बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद देश छोड़ने के चलते बनी अराजकता की स्थिति के बीच, आज आखिरकार मुल्क में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियां संभालने पर मेरी शुभकामनाएं। हम हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में शीघ्र वापसी की उम्मीद करते हैं। भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए मिलकर काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर

शेख हसीना ने छोड़ दिया है देश

गौरतलब है कि पड़ोसी देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद सेना ने स्थिति अपने हाथ में लेकर अंतरिम सरकार की घोषणा की थी। आज पूरे विवाद के तीन दिन बाद कार्यवाहक सरकार के प्रमुख के रूप में यूनुस ने शपथ ली है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को देश में नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में शामिल हैं ये नाम

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली इस अंतरिम सरकार में ये सभी सदस्य भी शामिल हैं-

  • सलाउद्दीन अहमद (बांग्लादेश बैंक के पूर्व गवर्नर)
  • डॉ. आसिफ नजरूल (ढाका यूनिवर्सिटी लॉ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर)
  • अदिलुर रहमान खान (सचिव, ओधिकार)
  • एएफ हसन आरिफ (पूर्व अटॉर्नी जनरल और कार्यवाहक सरकार के पूर्व सलाहकार)
  • तौहीद हुसैन (पूर्व विदेश सचिव)
  • सइदा रिजवाना हसन (बांग्लादेश एनवायन्मेंटल लॉयर्स एसोशिएशन-BELA के चीफ एग्जिक्यूटिव)
  • ब्रिगेडियर जनरल (रिटायर्ड) एम सखावत हुसैन (पूर्व चुनाव आयुक्त)
  • फरीदा अख्तर (रिसर्च ऑन डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स UBIG की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर)
  • खालिद हसन (हिफाजते इस्लाम बांग्लादेश के पूर्व नायब अमीर)
  • नूर जहां बेगम (ग्रामीण बैंक के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर)
  • ब्रती शर्मिन मुर्शीद (ब्रती के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर)
  • नाहिद इस्लाम (छात्र आंदोलन के को-ऑर्डिनेटर)
  • आसिफ महमूद (छात्र नेता)

बता दें कि मोहम्मद यूनुस की उम्र 84 साल है और वे अर्थशास्त्री हैं। वह गुरुवार को पेरिस से ढाका लौटे हैं. यूनुस ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हमारे छात्र हमें जो भी रास्ता दिखाएंगे, हम उसी के साथ आगे बढ़ेंगे।

पीएम मोदी ने कही ये बात

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल युनूस को बधाई दी बल्कि आश्वासन भी दिया कि वह भारत-बांग्लादेश की जनता के हितों के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं। साथ ही उम्मीद जताई कि अंतरिम सरकार हिंदुओं व दूसरे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

अपने संबोधन में यूनुस ने पूर्व पीएम शेख हसीना की देश से विदाई को दूसरी आजादी बताया। कहा- आज हमारे लिए गर्व का दिन है। अंतरिम सरकार नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। हम उन षड्यंत्रकारियों पर शिकंजा कसेंगे जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता को बाधित करने के लिए अराजक स्थिति और आतंक पैदा किया है।

नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा

अंतरिम सरकार को बांग्लादेश में नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है। यूनुस की सहायता के लिए सलाहकारों की 16 सदस्यीय परिषद की घोषणा भी की गई है। छात्र आंदोलन के दो प्रमुख नेता मुहम्मद नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद भी इस परिषद का हिस्सा हैं। इससे पूर्व प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार के मुखिया के लिए यूनुस के नाम की सिफारिश की थी।

अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की हो रही साजिश

पेरिस में इलाजरत यूनुस गुरुवार को ढाका लौटे। हवाई अड्डे पर सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां, वरिष्ठ अधिकारी और छात्र नेता उनके स्वागत के लिए पहुंचे। वहां लोगों से अपील करते हुए यूनुस ने कहा कि अगर आपको मुझ पर विश्वास है तो यह सुनिश्चित करना होगा कि देशभर में कहीं किसी पर कोई हमला नहीं होगा। यह हमारी प्राथमिकता है। अगर मैं ऐसा नहीं कर सका और आप मेरी बात नहीं सुनते हैं तो यहां मेरी कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों को साजिश बताया।

उन्होंने कहा कि देश अब युवाओं के हाथ में है और उनको इसका पुनर्निर्माण करना है। इसके लिए अपनी रचनात्मकता का उपयोग करना होगा। उधर, एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा- ‘प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को नई जिम्मेदारी संभालने के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में जल्द ही हालात सामान्य होंगे। हिंदुओं व दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। भारत बांग्लादेश के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि दोनों देशों की जनता के लिए शांति, सुरक्षा व विकास सुनिश्चित हो सके।’

राहुल गांधी ने भी यूनुस को बधाई दी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी यूनुस को बधाई दी। इस बीच दो प्रमुख भारतीय-अमेरिकी सांसदों राजा कृष्णामूर्ति और आर खन्ना ने बांग्लादेश में ¨हदुओं के खिलाफ जारी हिंसा को तत्काल रोकने का आह्वान किया। उधर, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ काम करने को तैयार है। वहां हो रहे बदलावों पर हमारी नजर है।

जानिये मुहम्मद यूनुस के बारे में

– 1940 में अविभाजित भारत के चटगांव में जन्म हुआ।

– 1969 में वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी, अमेरिका से अर्थशास्त्र में पीएचडी की।

– 1983 में बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना की। छोटे लोन देकर करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला।

– 1984 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से नवाजे गए। 2006 में नोबेल पुरस्कार मिला।

– उनके माइक्रोफाइनेंस माडल को देश व दुनिया में सराहा गया। अमेरिका समेत कई देशों ने इसे अपनाया।

– 2008 में हसीना सरकार ने यूनुस के खिलाफ जांच शुरू की।

– 2011 में ग्रामीण बैंक के प्रबंध निदेशक पद से हटाए गए।

– पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मुखर विरोधी रहे हैं।

– यूनुस की ससुराल बंगाल के बर्धमान जिले में है।


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