प्रेमानंद जी महाराज को आजकल कौन नहीं जानता, वो अपनी मोटिवेशनल बातों से लोगों का भला करते हैं ज्ञान भरी बातें बताते हैं. प्रेमानंद जी महाराज अपने सत्संगों प्रवचनों के माध्यम से लोगों को आध्यात्मिकता का मार्ग दिखाते हैं.

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महाराज जी की भक्ति ज्ञान ने उन्हें देश-विदेश में प्रसिद्धि दिलाई है. अपने सत्संगों में वे राधा-कृष्ण के प्रेम लीलाओं का वर्णन इतनी गहराई के साथ करते हैं कि श्रोता उनकी बातों में खो जाते हैं. प्रेमानंद जी महाराज के भजन भी बहुत लोकप्रिय हैं. उनके भजन आजकल सोशल मीडिया पर भी बहुत सुने जाते हैं. प्रेमानंद जी महाराज बहुत साधारण जीवन जीते हैं. उनके आश्रम में किसी प्रकार की भौतिक सुविधाएं नहीं हैं. वे अपना समय भक्तों को ज्ञान देने राधा-कृष्ण की भक्ति करने में बिताते हैं.

प्रेमानंद महाराज के विचार बहुत गहरे सार्थक हैं. उनके विचार हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाते हैं. यदि आप भी एक सार्थक सुखी जीवन जीना चाहते हैं, तो प्रेमानंद महाराज के विचारों को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें. ऐसे में आइए इस लेख के जरिए आज हम आपको उनके कुछ अनमोल विचार बताते हैं जिनको अपनाकर हर कोई अपने जीवन को सुखद बना सकता है.

यहां जानें प्रेमानंद जी महाराज के कुछ अनमोल विचार

हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/
प्रिंट मीडिया :
शैल ग्लोबल टाइम्स/
संपादक: अवतार सिंह बिष्ट रूद्रपुर, उत्तराखंड

1. प्रेम ही जीवन का सार है. प्रेम के बिना जीवन अधूरा है.

2. भक्ति ही ईश्वर को प्राप्त करने का साधन है

3. जीवन जीने के लिए, हमें कर्म करना होगा. कर्म करते समय हमें फल की चिंता नहीं करनी चाहिए. कर्म का फल ईश्वर ही देते हैं.

4. सच्चा सुख आत्मा में है. मन को शांत रखने से ही सुख प्राप्त होता है. ईश्वर की भक्ति से ही मन शांत होता है.

5. जो दूसरों को खुश करता है, वही सच्चा इंसान है.

6. अपनी गलतियों से सीखना ही जीवन का सबसे बड़ा सबक है.

7. कभी भी हार मत मानो, क्योंकि जीत हमेशा आपके इंतजार में रहती है.

8. ईश्वर पर भरोसा रखो वह तुम्हारी हर मुश्किल को आसान कर देगा.

9. जीवन में हमेशा सकारात्मक रहो नकारात्मक विचारों को अपने दिमाग में मत आने दो.

10. सत्य मार्ग के लिए मनुष्य जीवन है. अच्छे बनों, मां बाप की सेवा करो. जरूरतमंद की सहायता करो, मनुष्य जीवन यही है.

: वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज का मानना है कि अपने जीवन में कुछ लोग ऐसे हैं जो हमेशा दुःखी रहते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं महाराज जी के अनुसार ऐसे कौन लोग हैं जो अपने जीवन में हमेशा दुःखी रहते हैं।

प्रेमानंद जी महाराज ने बताया ये लोग हमेशा रहते दुःखी
प्रेमानंद जी की लगभग 18 साल दोनों किडनियां ख़राब हैं लेकिन फिर भी वो हर दिन पूरे वृन्दावन की परिक्रमा करते हैं और राधा रानी के नाम का जाप करते हैं। उनकी दिनचर्या और जीवन से लोग प्रेरणा लेते हैं और उन्हें पूजते हैं। महाराज जी अपने प्रवचनों के माध्यम से लोगों को बताते हैं कि कैसे आप सही और गलत का भेद कर सकते हैं साथ ही भक्तों को अपने प्रवचनों के माध्यम से सत्मार्ग पर चलने की सलाह देते हैं।

प्रेमानंद जी की लोकप्रियता मात्र देश में ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोग उन्हें विदेशों में भी जानते हैं। यही वजह है उनका हर वीडियो कुछ ही समय पर इंटरनेट पर ट्रेंड करने लगता है। ऐसे में उन्होंने बताया ऐसे कौन लोग हैं जो दुःखी रहने की वजह से कभी अपने जीवन में तरक्की नहीं कर पाते हैं।

प्रेमानंद जी कहते हैं जो मनुष्य ये सोचता है कि वही सबकुछ कर रहा है और उसने ही सबकुछ किया है वो मनुष्य चाहे कुछ भी कर ले वो कभी सुखी नहीं रहता और उसकी तरक्की में भी काफी बाधा आती है।

प्रेमानंद जी कहते हैं कि मनुष्य को कभी क्रोध नहीं करना चाहिए क्रोध करने से व्यक्ति की तरक्की रुक जाती है और वो हमेशा दुःखी ही रहता है। क्रोध की संगति से दूर रहना चाहिए।

प्रेमानंद जी ने कहा कि खुद को बलवान समझने वाला व्यक्ति साथ ही जो गरीबों और लाचारों को परेशान करता है वो कभी सुखी नहीं रह पाता। आज नहीं तो कल उसकी दुर्गति निश्चित है।

जो मनुष्य अहंकार में रहता है वो प्रभु भक्ति में कभी लीन नहीं रह पाता और कभी भगवान् के समीप नहीं जा सकता, ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में दुःखी रहते हैं।

जो मनुष्य दूसरों को दुःखी करते हैं या परेशान करते हैं वो अपने जीवन में भी कभी सुखी नहीं रह सकते।


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