ठेकेदारों के बिल पास कराने के लिए 10% प्रतिशत कमीशन लेता था। शिकायतकर्ता ठेकेदार ने भी पूर्व में डीपीआरओ के बच्चों की स्कूल की फीस जमा की है।रुद्रपुर। एक लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था

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अधिकारी 10%प्रतिशत कमीशन लेता था।। इसकै अलावा उसके घर में एसी सहित कई तरह के आधुनिक उपकरण लगवाए। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को इसके सबूत उपलब्ध कराए हैं।
बृहस्पतिवार शाम को नैनीताल रोड स्थित एक मॉल से विजिलेंस हल्द्वानी की टीम ने जिला पंचायतीराज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी को एक लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। देर शाम को विजिलेंस की एक टीम ने कलक्ट्रेट परिसर स्थित उसके सरकारी आवास में तलाशी ली और वहां से 25.71 लाख रुपये की नकदी बरामद की। साथ ही टीम को वहांं से कई प्राॅपर्टी के दस्तावेज और बैंक खातों के दस्तावेज मिले। शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उसे निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए। इधर, विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत उसे न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि डीपीआरओ शिकायत करने वाले ठेकेदार से पूर्व में करीब 10 लाख रुपये से अधिक की रिश्वत ले चुका था। अपने निजी खर्चे भी उसी से वहन कराने लगा था। इसके बावजूद उसका पेट भरने का नाम नहीं ले रहा था। इधर शिकायतकर्ता ठेकेदार का 60 लाख रुपये का बिल बकाया था, जिसे पास कराने के नाम पर डीपीआरओ छह लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था। इसी के तहत बृहस्पतिवार को वह एक लाख रुपये की रिश्वत लेने मॉल परिसर में पहुंचा था। एसपी विजिलेंस प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद ही मामले में कुछ कहा जा सकेगा।

आठ माह से परेशान था शिकायतकर्ता

रुद्रपुर। विजिलेंस टीम से डीपीआरओ की शिकायत करने वाले ठेकेदार के डीपीआरओ से घनिष्ठ संबंध थे। लेकिन इधर पिछले आठ माह से डीपीआरओ ने रिश्वत ले-ले कर उसे निचोड़ लिया था। साथ ही उसका बिल भी पास नहीं हो रहा था। परेशान होकर उसने शिकायत की।
10 जुलाई को विजिलेंस से की शिकायत, पूर्व में भी दे चुका है सूचना
रुद्रपुर। डीपीआरओ के रिश्वत लेने के रवैये से शिकायतकर्ता इतना परेशान हो गया था कि उसने पूर्व में ही एक बार विजिलेंस से शिकायत की। लेकिन कुछ सोच कर उसने शिकायत वापस ले ली। जब डीपीआरओ फिर से रिश्वत मांगने का दबाव बनाने लगा तो उसने 10 जुलाई को विजिलेंस से शिकायत कर मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई।


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