दो भाइयों द्वारा शुरू की गई एक फर्जी कंपनी ने महज डेढ़ साल में पूरे देश से 2700 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। अब इस बहुचर्चित घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपने हाथ में ले ली है।

Spread the love

12 जून 2025 को ईडी ने राजस्थान, गुजरात और दिल्ली में 24 ठिकानों पर छापेमारी की, जिनमें जयपुर, सीकर, झुंझुनूं और जोधपुर शामिल रहे।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

2021 में कंपनी खोली और 2023 तक कमा लिए 2700 करोड़

नेक्सा एवरग्रीन नाम की इस कंपनी की शुरुआत अप्रैल 2021 में अहमदाबाद में हुई थी। इसके पीछे सुभाष और रणवीर बिजारणियां नामक दो भाई थे, जो सीकर के पनलावा गांव के निवासी हैं। कंपनी का दावा था कि वह धोलेरा स्मार्ट सिटी के पास प्रोजेक्ट विकसित कर रही है, जो कि केंद्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इसी नाम और ब्रांड का फायदा उठाकर इन लोगों ने लोगों से मोटे मुनाफे का लालच देकर निवेश करवाया। धोलेरा दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का हिस्सा है और इसे भारत की पहली ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी प्रोजेक्ट के नाम पर लोगों को भरोसे में लेकर नेक्सा एवरग्रीन ने प्लॉट, फ्लैट और अन्य निवेश विकल्पों के जरिए भारी रकम ऐंठी।

गांव में जमीनें तो शहरों में खरीदे रिसॉर्ट-होटल

कंपनी ने पूरे देश में एजेंटों को मोटा कमीशन देकर प्रचार करवाया। बताया जाता है कि इस दौरान करीब 1500 करोड़ रुपए का कमीशन बांटा गया। लोगों का भरोसा जीतने के लिए कंपनी ने करीब 1300 बीघा जमीन भी खरीदी और निवेशकों को उसका मालिकाना हक देने का दिखावा किया। इस बीच बिजारणियां बंधुओं ने गोवा में 25 रिसॉर्ट, जयपुर में होटल, अहमदाबाद में फ्लैट और लग्जरी गाड़ियां खरीद लीं।

पूरे देश में 70000 लोगों से पैसा ले उड़े दोनों भाई

जनवरी 2023 में अचानक कंपनी के सभी दफ्तर बंद हो गए और मालिक फरार हो गए। अब ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल से जांच कर रही है। ठगे गए पैसे को 27 छोटी कंपनियों के जरिए इधर-उधर किया गया था। फिलहाल देशभर के निवेशक न्याय की आस लगाए बैठे हैं। बताया जा रहा है पूरे देश में 70000 लोगों से पैसा लिया गया है।


Spread the love