70 लोगों को किया गया गिरफ्तार
अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा कि इन घटनाओं के सिलसिले में 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घोषणा भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री द्वारा बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ बैठकों के दौरान अल्पसंख्यकों पर हमलों की ‘दुखद घटनाओं’ को उजागर करने और उनकी सुरक्षा और कल्याण के बारे में भारत की चिंताओं को व्यक्त करने के एक दिन बाद आई है।
प्रिंट मीडिया,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर
शफीकुल आलम ने संवाददाताओं को बताया कि 5 अगस्त से 22 अक्टूबर के बीच अल्पसंख्यकों से जुड़ी घटनाओं के संबंध में कुल 88 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा, “मामलों और गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि पूर्वोत्तर सुनामगंज, मध्य गाज़ीपुर और अन्य क्षेत्रों में हिंसा की ताज़ा रिपोर्ट सामने आई हैं।”
आलम ने कहा कि कुछ पीड़ित पूर्व शेख हसीना की पार्टी के सदस्य हो सकते हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि कुछ घटनाओं को छोड़कर, हिंदुओं को उनकी आस्था के कारण निशाना नहीं बनाया गया। हाल के हफ्तों में बांग्लादेश में मंदिरों पर हमलों सहित हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हुई है। इसके कारण भारत ने चिंताएं पैदा की हैं।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष मोहम्मद जशीमुद्दीन के साथ ढाका में बैठक की। भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले की घटनाओं’ का मुद्दा विदेश सचिव स्तर की बैठक के दौरान सोमवार को उठाया।
जानें विदेश सचिव ने क्या कहा
बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने कहा, “हमने सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनयिक संपत्तियों पर हमलों की कुछ खेदजनक घटनाओं पर भी चर्चा की। हम कुल मिलाकर, बांग्लादेश के अधिकारियों द्वारा इन सभी मुद्दों पर एक रचनात्मक दृष्टिकोण की उम्मीद करते हैं। हम संबंधों को सकारात्मक, दूरदर्शी और रचनात्मक दिशा में आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।” पढ़ें ढाका पहुंचे विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री से हिंदुओं पर हमले पर क्या बोला बांग्लादेश