इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ पहली बार करेंगे मतदाता:  करीब 50 करोड़ पुरुष 47 करोड़ से ज्यादा महिलाएं , 88.40 लाख दिव्यांग, 19.01 लाख सैनिक सुरक्षा कर्मी, 48000 थर्ड जेंडर वोटर्स हैनई दिल्ली। लोकसभा के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) चुनाव कार्यक्रम का एलान कर रहा है। इसके साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई। मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। इसके मुताबिक, सात चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। उत्‍तराखंड में सभी पांच संसदीय सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल 2024 को मतदान होगा।चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव शुरू होंगे और 4 जून को नतीजे आएंगे।पहला चरण 19 अप्रैलदूसरा चरण 26 अप्रैलतीसरा चरण 7 मईचौथा चरण 13 मईपांचवां चरण 20 मईछठा चरण 25 मईसातवां चरण 1 जून

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बड़ी खबर …लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान: सात चरणों में होंगे चुनाव ,चार जून को आएंगे चुनाव के नतीजे

राज्यों में होंगे विधानसभा चुनाव 
आम चुनाव के साथ 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होंगे। आंध्र प्रदेश में 13 मई को चुनाव होंगे। सिक्किम और अरुणाचल में 19 अप्रैल को वोटिंग। ओडिशा में मतदान 7 चरणों में होंगे चुनाव। पहले चरण की वोटिंग
26 विधानसभाओं में होंगे उपचुनाव
हरियाणा, हिमाचल, झारखंड और यूपी समेत 26 विधानसभाओं में उपचुनाव होंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “यह हम लोगों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। 2024 दुनिया के लिए भी चुनावों का साल है। दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र के रूप में भारत पर सभी का ध्यान केंद्रित रहता है। लोकतंत्र के रंग यहां उभरते हैं और सभी हिस्सों का इसमें समावेश होता है। हमारा वादा है कि हम चुनाव इस तरह कराएंगे जो देश की चमक को बढ़ाएगा। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव होना बाकी हैं।”  हमने पिछले एक साल में नए वोटरों को जोड़ने पर बहुत मेहनत की है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है। राजीव कुमार ने कहा कि भौगोलिक, सांस्कृतिक रूप से विविध इस देश के सबसे बड़े चुनाव के लिए हमने दो वर्ष तक तैयारी की है। हमारे पास 97 करोड़ मतदाता हैं। यह संख्या अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया के कुल मतदाताओं से कहीं ज्यादा है। हमारे पास 10.5 लाख मतदान केंद्र हैं, जिनकी जिम्मेदारी डेढ़ करोड़ लोगों के पास होती है। 55 लाख ईवीएम हैं। चुनाव आयोग अब तक 17 आम चुनाव और 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करा चुका है। पिछले 11 चुनाव शांतिपूर्ण रहे हैं। अदालती मुकदमे कम हुए हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार पूरे देश में एक व्यवस्था पहली बार लागू होने जा रही है। जो 85 वर्ष से ज्यादा उम्र के मतदाता हैं या जो 40 फीसदी से ज्यादा विकलांगता वाले वोटर हैं, उनके पास फॉर्म 12डी पहुंचाया जाएगा। अगर वे मतदान केंद्र पर नहीं जाना चाहते तो उनके घर जाकर उनका वोट पंजीकृत किया जाएगा। इसके लिए हमने चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मियों को प्रशिक्षित कर दिया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव में हिंसा कोई स्थान नहीं होना चाहिए। इस बार नया प्रयोग किया जा रहा है। जो भी हमें सख्ती से करना होगा, हम करेंगे। हर जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। वहां टीवी, सोशल मीडिया, वेब कास्टिंग, 1950 हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल होगा। इस पर निगरानी के लिए हर जिले के ऐसे कंट्रोल रूम में एक अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। जहां भी शिकायत मिलेगी, वहां सख्त कार्रवाई होगी। जिन लोगों के पास गैर जमानती वॉरंट हैं और जो हिस्ट्रीशीटर्स हैं, उन पर देशभर में कार्रवाई की जा रही है। जो लोग तीन साल से किसी एक जिले में पदस्थ हैं, उन्हें बदलने को कहा गया है। जहां भी वॉलंटियर और अनुबंध पर लोग काम कर रहे हैं, उन्हें चुनाव ड्यूटी में नहीं लगाया जाएगा। कुछ राज्यों में धन का उपयोग ज्यादा है। हम इससे भी निपट रहे हैं। पिछले 11 चुनाव में 3,400 करोड़ रुपये की नकदी के गैरकानूनी इस्तेमाल को रोका गया है। 2017-18 के मुकाबले 2022-23 में ऐसे धन की जब्ती में 835 फीसदी का इजाफा हुआ है। शराब, कैश, कुकर, साड़ी बांटने जैसे तरीकों को रोकने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। बैंक भी यह देखेंगे कि कहीं अचानक से नकदी की मांग में इजाफा तो नहीं हो रहा। हर बंदरगाहों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, सड़क मार्ग पर सख्त निगरानी होगी। जहां हेलीकॉप्टर या चार्टर्ड उड़ानें उतरेंगी, वहां सामान की जांच होगी।


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