साल 2025 में फाल्गुन माह कल यानी 13 फरवरी से शुरू हो रहा है, वहीं इसका समापन 14 मार्च को होगा.


प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
फाल्गुन महीना देवों के देव महादेव की आराधना के लिए समर्पित माना जाता है. इस महीने में कई तिथियों पर भद्रा का साया रहने वाला है. ऐसे में इन तिथियों पर कोई शुभ कार्य न करें. ज्योतिष के अनुसार, भद्रा विष्टि करण के दौरान शुभ कार्य करने की मनाही है. आइए जानते हैं कि फाल्गुन माह में भद्रा विष्टि करण की तिथियां और समय क्या रहेगा.
फाल्गुन माह भद्रा का साया
- 15 फरवरी 2025 – सुबह 10 बजकर 55 मिनट से रात 11 बजकर 46 मिनट तक भद्रा का साया है.
- 19 फरवरी 2025 – सुबह 07 बजकर 40 मिनट से रात 08 बजकर 42 मिनट तक भद्रा का साया है.
- 23 फरवरी 2025 – देर रात 01 बजकर 42 मिनट से दोपहर 01 बजकर 55 मिनट तक भद्रा का साया है.
- 26 फरवरी 2025 – सुबह 11 बजकर 3 मिनट से रात 10 बजकर 17 मिनट तक भद्रा का साया है.
भद्र काल के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?
भद्रा काल के दौरान कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है. इस दौरान ये काम नहीं करने चाहिए:-
- विवाह
- नया व्यापार
- मुंडन संस्कार
- गृह प्रवेश
- यज्ञोपवित
- रक्षाबंधन
- शुभ कार्य के लिए यात्रा
- तीर्थ स्थलों का भ्रमण
- त्योहारों की मुख्य पूजा
- संपत्ति या व्यापार की शुरुआत या निवेश
धार्मिक मान्यता है कि भद्रा काल में शुभ काम करने से किसी अनहोनी होने की संभावना बढ़ सकती है. अगर भद्रा काल में कोई शुभ काम कर लिया जाए, तो भद्रा के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शिव की आराधना करनी चाहिए.

