
जो कि 26 जून से प्रारंभ हुई हैं और 4 जुलाई तक चलेंगी. इस बीच 3 जुलाई को गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है. नवरात्रि की अष्टमी तिथि मां दुर्गा को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने का खास दिन होता है. इस अष्टमी को कुछ खास काम कर लें, जो आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं.


गुप्त नवरात्रि की अष्टमी के उपाय
देवी बगलामुखी की पूजा – गुप्त नवरात्रि की अष्टमी की रात को तांत्रिक देवी भैरवी, काली या तारा की साधना की जाती है. साथ ही इस दिन देवी बगलामुखी की पूजा-साधना की जाती है. इस गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर ‘ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिव्हा कीलय, बुद्धिं विनाश्य ह्लीं ॐ स्वाहा:.’ मंत्र का जाप करें.
हवन – अष्टमी के दिन हवन करना बहुत शुभ माना जाता है. नवरात्रि की व्रत-पूजा, साधना बिना हवन के अधूरी होती है. लिहाजा गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि को हवन जरूर करें. हवन में आहुतियां दें. हवन करने से वातावरण शुद्ध होता है और देवी-देवताओं की कृपा जल्द प्राप्त होती है.
नारियल या लौंग का जोड़ा – कोई मनोकामना है तो अष्टमी के दिन मां दुर्गा को पूजा में लौंग का जोड़ा या नारियल का जोड़ा अर्पित करें. ऐसा करने से जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी होने के योग बनेंगे.
कन्या पूजन – 2 से 9 साल की कन्याओं को देवी मां का रूप माना जाता है. लिहाजा नवरात्रि की अष्टमी या नवमी तिथि के दिन हवन के बाद कन्या पूजन जरूर करें. कन्याओं को हलवा, पूरी आदि का सम्मानपूर्वक भोजन कराएं. भोजन के बाद उन्हें उपहार दें, पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें. ऐसा करने से देवी दुर्गा अत्यंत प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है.

