अमेरिका से अवैध रूप से गए भारतीय नागरिकों को वापस भेजने का सिलसिला जारी है. रविवार रात 10:09 बजे, अमृतसर एयरपोर्ट पर 112 भारतीयों को लेकर तीसरा विमान लैंड हुआ.

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इनमें हरियाणा, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के नागरिक शामिल हैं.

किन राज्यों के लोग लौटे?

इस बार लौटे लोगों में 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से, 31 पंजाब से, दो उत्तर प्रदेश से, और एक-एक उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश से हैं. सरकार ने इन सभी की इमिग्रेशन वेरिफिकेशन और पृष्ठभूमि जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जांच पूरी होने के बाद उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी. साथ ही, विभिन्न राज्यों ने अपने नागरिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था भी कर दी है.

सूत्रों के अनुसार, 112 अवैध अप्रवासी भारतीयों में से 44 हरियाणा, 33 गुजरात, 31 पंजाब , दो उत्तर प्रदेश से तथा एक-एक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से हैं।

यह उड़ान अमेरिकी सैन्य विमान द्वारा 116 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमृतसर में उतरने के एक दिन बाद आई है। सी-17 विमान शनिवार रात करीब 11.35 बजे अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था।

इन 116 व्यक्तियों में से 65 पंजाब से, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, तीन उत्तर प्रदेश से, दो-दो महाराष्ट्र और राजस्थान तथा गोवा से तथा एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से थे। सूत्रों के अनुसार, इनमें से अधिकांश 18 से 30 वर्ष की आयु के थे।

जांच के बाद घर जाने की अनुमति

इमिग्रेशन, वेरिफिकेशन और पृष्ठभूमि जांच सहित सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद निर्वासितों को उनके घर जाने की अनुमति दी जाएगी। अवैध भारतीय प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है। इनमें पंजाब से संबंध रखने वाले लोगों को जांच के बाद रविवार तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस की गाड़ियों में उनके घर पहुंचाया गया। हरियाणा सरकार ने भी राज्य से निर्वासित लोगों के लिए परिवहन की व्यवस्था की थी।

पहले बैच में 104 भारतीय को किया गया था डिपोर्ट

5 फरवरी को, 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था। इनमें से 33-33 हरियाणा और गुजरात से थे, जबकि 30 पंजाब से थे। विदेश गए अवैध भारतीय अप्रवासियों के दूसरे जत्थे के परिवार के सदस्य सदमे में थे, उनमें से कई ने दावा किया कि उन्होंने अपने खेत और मवेशी गिरवी रखकर पैसे जुटाए थे, ताकि उन्हें बेहतर भविष्य के लिए विदेश भेजा जा सके।

क्यों वापस भेजे जा रहे भारतीय?

अवैध भारतीय अप्रवासियों को अमेरिका से उन नीतियों के तहत निकाला जा रहा है, जिसमें ट्रंप प्रशासन ने अवैध लोगों को देश से बाहर करने का फैसला किया है। इनमें वो लोग शामिल हैं जो अवैध रूप से देश में प्रवेश करते हैं या अपने वीजा की अवधि से अधिक समय तक देश में रहते हैं।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बीते दिनों अमेरिका की यात्रा पर गए थे। इस दौरान उन्होंने इमीग्रेशन सहित प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय नागरिकों को वापस भेजने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की थी।


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