फरीदाबाद जिले में 7 साल से अपने प्रेमी के साथ रह रही एक प्रेमिका ने अपने ही प्रेमी को घर बुलवाकर हाथ पांव तुड़वा दिए. घायल प्रेमी के शरीर में लगभग तेरह जगह फ्रैक्चर आया है.

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घायल प्रेमी का बीते 17 दिनों से फरीदाबाद के ही अस्पताल में इलाज चल रहा है.

शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता

प्रेमी शादीशुदा, प्रेमिका तलाकशुदा
घायल प्रेमी शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है. जबकि प्रेमिका तलाकशुदा है और एक बच्चे की मां है. इस मामले में जानकारी देते हुए घायल प्रेमी गुलशन बजरंगी ने बताया कि वह फरीदाबाद के सारन गांव का रहने वाला है. सारन जवाहर कॉलोनी इलाके में ही वह मोबाइल शॉप की दुकान चलाता है. वर्ष 2019 में NIT फरीदाबाद के दो नंबर इलाके की रहने वाली गुंजन से उसकी दुकान पर ही मुलाकात हुई थी. यह मुलाकात धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई.

गुंजन शादी का दबाव बना रही थी
गुलशन ने बताया कि उसकी शादी पत्नी आरती से 2015 में हुई थी इसके बाद उनके तीन बच्चे हैं. वहीं गुंजन का अपने पति से 9 साल से विवाद चल रहा था. गुंजन ने पहले पति से भी लव मैरिज की थी. गुलशन के मुताबिक सात सालों तक लगातार एक दूसरे के साथ रहे, लेकिन गुंजन अब उस पर लगातार शादी का दबाव बना रही थी, जिसके लिए वह लगातार मना कर रहा था. क्योंकि उसकी पत्नी और तीन बच्चे हैं. लेकिन गुंजन नहीं मान रही थी. इतना ही नहीं गुलशन ने गुंजन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गुंजन ने उसे कोई नशीला पदार्थ खिलाकर 18 मार्च से लेकर 23 मार्च तक अपने साथ रखा. इस दौरान बीते 22 मार्च को गुंजन ने उसे अधिक नशा कराया और वह उसे लेकर उनकी पत्नी और बच्चों तक पहुंची.

बच्चों और पत्नी को जहर देकर मारना चाहती थी गुंजन
गुंजन की प्लानिंग थी और दबाव था कि वह अपने बच्चों और पत्नी को जहर देकर या तो मार दे या फिर अपनी पत्नी को शादी के लिए मना ले. लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया, लेकिन बाद में गुलशन की पत्नी ने गुंजन और उसकी शादी की बात स्वीकार कर ली. जिसके बाद गुंजन लगातार उसे पर शादी का दबाव बना रही थी, लेकिन जब उसने ऐसा करने से मना कर दिया तब गुंजन ने उसे झगड़ा कर लिया.

उधार दिए 21 लाख रुपये मांगे
पीड़ित गुलशन बजरंगी ने बताया कि उसने गुंजन को 21.50 लाख रुपये उधार दिए थे. जब उसने पैसे वापस मांगे, तो गुंजन, उसके पिता राकेश, मां किरण, भाई अमन समेत कई अन्य लोगों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी.

धोखे से मारा
गुलशन के मुताबिक, घटना के बाद उसके भाई अमन का फोन आया, जिसमें कहा गया कि मामला घर का है और घर में ही सुलझा लिया जाए. अमन से मिलने के लिए गुलशन जब नंबर दो इलाके के शिवाला मंदिर के पास पहुंचा तो पहले से घात लगाए गुंजन, राकेश, किरण, मन्नू, हनी और चार-पांच अन्य बदमाशों ने उस पर लाठी-डंडों और चाकू से हमला कर दिया. हमलावर उसे अधमरा हालत में छोड़कर मौके से फरार हो गए.

घायल गुलशन को पहले बादशाह खान सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया. परिजन उसे फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां वह 7 दिनों तक ICU में भर्ती रहा. फिलहाल उसका इलाज अभी भी जारी है.

इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक न तो किसी आरोपी की गिरफ्तारी हुई है और न ही कोई आधिकारिक बयान सामने आया है. गुलशन का आरोप है कि पुलिस ने मामले में बेहद हल्की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है और आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.


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