रं कल्याण संस्था की ओर से चौंदास घाटी के जीआईसी माकम कैलाश में आयोजित दो दिवसीय रं महोत्सव और वार्षिक अधिवेशन पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हो गया है। अधिवेशन में दीलिंग दारमा सेवा समिति के अध्यक्ष करन सिंह ग्वाल, चौदास घाटी से जवाहर सिंह गर्खाल, रमेश पतियाल, डीके फकलियाल आदि लोगों ने चौंदास घाटी के कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी, सड़क, संचार का मुद्दा उठाया।

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व्यास घाटी से पूर्व चेयरमैन अशोक सिंह नबियाल ने सुरक्षा बलों की ओर से ग्रामीणों की अनुमति के बिना अतिक्रमण सहित अन्य समस्याएं रखीं। माइग्रेशन गांव रालम पातों के अध्यक्ष नीरज दरियाल ने सड़क और संचार सुविधा की समस्या शासन स्तर तक पहुंचाने की मांग की।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट

बाहरी लोगों से क्षेत्र में हो रही अशांति को लेकर नोटिफाइड एरिया को फिर से जौलजीबी करने की मांग रखी गई। संस्था के मुख्य संरक्षक और पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड नृप सिंह नपलच्याल ने बताया कि रं महोत्सव, अधिवेशन और रं भाषा दिवस आदि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज का विकास और युवाओं को अपने संस्कृति के प्रति जागरूक करना है।

वहां मंगल सिंह कुटियाल, आयोजन समिति अध्यक्ष जनक सिंह पायर, अरविंद सिंह ह्यांकी, करन थापा,लक्ष्मण ह्यांकी, राम सिंह ह्यांकी रहे।

अरविंद सिंह ह्यांकी बने रं कल्याण संस्था के अध्यक्ष
अधिवेशन में सर्वसम्मति से करण सिंह गर्ब्याल को रं कल्याण संस्था का संरक्षक, अरविंद सिंह ह्यांकी अध्यक्ष, नारायण सिंह दरियाल उपाध्यक्ष, नर सिंह नपलच्याल महासचिव, नयन सिंह कुटियाल कोषाध्यक्ष, जीवन सिंह मार्छाल संयुक्त सचिव, अर्जुन सिंह नपलच्याल सचिव, करन सिंह थापा सांस्कृतिक सचिव, रमेश सिंह पतियाल संपादक चुने गए। प्रकाश गुंज्याल और जयप्रकाश नपलच्याल ऑडिटर चुने गए। निर्णायक मंडल ने चयनित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई।


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