पहाड़ की महिलाओं में छठ पूजा को लेकर उत्साह का माहौल।Chhath Puja 2023 Date: कब है छठ पूजा? जानें नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय, देखें पूरा कैलेंडर पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के साथ छठ पूजा का आरंभ हो जाता है। 4 दिन चलने वाले इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी मैया की पूजा करने का विधान है।

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मेट्रोपोलिस में छठ पूजा, इस बार मनाई जाएगी धूमधाम से अध्यक्ष देवेंद्र शाही, उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में छठ पूजा का बढ़ता क्रेज,पहाड़ की महिलाएं भी रख रही है छठ पूजा का व्रत, अगर आप भी रखना चाहते हैं छठ पूजा का व्रत, पूरी जानकारी हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स के साथ साझा करें ।आराध्य देव सूर्य को प्रसन्न करें। आग लगेगी आग छठ पूजा कायह व्रत महिलाएं संतान की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए 36 घंटों तक निर्जला व्रत रखती हैं। इस पर्व का आरंभ नहाय-खाय के साथ होता है और अंत उगते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होता है। आइए जानते हैं छठ महापर्व की तिथि से लेकरर नहाय खाय , खरना की तिथि से लेकर कब दिया जाएगा डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य।

कब है छठ पूजा 2023? (Chhath 2023 Date)

Hindustan Global Times, Avtar Singh Bisht journalist from Uttarakhand

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि के साथ छठ पूजा आरंभ होती है। इसलिए इस साल 18 नवंबर, शनिवार को सुबह 09 बजकर 18 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 19 नवंबर , रविवार को सुबह 07 बजकर 23 मिनट समाप्त हो रही है। उदया तिथि के आधार पर छठ पूजा 19 नवंबर को है। इस दिन शाम के समय सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

कब है नहाय-खाय 2023? (Nahay Khay 2023 Date)

छठ पूजा का पहला दिन को नहाय-खाय कहा जाता है। इस साल नहाय-खाय 17 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय 6 बजकर 45 मिनट पर हो रहा है। इसके साथ ही सूर्यास्त शाम को 5 बजकर 27 मिनट पर हो रहा है। इस दिन व्रती नदी, सरोवर, तालाब में स्नान करती हैं। इसके साथ ही एक ही समय भोजन करती हैं।

कब है खरना 2023? (Kharna 2023 Date)

छठ पर्व का दूसरा दिन खरना होता है। इस दिन भोग तैयार किया जाता है। इस दिन शाम के समय मीठा भात और लौकी की खिचड़ी खाई जाती है। इस दिन रवि योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।

छठ पूजा अर्घ्य (Chhath Puja Sun Set 2023)

छठ पूजा के तीसरा दिन सबसे जरूरी दिन माना जाता है। इस दिन शाम के समय सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है। इसके साथ ही बांस की सूप में फल, गन्ना, चावल के लड्डू, ठेकुआ सहित अन्य पूजा की सामग्री रखकर नदी, सरोवर के अंदर पानी में खड़े होकर पूजा की जाती है। इस दिन संध्या अर्घ्य का समय शाम 05 बजकर 26 मिनट से 05 बजकर 26 पर होगा।

उषा अर्घ्य (Chhath Sun Rise 2023)

छठ पूजा के चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। ये अर्घ्य करीब 36 घंटे निर्जला व्रत रखने के बाद किया जाता है। इस साल 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन सूर्योदय 06 बजकर 47 मिनट पर होगा।

छठ पूजा कैलेंडर 2023 छठ 2023 कैलेंडर (Chhath 2023 Calendar)

नहाय-खाय- 17 नवंबर 2023, शुक्रवार
लोहंडा और खरना- 18 नवंबर 2023, शनिवार
छठ पूजा, संध्या अर्घ्य- 19 नवंबर 2023,रविवार
उगते सूर्य को अर्घ्य, पारण- 20 नवंबर 2023, सोमवार


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