उससे आगे का हिस्सा (एप्रोच मार्ग) बारिश में बह चुका था. वहां बताने के लिए कोई साइन बोर्ड भी नहीं लगा था, अवरोधक के तौर पर बनी दो फीट की दीवार महीनों पहले दरक चुकी थी. सेतु निगम और लोक निर्माण विभाग की इस लापरवाही में कार 22 फीट ऊंचाई से गिरी और उसमें बैठे तीनों युवक रातभर उसी अवस्था में फंसे रहे. संडे सुबह को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंची तब स्वजन को जानकारी भेजी जा सकी. डीएम रङ्क्षवद्र कुमार ने बताया कि क्षतिग्रस्त पुल से कार गिरने से तीन युवकों की मौत हुई है. इस प्रकरण की जांच फरीदपुर के एसडीएम को सौंपी है। जिसकी भी लापरवाही पाई गई, उस पर कार्रवाई होगी.
हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
शादी में जा रहे थे तीनों
फरीदपुर निवासी राजेश ङ्क्षसह की बेटी की शादी समारोह में शामिल होने फर्रुखाबाद के अजीत उर्फ विवेक, उनके चचेरे भाई नितिन उर्फ कौशल व उनके दोस्त टैक्सी मालिक-चालक मैनपुरी के अमित कार से आ रहे थे. राजेश ने बताया कि सैटरडे देर रात विवेक से बात हुई तो बताया कि उन्हें रास्ते की जानकारी नहीं है, मगर गूगल मैप के सहारे पहुंच जाएंगे. उनकी कार बदायूं से दातागंज पहुंची. वहां से रामगंगा पर बना पुल पार कर फरीदपुर (बरेली) आने की योजना बनाई थी. उन्हें नहीं पता था कि यह पुल अगस्त 2022 में क्षतिग्रस्त हो चुका, उसकी एप्रोच रोड व पिलर बाढ़ में बह गए थे. राजेश बोले, गूगल मैप पर पुल वाला रास्ता ठीक दिख रहा, इसलिए नितिन बेफिक्री से कार दौड़ा रहे होंगे. रात का अंधेरा और हल्का कोहरा भी थी, इस कारण उन्हें क्षतिग्रस्त पुल नहीं दिखा होगा. उनकी कार पुल से पिलर के पुराने प्लेटफार्म पर गिरी, इस कारण सभी को गहरी चोटें आईं. पूरी रात कार उसी अवस्था में पड़ी रही. पुलिस के अनुसार, सुबह नौ बजे नदी के आसपास पहुंचे ग्रामीणों ने कार देखी, उसमें से खून बहने से आसपास का पानी लाल था.
लापरवाही में चली गईं तीन जानें
2023 में पुल को सेतु निगम ने बनवाकर लोक निर्माण विभाग को हैंडओवर कर दिया था. इसका फरीदपुर वाला छोर बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुआ तो सेतु निगम ने जांच बैठा दी. ऐसे में दातागंज वाले छोर से कोई आवाजाही न हो इसलिए सेतु निगम ने दो फीट की दीवार बनवा दी थी. धीरे-धीरे इस दीवार की ईंटें खिसकती गईं. आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि कुछ युवक शाम को टहलते हुए पुल पर बैठते थे. संभव है कि उन्हीं लोगों ने धीरे-धीरे कर ईंटें हटा दीं.
गुरुग्राम में करते थे जॉब
कार सवार कौशल कुमार 32 वर्षीय निवासी बजाना, विवेक कुमार 33 वर्षीय निवासी इमदादपुर हीरमन फर्रुखाबाद और दोस्त अमित निवासी बोध नगर थाना बिसवा मैनपुरी थे. परिवार वालों ने बताया कि गुरुग्राम की एक सिक्योरिटी एजेंसी में काम करते थे. तीनों किराए की कार से फरीदपुर में होने वाले शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे.
रास्ता भटके तो लिया सहारा
संडे सुबह तीनों दोस्त किराए की कार से गुरुग्राम से फरीदपुर आ रहे थे. अचानक से रास्ता भटके तो गूगल मैप का सहारा लिया. मैप ने तीनों को खल्लपुर में पुल होना बताया और वह उस पर चढ़ गए. इसके बाद तीनों की कार रामगंगा नदी में जा गिरी.
———-
निर्माणाधीन पुल से एक कार गिरने की सूचना सुबह आठ बजे मिली. इसके बाद फरीदपुर और बदायूं की दातागंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची. कार रामगंगा में गिरी थी इसमें तीन लोग सवार थे जिसमें तीनों की मौत हो चुकी थी.
आशुतोष शिवम, सीओ फरीदपुर
————
पुल की एप्रोच रोड वर्ष 2022 में बाढ़ में बह गई थी. इसके बाद नदी की धार भी फरीदपुर (बरेली) की तरफ ज्यादा हो गई, इसके चलते काम रोक दिया गया था. दातागंज की ओर पुल की शुरुआत में ही दीवार बनाकर रास्ता बंद कर दिया था. संकेतक भी लगाए थे. समय अधिक होने के चलते स्थानीय लोगों ने दीवार तोड़ दी, जबकि संकेतक बोर्ड चोरी हो गए थे. दोबारा रास्ता बंद करा दिया गया है.
– नरेश कुमार, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग