मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मैदानी इलाके फिलहाल गर्मी से और तपेंगे। मौसम विभाग देहरादून के अनुसार रुद्रपुर-हरिद्वार में हीट वेव की आशंका है जबकि पर्वतीय जिलों में कहीं-हल्की बारिश हो सकती है।
पंतनगर कृषि विवि के मौसम विशेषज्ञ डॉ. आरके सिंह ने बताया कि रविवार का तापमान मई माह में पिछले 10 वर्षों में सर्वाधिक है। अभी तापमान तराई क्षेत्र में 42-43 डिग्री तक जाएगा। हालांकि पर्वतीय जिलों में बादल छाए रहेंगे और कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इस साल लू अन्य सालों की अपेक्षा 15 से 20 दिन ज्यादा रहेगी।
मार्च से ही बढ़ने लगा था तापमान
इस साल मार्च से तापमान बढ़ने लगा था। 31 मार्च को शहर का पारा 36.3 डिग्री पहुंच गया था। 28 अप्रैल को पारा 38.5 और चार मई को सर्वाधिक 39.5 डिग्री रहा।
तेज सिर सर्द और बेहोशी छा सकती है
विशेषज्ञों के अनुसार दोपहर में 12 बजे से तीन से साढ़े तीन घंटे का समय काफी गर्मी वाला रहता है और तेज सिर दर्द भी होता है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. नीलांबर भट्ट के अनुसार भीषण गर्मी में बीपी लो होना, उल्टी, चक्कर और बेहोशी की आशंका रहती है।
क्या करें, न करें-
– तेज गर्मी में घर से न निकलें, जरूरी हो तो पर्याप्त पानी पीकर निकलें।
– अस्वस्थ व्यक्ति घर में ही आराम करें। संतुलित आहार का सेवन करें।
– घर से बाहर के जरूरी काम दोपहर से पहले निपटा लें।
– तेज धूप में कार्य न करें, अपने पास तरल पदार्थ रखें।
– छोटे बच्चों, दिल के मरीजों, गर्भवती महिलाओं को तेज धूप में जाने से बचना चाहिए।
स्वास्थ्य महकमा भी चौकन्ना
स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से लू लगने वाले वाले व्यक्ति को अस्पताल में एसी रूम में रखने, अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में औषधियों का भंडारण करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ डॉ. श्वेता भंडारी ने बताया कि निदेशालय की ओर से जिला और उप जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी सेंटरों में पर्याप्त मात्रा में आईस पैक रखने, लू प्रभावित मरीज को ओआरएस पैकेट मुहैया कराने, मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए परिसर के अंदर बैठने की व्यवस्था करने, साफ ठंडा पानी उपलब्ध कराने और वार्डों में मरीजों के लिए कूलर और पंखे की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
बढ़ती गर्मी को देखते हुए सरकारी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एडवायजरी को लेकर सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर.राजेश कुमार ने रविवार को जानकारी दी।
उन्होंने फोन पर बताया कि तापमान में लगातार इजाफे को देखते हुए सभी अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।
उत्तराखंड में बीते दो-तीन दिन से गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। शनिवार और रविवार को देहरादून में अधिकतम तापमान 39 डिग्री के करीब पहुंच रहा। दिन में गर्म हवाएं चलने से लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। मौसम विभाग ने मई के महीने में तापमान के और बढ़ने की आशंका जताई है।
ऐसे मौसम में अमूमन बीमारियां बढ़ने के चलते स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों को जारी एडवायजरी में कहा गया है कि बढ़ती गर्मी को देखते हुए मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
ऐसे में मरीजों के प्रबंधन के साथ जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाएं। गर्मी पीड़ित मरीजों के लिए विशेष रूप से इंतजाम करने को कहा गया है।
बिगड़ जाता है पाचन तंत्र
पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. अभय कुमार व फिजिशियन डॉ.कुमार जी कौल के मुताबिक, गर्मियों में तापमान बढ़ने पर शरीर में पानी की कमी होने लगती है। मसालेदार या तला भुना खाने से पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। लापरवाही से डिहाइड्रेशन, उल्टी, दस्त, चक्कर, पेट दर्द, गैस, पेट में संक्रमण और कमजोरी होती है।
ये करें
1. गर्मी के दिनों में भरपूर पानी पीएं और खाना हल्का खाएं।
2. फास्ट फूड, खुले और बाहर के खाने से बचें।
3. खीरा-पपीता, नारियल पानी, खरबूजा, केला, दही या ठंडा दूध ज्यादा लें।
4. ग्लूकोज और शिकंजी का भी खूब इस्तेमाल करें।