ईडी के अनुसार, हेमंत शर्मा निवासी राजपुर ने एक वेबसाइट बनाई थी। वेबसाइट के माध्यम से बिटकॉइन में लोगों से निवेश कराया जाता था। आरोपी ने लोगों को करोड़ों कमाने का झांसा देकर नकदी जमा कराई।
आरोप था कि जब लोगों को लाभ देने की बारी आई तो आरोपी ने वेबसाइट बंद कर दी। ठगी का शिकार लोगों ने ऊधमसिंह नगर के दिनेशपुर थाने में हेमंत शर्मा और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
अब जांच शुरू हुई तो ईडी ने आरोपी की संपत्तियां खंगालनी शुरू कर दी। ईडी करीब एक साल से मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ईडी ने आरोपी की चार संपत्तियां चिह्नित की। उनकी अनुमानित कीमत 4.56 करोड़ रुपये बताई गई है।
बताया जा रहा है कि शनिवार को ईडी ने संपत्ति अटैच कर दी है। ईडी के अनुसार, अभी अन्य आरोपियों की जांच भी चल रही है। जल्द ही उनके खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।