
रुद्रपुर, 04 सितम्बर 2025।
भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती की पूर्व संध्या पर चंदोला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक भव्य शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. किशोर चंदोला तथा अध्यक्षता अजय विश्वकर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सागर तिवारी उपस्थित रहे।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी


इस अवसर पर उत्कृष्ट शिक्षकों को अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत रत्न डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पमाल्य अर्पित कर की गई।
डॉ. किशोर चंदोला का उद्बोधन
डॉ. चंदोला ने अपने सम्बोधन में कहा:शिक्षक समाज का वह आधार स्तम्भ हैं, जो राष्ट्र की दिशा और दशा तय करते हैं। शिक्षक केवल पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाते, बल्कि संस्कार, मूल्य और जीवन जीने की कला सिखाते हैं। वे उस कुम्हार की भाँति हैं, जो मिट्टी को आकार देकर कलश का निर्माण करता है। विद्यार्थी ही देश का भविष्य हैं और यदि उन्हें शिक्षा के साथ संस्कार भी मिलते हैं तो राष्ट्र अवश्य प्रगति की राह पर अग्रसर होता है।
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को बोझ नहीं बल्कि मनोरंजक और प्रेरणादायी बनाया जाना चाहिए। आधुनिक समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही बच्चों को आत्मनिर्भर, संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनाएगी। उन्होंने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि विद्यालय और महाविद्यालयों की कमियों को खुलकर उच्चाधिकारियों के सामने रखें ताकि शिक्षा की गुणवत्ता को और निखारा जा सके।
280 मरीजों का निःशुल्क इलाज और सांस्कृतिक कार्यक्रम

कार्यक्रम में चंदोला मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ने 280 मरीजों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार किया। इस अवसर पर नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई, जिसने उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया।
समाजसेवा और शिक्षा का अनूठा मेल?इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि शिक्षक दिवस केवल सम्मान का अवसर नहीं, बल्कि सेवा और संस्कार का उत्सव भी है। चंदोला मेडिकल कॉलेज ने न केवल शिक्षकों को सम्मानित किया बल्कि समाज की सेवा करते हुए स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से मानवता की मिसाल पेश की।
शैक्षिक अवसर 2025-26कार्यक्रम के दौरान कॉलेज प्रशासन ने यह भी जानकारी दी कि वसुन्धरा नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज और चंदोला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में सत्र 2025-26 हेतु प्रवेश खुले हैं।
पाठ्यक्रम:
- बी.एस.सी. (नर्सिंग)
- बी.ओ.टी.टी.
- बी.एम.एल.टी.
- बी.एम.आर.आई.टी.
- बी.पी.टी.
- बी.एच.एम.एस.
पता: किच्छा रोड, रुद्रपुर (उधमसिंह नगर), उत्तराखंड
चंदोला मेडिकल कॉलेज ने शिक्षक दिवस को शिक्षा, संस्कार और सेवा का अद्वितीय पर्व बना दिया। डॉ. चंदोला का उद्बोधन, शिक्षकों का सम्मान, मरीजों का निःशुल्क इलाज और विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ—इन सबने यह साबित किया कि जब शिक्षा और समाजसेवा मिलते हैं तो उसका परिणाम एक स्वस्थ, समृद्ध और संस्कारित समाज के रूप में सामने आता है।
शिक्षा, स्वास्थ्य और संगीत का अद्भुत संगम?शिक्षक दिवस के उपलक्ष में चंदोला मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम वास्तव में शिक्षा, स्वास्थ्य और संगीत का अद्भुत संगम बन गया। जहाँ एक ओर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित कर उनकी भूमिका को समाज के सामने रेखांकित किया गया, वहीं दूसरी ओर कॉलेज ने 280 मरीजों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर यह संदेश दिया कि शिक्षक दिवस केवल औपचारिकता नहीं बल्कि समाज सेवा का पर्व भी है।
कार्यक्रम की विशेषता रही रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, जिनमें विद्यार्थियों ने संगीत और नृत्य के माध्यम से गुरुजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। इन प्रस्तुतियों ने यह साबित किया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू को स्पर्श करती है।
मुख्य अतिथि डॉ. किशोर चंदोला ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक ही समाज का वास्तविक आधार हैं, जो युवा पीढ़ी को सही दिशा और दृष्टि देते हैं। शिक्षा तभी सार्थक है जब उसमें संस्कार, आनंद और समाजसेवा का समन्वय हो।
यह आयोजन इस बात का प्रतीक रहा कि यदि शिक्षा ज्ञान देती है, स्वास्थ्य जीवन को सुरक्षित करता है और संगीत आत्मा को स्पर्श करता है, तो इन तीनों का मेल ही एक संतुलित और समृद्ध समाज की नींव रखता है।

