करवाए जाते हैं, लेकिन भगवान राम के प्राकट्य दिवस को विशेष बनाने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट दिलोजान से जुटा हुआ है। रामलला के लिए ट्रस्ट ने विशेष पोशाक और आभूषण तैयार किए हैं। रामलला मनीष त्रिपाठी द्वारा बनाई पीले रंग की डिजाइनर ड्रेस पहनने के साथ सोने, चांदी, हीरे और मोती से जड़ित आभूषणों को धारण करेंगे। भगवान राम के सजे बाल रूप को देखने के लिए नेपाल सहित कई देशों से श्रद्धालु अयोध्या में डेरा डाल चुके हैं।

राम मंदिर में विशेष लाइट की व्यवस्था : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर में विशेष लाइट की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन की तरह शाम 7 से रात 10 बजे तक मंदिर में विशेष लाइटिंग मंदिर परिक्षेत्र की सुंदरता में चार चांद लगा रही है। मनमोहक गेंदे के फूल से मुख्य द्वार को सजाया जा रहा है, वहीं मंदिर की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए सजावट के तौर पर सफेद फूल भी उपयोग में लाए जा रहे हैं।

6 अप्रैल की दोपहर ठीक 12 बजे रामलला का प्राकट्योत्सव : 6 अप्रैल की दोपहर ठीक 12 बजे रामलला का प्राकट्योत्सव होगा। उसी समय भगवान रामलला के मस्तक पर 4 मिनट तक सूर्य तिलक किया जाएगा और साथ ही भगवान श्रीराम की प्राकट्य आरती भी होगी। राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि प्रभु श्रीराम को एक राजकुमार की तरह सजाया जाएगा। भगवान का यह रूप देखकर भक्त सम्मोहित होंगे।इस साल क्यों खास है राम नवमी? जानिए कैसे भगवान राम की कृपा से जीवन में आ सकती है समृद्धि

जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी : राम जन्मोत्सव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। मंदिर प्रांगण में फूलों की झांकी सजाई जा रही है। भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का मुख्य कार्यक्रम दोपहर 12 बजे प्रारंभ होगा। जन्म के बाद रामलला को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे। फिलहाल मंदिर परिक्षेत्र में कलाकार रामलला को सोहर व बधाई गान सुना रहे हैं तथा यज्ञ और अनुष्ठान चल रहे हैं।क्यों हनुमान जी ने समुद्र में फेंक दी थी रामायण, जानिए क्या था इस घटना के पीछे का रहस्य

जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में प्रसाद वितरण होगा : रामलला जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर ट्रस्ट ने इस दिन भोग के लिए 3 क्विंटल पंजीरी, सवा क्विंटल चरणामृत, लड्डू व मेवा मंगवाया है, जो प्रसाद स्वरूप वितरित होगा। जिस प्रकार सामान्य बच्चे के जन्म के बाद गोंद, धनिया-मेवे की पंजीरी बनती है, उसी तरह रामलला प्राकट्य पर 5 तरह की विशेष पंजीरी तैयार की जा रही है। इसमें विशेष पंजीरी धनिये की है। डेढ़ लाख लड्डू निर्मित कराए जा रहे हैं, जो भक्तों को प्रसादस्वरूप बांटे जाएंगे। प्रसाद तैयार करने के विशेष हलवाई और कारीगर लगे हुए हैं, जो पूरी शुद्धता के साथ इसे तैयार कर रहे हैं।


Spread the love