टिहरी गढ़वाल के भरपूर पट्टी में #जल_जीवन_मिशन में व्याप्त #भ्रष्टाचार व पेयजल आपूर्ति को लेकर आंदोलनरत ग्रामीणों को समर्थन दिया।उत्तराखंड की गूंगी सरकार और गूंजता स्वाभिमान -बॉबी पवार जैसे युवाओं की हुंकार”

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उत्तराखंड सरकार यदि मांगें पूरी नहीं करती है, तो चार धाम यात्रा शुरू होते ही नेशनल हाईवे को किया जाएगा जाम।ढोंग के सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी धामी सरकार।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता

क्या ठेकों के उपठेके खोलकर नशामुक्ति अभियान चला रही है सरकार ?

हाल ही में कितने शराब के ठेके खोलकर नशामुक्ति अभियान को सफल बनाया है ?

नशे के तुम सौदागर हो गए हैं, और जो नशे के सौदेगार होते हैं वो नशामुक्ति अभियान नहीं चला सकते हैं धामी जी ।धामी जी कुम्भकरणी नींद से जाग जाओ ऐसा न हो लेट हो जाय..

#उत्तराखंड_स्वाभिमान_मोर्चा के कर्मठ #दिनेश_चंद्र_मास्टर जी और फायर ब्रांड #पुष्पा_रावत जी पिछले तीन दिनों से भूख हड़ताल पर है यह भूख हड़ताल पानी को लेकर है, धामी जी आप हर घर नल हर घर जल के विभागीय मंत्री भी है ये बात आपको याद दिला रहे हैं।

जाग जाइये यदि जल्द से जल्द हमारे साथियों की मांग न मानी गई तो जिस प्रकार आप स्थानों के नाम बदल रहे हैं,कहीं “पदनाम” न बदल जाएं

उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा जिंदाबाद।अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित #अनुदेशक संवर्ग भर्ती परीक्षा व विभिन्न विभागों के #तकनिकी संवर्ग के पदों के लिए अलग-अलग विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे गए थे, जिसमें अनुदेशक संवर्ग में डी.जी.टी के अंतर्गत किसी भी प्रकार के राष्ट्रीय शिल्प प्रमाण पत्र का मामला #न्यायालय पहुंच गया। परन्तु #ड्राफ्टमैन की भर्ती में इस प्रकार की कोई योग्यता नहीं रखी गई है, बावजूद उसके अनुदेशक भर्ती के साथ ड्राफ्टमैन के परीक्षा परिणाम को रोका जाना न्यायोचित नहीं है।

आयोग के इस फैसले से प्रभावित युवाओं ने मुलाकात की इस संबंध में आयोग उक्त विषय पर संज्ञान लेकर मामले का निस्तारण करें ।

आयोग या सरकार का उद्देश्य युवाओं को पार्दर्शी और त्वरित रोजगार उपलब्ध करवाना होना चाहिए न कि मेहनती युवाओं को प्रताड़ित करना।आबादी वाले क्षेत्र में भी नहीं रुक रहा धामी जी का अवैध खनन।

हम ग्राम हिटाणु के ग्रामवासियों और नवनीत उनियाल के साथ है।चुनाव आयोग और शहरी विकास विभाग नियुक्ति रद्द करके अपना पल्ला नहीं झाड़ सकता ।

केवल अवैध नियुक्ति रद्द करना हमारा मकसद नहीं है, जिस कर्मचारी या अधिकारी की सिफारिश से ये अवैध नियुक्ति हुई थी उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय!

कब तक युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करते रहेगा ये भ्रष्ट सिस्टम ?

तकनीकी खराबी का पता इतने दिन बाद लगा ये बड़ा प्रश्न है।

तकनीकी खराबी या कुछ और है कारण ?

सारे साक्ष्य उपलब्ध करवाने के बाद आयोग की सीबीआई जांच न करवाने का नतीजा है ये ‌।

अभ्यर्थी द्वार छोटी सी गलती होने पर उसे दूसरे अवसर का इंतजार करना पड़ता है, और आयोग इतनी ब्लाइंड मिस्टेक करें और उसे तकनीकी खराबी बताकर रफा-दफा करें ऐसा चलेगा नहीं।

इस बड़ी गलती के लिए आयोग के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।सम्भू पासवान की हरकतों से परेशान नगर आयुक्त ने ली लम्बी छुट्टी..

ऋषिकेश नगर निगम गले की फांस बना सम्भू पासवान!

नगर निकाय का कानून कहता है कि बोर्ड की बैठक नगर आयुक्त के लिखित आदेश से जारी होती है, नगर आयुक्त ही बोर्ड की बैठक की सूचना सभी पार्षदों को देता है।

इधर ऋषिकेश में भाजपा के मेयर शंभू पासवान ने नगर आयुक्त की जगह खुद ही हस्ताक्षर कर मीटिंग कॉल कर ली है।

बताया जा रहा है कि शंभू पासवान द्वारा विभिन्न प्रकार के अनैतिक दबाव डाले जाने के कारण नगर आयुक्त लंबी छुट्टी पर चले गए हैं।

यही नहीं शंभू पासवान के द्वारा जिस प्रकार से नगर आयुक्त के खिलाफ विभाग से लेकर टीवी चैनल और अखबारों में बयान दिए जा रहे हैं वह और भी चिंतनीय है।

यह भी ज्ञात हुआ हैं कि जिन लोगों का निकाय की बैठकों से दूर-दूर तक वास्ता नहीं वह निगम ऑफिस मे बैठकर सरकारी फाइलें पढ़ रहे हैं और पढ़कर शंभू पासवान को सुना रहे हैं की इन फाइलों में क्या लिखा हुआ है

ऋषिकेश के इस प्रकरण को देखकर उत्तराखंड की एक कहावत याद आती है अनपढ़ पटवारी बस्ता भारी।बिरजू मयाल जैसा भी है, जिस एजेंडे के साथ भी कार्य कर रहा है वो उसका अपना विवेक है, परन्तु जिस प्रकार के आरोप मयाल द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और देहरादून के एसएसपी अजय सिंह पर लगाएं है वो‌ बेहद गंभीर है।

यदि वास्तव में एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा कुछ दिन पूर्व ऐसा किया जो आरोप लग रहे हैं वो बेहद गंभीर और निंदनीय है।

पूरे प्रकरण की जांच माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के किसी सीटिंग जज की निगरानी में होनी चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सकें।सबका अपना मान-सम्मान होता है, उस #स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का किसी को कोई अधिकार नहीं है, और ठेस पहुंचाना भी नहीं चाहिए।

परन्तु एक बात ध्यान रहें हम भी इस उत्तराखंड के स्वाभिमान के लिए लड़ रहे हैं, यदि किसी #आईएएस, #आईपीएस, #अधिकारी या #कर्मचारी के द्वारा सीमा लांघकर #भ्रष्टाचार कर उत्तराखंड के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया गया तो जैसे को तैसा परिणाम मिलना तय है।1386 करोड़ रुपए अवैध खनन की जुर्माना राशि कर दी माफ ?

क्या 18 रु प्रति कुंतल से राजस्व के रूप में मात्र 8 रुपए उत्तराखंड सरकार को मिल रहे हैं ? बाकी 10 रुपए प्रति कुंतल किसकी जेब में जा रहे हैं ?धामी जी आपके चेले ये क्या रायता फैला रहे ?

टाइम मैगजीन मे धामी जी 31वें नंबर पर टाइम ख़राब चल रहा लगता 😂

मक्खन पॉलिश करके दायित्वधारी बन गये अभी भी मक्खन ही लगा रहे ?

अब यह भी बता देना कि पिछले तीन वर्षों में उस मीडिया हाउस को कितने करोड रुपए के विज्ञापन और ब्रांडिंग वर्क दिए जो 32 वें नंबर का ताकतवर आदमी छपवा रहा

हद कर दी आपने एक प्रदेश दो नियम ये कैसा कानून हैं ?

भाजपा का मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सुरेन्द्र नेगी की सरेआम पिटाई करें तो कोई कार्यवाही नहीं

उत्तराखंड आंदोलनकारी का अपने ऑफिस में बिठाकर अपमान करें कोई कार्यवाही नहीं

पहाड़ के लोगों को शरणार्थी करने वाले के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं

देहरादून के पुलिस कप्तान को जिहादियों से मिला हुआ कहने वाले के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं

परन्तु जिस मनसूबे के साथ #उत्तराखंड_क्रांति_दल के नेताओं की गिरफ्तारी की गई, उन मनसूबों को साकार नहीं होने देंगे।

उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा उत्तराखंड स्वाभिमान के संरक्षण के लिए उत्तराखंड क्रांति दल के साथ खड़ा है।

सब याद रखा जाएगा, न भूले हैं, न भूलेंगे।

✊ जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं मसूरी में लगभग 150 करोड़ की लागत से हुआ विकास फट गया ।

अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि विकास से कितना मोटा कमीशन लिया होगा, जिससे गुणवत्ता नहीं रह पाई।प्रेम अग्रवाल का विकेट गिरने के बाद मुख्यमंत्री धामी..

सड़कछाप कहने वाले , ख़ालिस पहाड़ी कहने वाले, मैं बिहारी, तू बंगाली वालों का भी नंबर नजदीक लग रहा। इन सभी मुद्दों को लेकर भाभी पवार के द्वारा जनहित में आवाज उठाई गई उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को सरकार करने में आप जैसे ही युवाओं की कोशिश कभी सार्थक रूप ले पाएगी बड़ा प्रश्न चिन्ह है लेकिन आपका संघर्ष उत्तराखंड के लिए काबिले तारीफ है भ्रष्ट नौकरशाह राजनेताओं से आप जैसे कितने हजारों युवा आज भी अपने को गुमनामी के अंधेरे में चुके हैं थक हार कर लेकिन वह भी पवार युवा है हमें उम्मीद है उत्तराखंड की दिशा और दशा बदलने के लिए आप हमेशा संघर्षित रहेंगे युवाओं की एक बड़ी फौज आपको आदर्श मानती है आप उसे पर खड़ा उतरेंगे


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