हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन सावन में पड़ने वाली हरियाली तीज को बहुत ही खास माना जाता है जो कि शादीशुदा महिलाओं और कुंवारी कन्याओं के लिए खास होती है इस दिन सुहागिन महिलाएं दिनभर उपवास रखते हुए भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करती है माना जाता है कि ऐसा करने से अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है सुहागिन महिलाओं के लिए यह व्रत बेहद खास माना जाता है वही कुंवारी कन्याएं हरियाली तीज के दिन व्रत पूजन कर मनचाहे वर की प्राप्ति का आशीर्वाद मांगती है।

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हरियाली तीज पर्व को कई जगह हरतालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इसी दिन माता पार्वती ने शिव को पति रूप में पाने के लिए उपवास आरंभ किया था। यह पर्व विशेष तौर पर माता पार्वती को समर्पित किया गया है इस साल हरियाली तीज का त्योहार 7 अगस्त दिन बुधवार को मनाया जाएगा। अगर आप पहली बार तीज व्रत कर रही है तो आज हम आपको इससे जुड़े कुछ जरूरी नियम बता रहे हैं जिनका पालन करना लाभकारी है तो आइए जानते हैं हरियाली तीज के नियम।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर ,उत्तराखंड

हरियाली तीज से जुड़े नियम-
अगर आप हरियाली तीज का व्रत कर रही है तो इस दिन सुहागिन महिलाएं मेहंदी जरूर लगाएं। इसे शुभ माना जाता है मान्यता है कि ऐसा करने से माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा सुहागिन महिलाओं को इस दिन हरे रंग के वस्त्र ही धारण करने चाहिए भूलकर भी काले, सफेद, भूरे और नीले वस्त्र न पहनें। हरियाली तीज पर निर्जला व्रत करने का विधान होता है ऐसे में आप दिनभर निर्जला उपवास रखें और रात को चंद्रमा की पूजा के बाद अपने व्रत को खोले।

तीज पूजा में सुहागिनों का सोलह श्रृंगार जरूरी होता है मान्यता है कि सोलह श्रृंगार करने से माता पार्वती प्रसन्न होती है और अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन पूजा के समय कथा जरूर पढ़ें तभी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा। इस दिन सास को सुहाग का सामान भेंट करना चाहिए।


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