इजराइली सेना ने इस संबंध में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है.


इससे पहले गाजा शहर के दाराज इलाके में एक स्कूल पर इजराइली एयर स्ट्राइक में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं. यह स्कूल बेघर लोगों का सहारा बना हुआ था. रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां कई परिवरा बमबारी से परेशान होकर ठहरे हुए थे.
इजराइल ने किया एयर स्ट्राइक
गाजा पर यह हमला ऐसे वक्त पर हुआ है जब इजराइल ने मई की शुरुआत से ही गाजा में अपने मिलिट्री ऑपरेशन तेज कर दिए हैं. इजराइल ने कहा कि कि उसका मकसद हमास की सैन्य और प्रशासनिक ताकत को खत्म करना और अक्टूबर 2023 में बंधक बनाए गए लोगों को वापस लाना है.
संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह
महिलाओं और बच्चों की मौत
स्वास्थ्यकर्मियों के मुताबिक, हमले में महिलाओं और बच्चों की मौत हुई है. हालांकि इजराइली सेना की ओर से इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि इजराइली सेना ने गाजा के लगभग 77 फीसद हिस्से पर कब्जा कर लिया है, या तो जमीनी सेना की मौजूदगी से या लोगों को खाली कराने के आदेश और बमबारी के जरिए.
वहीं, दूसरी तरफ गाजा भुखमरी की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि, इंटरनेशनल दबाव और भुखमरी की वॉर्निंग के बावजूद, इजराइल ने हाल ही में मानवीय सहायता पर लगी रोक में ढील दी थी. लेकिन प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने साफ कहा है कि इजराइल पूरे गाजा पर कंट्रोल रखेंगे.
गाजा में मौतों का आंकड़ा
गाजा में अब तक 53 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी तादाद में नागरिक शामिल हैं. 20 लाख की आबादी वाले गाजा के नागरिक अब विस्थापित हो चुके हैं. नेतन्याहू ने कहा है कि वह तब तक इस जंग को खत्म नहीं करने वाले हैं, जब तक हमास अपने हथियार नहीं डाल देता है.
व्हाइट हाउस ने गुरुवार को बताया कि इजरायल ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जबकि फिलिस्तीनी संगठन हमास ने अभी तक प्रस्ताव की शर्तों को स्वीकार नहीं किया है। वहीं, विटकॉफ ने बुधवार को कहा था कि अमेरिकी प्रशासन एक नया प्रस्ताव लेकर आने वाला है।
इजरायली मीडिया की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों को सूचित किया है कि उनकी सरकार ने अमेरिका द्वारा प्रस्तुत नए युद्धविराम प्रस्ताव को मान लिया है। इस प्रस्ताव के तहत 60 दिनों के लिए युद्ध विराम रखा जाएगा, और इसके बदले गाजा में बंधकों में से 10 जीवित लोगों को रिहा किया जाएगा, साथ ही 18 मृत बंधकों के शव लौटाए जाएंगे। इसके अलावा, प्रस्ताव में फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता फिर से शुरू करने का प्रावधान भी शामिल है।
हमास का प्रस्ताव पर ये है रूख
हमास के शीर्ष नेता बासेम नैम ने बताया कि उन्हें मध्यस्थों के माध्यम से स्टीव विटकॉफ का नया प्रस्ताव मिला है। नैम ने कहा कि इजरायल लगातार गाजा में भूख को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि युद्ध और अकाल को रोकने जैसी हमारी महत्वपूर्ण मांगों पर इजरायल कोई जवाब नहीं देता, लेकिन फिर भी हम इस प्रस्ताव का गंभीरता से अध्ययन करेंगे और जल्द ही अपना जवाब भेजेंगे।
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हमास पहले ही कह चुका है कि वह स्टीव विटकॉफ के उस प्रस्ताव से सहमत है, जिसमें स्थायी युद्धविराम, गाजा से पूरी तरह इजरायली सेना की वापसी, और हमास से फिलिस्तीनी राजनीतिक रूप से स्वतंत्र समिति को सत्ता सौंपने की बातें शामिल हैं।
पहले नेतन्याहू ने कर दिया था इंकार
इससे पहले इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पहले युद्ध समाप्त करने से इनकार किया था और कहा कि जब तक कि सभी बंधकों को मुक्त नहीं किया जाता और हमास का अंत नहीं हो जाता, तब तक इजराइल गाजा पर नियंत्रण बनाए रखेगा और वहां की अधिकांश आबादी को उनकी मर्जी से स्थानांतरित करने की व्यवस्था करेगा। गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 से गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। यह लड़ाई हमास के दक्षिणी इजरायल पर हमले के बाद शुरू हुई, जो अब बहुत गंभीर और विनाशकारी हो गई है। इजरायली हमलों में गाजा में 50,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

