सावन का अंतिम सोमवार: उत्तराखंड के प्रमुख शिवालयों में भक्ति की गूंज?हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्सअवतार सिंह बिष्ट

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सावन का अंतिम सोमवार: उत्तराखंड के प्रमुख शिवालयों में भक्ति की गूंज
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स
अवतार सिंह बिष्ट

आज सावन का अंतिम सोमवार है—वह दिन, जब भोलेनाथ के आंगन में आस्था की गंगा अपने चरम पर बहती है। उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा जाता है, में आज हर शिवालय, हर घाट, हर जलधारा भक्ति और श्रद्धा के रंग में रंगी हुई है। केदारनाथ से लेकर जागेश्वर धाम तक, मंदिरों में घंटियों की गूंज और ‘हर हर महादेव’ के जयकारे वातावरण को अलौकिक बना रहे हैं।

सावन का अंतिम सोमवार: उत्तराखंड के प्रमुख शिवालयों में भक्ति की गूंज
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सावन का अंतिम सोमवार उत्तराखंड के शिवालयों में अद्भुत आस्था और उमंग लेकर आया है। रुद्रपुर के ऐतिहासिक अटरिया मंदिर में सुबह से ही जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हैं। हल्द्वानी के हनुमानगढ़ी शिव मंदिर, खटीमा के शिव शक्ति धाम, काशीपुर के गिरिजा मंदिर शिवालय, और बाजपुर के महादेव मंदिर में भी भक्तों का सैलाब उमड़ा।

कुमाऊं के नैनीताल में नैना देवी परिसर स्थित शिवालय, अल्मोड़ा के विश्वप्रसिद्ध जागेश्वर धाम में 125 प्राचीन शिवलिंगों पर जल चढ़ाने का पुण्य लाभ लेने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचे। पिथौरागढ़ के कपिलेश्वर महादेव मंदिर, लोहाघाट के मेहरागांव शिव मंदिर, और चंपावत के मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भी भक्ति की विशेष छटा रही।

बागेश्वर के बागनाथ मंदिर में सरयू और गोमती के संगम पर महादेव के दर्शन करना आज विशेष पुण्यदायी माना गया। गढ़वाल में केदारनाथ धाम, गुप्तकाशी, त्रियुगीनारायण, तुंगनाथ, श्रीकोट, चंद्रबदनी, और रुद्रनाथ जैसे धामों में भी सुबह से ही जलाभिषेक, बिल्वपत्र अर्पण और ‘ॐ नमः शिवाय’ के मंत्रोच्चार की गूंज रही।

मान्यता है कि सावन के अंतिम सोमवार पर किया गया जलाभिषेक और रुद्राभिषेक जीवन के कष्टों का निवारण करता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। उत्तराखंड के हर कोने में आज का दिन केवल धार्मिक अनुष्ठानों का ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, पारंपरिक संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का भी पर्व बन गया है। भक्तों का विश्वास है कि भोलेनाथ की कृपा से उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होगा।

आखिरी सोमवार की महिमा शास्त्रों में विशेष मानी गई है—मान्यता है कि इस दिन किया गया जलाभिषेक अनेक जन्मों के पाप धो देता है और साधक को अद्भुत आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। इस दिन शिव कृपा सूर्य के समान तेजस्वी होती है, जो भक्त के जीवन में अंधकार को चीरकर उजाला भर देती है।

भक्ति का यह पर्व केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि का अवसर भी है। यदि आज आपने जल नहीं चढ़ाया, तो यह केवल एक अवसर का खोना नहीं, बल्कि अपने जीवन में आने वाले शुभ परिवर्तनों से वंचित रहना भी हो सकता है। सावन का अंतिम सोमवार हमें यह सिखाता है कि समय, अवसर और आस्था—तीनों का सही मेल ही जीवन को पूर्णता देता है।


आज का राशिफल और भाग्य परिवर्तन

मेष – पारिवारिक तनाव के बादल हटेंगे। जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे। सिंगल जातकों के लिए प्रेम प्रस्ताव संभव।
वृषभ – निवेश और कारोबार में लाभ। बुजुर्गों का आशीर्वाद और प्रियजन से मुलाकात, वैवाहिक जीवन सुखद।
मिथुन – विचार स्पष्ट करने के लिए ध्यान लाभकारी। शाम तक कार्यस्थल की स्थिति सुधरेगी। पुराने मित्र से मुलाकात संभव।
कर्क – वाणी में प्रभाव बढ़ेगा। करियर में सराहना और अधूरे काम पूरे होंगे। प्रेम में पारदर्शिता जरूरी।
सिंह – सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि। संपत्ति से जुड़े फैसले लाभकारी। रिश्तों में नई ऊर्जा।
कन्या – स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कार्यक्षेत्र में जल्दबाजी से बचें। साथी से मतभेद संभव।
तुला – परिवार व मित्रों के साथ अच्छा समय। नौकरी में बदलाव और प्रेम में प्रगाढ़ता। विवाह योग।
वृश्चिक – ऑफिस राजनीति से दूर रहें। धन मामलों में सतर्कता। पुराने प्रेम संबंध फिर जुड़ सकते हैं।
धनु – लाभकारी यात्रा के योग। अध्ययन और शोध में सफलता। प्रेमी के साथ घूमने का अवसर।
मकर – समय प्रबंधन से लाभ। धन व जिम्मेदारियों में वृद्धि। वरिष्ठ का सहयोग।
कुंभ – नए संपर्क भविष्य में फायदेमंद। टेक्नोलॉजी और मीडिया क्षेत्र में बड़ा अवसर।
मीन – चिंताओं से मुक्ति और मानसिक शांति। रचनात्मक कार्यों में सफलता। विवाह प्रस्ताव संभव।


 


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