आर-पार की जंग के बीच अमेरिका ने संघर्ष विराम के लिए लिखित प्रस्ताव सौंपा है. हालांकि, इस पर दोनों पक्षों से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट
शुक्रवार को इजरायली सेना ने लेबनान में हमले की वॉर्निंग दी थी. इसके महज 50 मिनट के बाद ही आईडीएफ ने लेबनान की राजधानी बेरूत पर जबरदस्त एयरस्ट्राइक कर दिया. यहां शहर में ऊंची-ऊंची इमारतों के बीच जब ये धमाका हुआ, तो चारों तरफ धुएं का गुबार छा गया. अफरा-तफरी मच गई. धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनाई पड़ी. इस हमले में कई इमारतें जमींदोज हो गईं.
अब यहां युद्धस्तर पर राहत बचाव अभियान जारी है. घनी आबादी वाले इस इलाके में एक अपर्टामेंट, बिजनेस सेंटर और पुलिस स्टेशन हैं. इजरायली चेतावनी के महज 50 मिनट के बाद ही इन हमलों को अंजाम दिया गया. फिलहाल ये साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में कितने लोग हताहत हुए हैं. इधर, इजरायली सेना ने हिज्बुल्लाह नियंत्रित इलाकों पर हमले का दावा किया है.
पिछले तीन दिनों से इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान पर लगातार बमों की बारिश कर रही है. हिज्बुल्लाह लेबनान की सीमा से इजरायली शहरों में रॉकेट से अटैक कर रहा है. उसके ताजा हमले में इजरायल के किर्यत बालिक में 3 विदेशी नागरिक घायल हो गए हैं. आर-पार की जंग के बीच अमेरिका ने इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच लड़ाई को रोकने के लिए पहला लिखित प्रस्ताव लेबनान की संसद को सौंपा है.
बताते चलें कि हिज्बुल्लाह और इज़रायल के बीच जंग भीषण होती जा रही है. दोनों देशों के बीच जमकर हवाई हमले हो रहे है, जिसमें दोनों तरफ से बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं. दो दिन पहले बेरूत में इजरायली सेना ने जेट विमानों से एक इमारत को निशाना बनाया था, जिसमें 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. इस हमले में इमारत मलबे में तब्दील हो गई, जिसमें चार लोग जिंदा दबे रहे.
गाजा में हमास के साथ जंग शुरू होने के बाद लेबनान में हिज्बुल्लाह के साथ भी इज़रायल का संघर्ष शुरू हो गया था. लेकिन सितंबर में इज़रायल ने आक्रमक रुख अपनाया. इसके बाद यहां अबतक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 3 हज़ार 200 से ज़्यादा हो गया है, जबकि 14 हज़ार 200 से ऊपर लोग घाय़ल हैं. हर बीतते हुए दिन के साथ ही मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है.

