संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

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अब वैज्ञानिकों की जांच के मुताबिक ग्रहों के 13 कैंडिडेट्स की लिस्ट तैयार की गई थी, जिसमें से वैज्ञानिकों ने कहा था कि इसके एक ग्रह पर जीवन की संभावना हो सकती है.

सूरज से इस नौंवे ग्रह की दूरी 46.5 बिलियन से 65.1 बिलियन मील है.

यह इतनी दूरी पर ही सूरज की परिक्रमा करता है.

क्योंकि यह ग्रह सूरज से इतना दूर है, इसलिए कहा जाता है कि इस पर सिर्फ बर्फ पाई जाती है. यानि यह बर्फ से ढका एक ग्रह है.

इन परिस्थितियों में ऐसे ग्रह पर जीवन की संभावना तभी हो सकती है जब छोटे-छोटे जीवाणु जो कि बहुत कठिन परिस्थितियों में भी जिंदा रह सकते हैं, उनके ही यहां पर जिंदा रहने की संभावना है.

इस नौंवे ग्रह पर तापमान -364 डिग्री फारेनहाइट से -409 डिग्री फारेनहाइट तक हो सकता है. इसका MASS 17 धरती के बराबर है.

यह प्लेनेट साइज में यूरेनस या नेप्ट्यून के बराबर है. अगर यहां पर जल पाया जाता है तो वह सतह से काफी अंदर प्लेनेट के कोर के पास ही मिल सकता है.

इस ग्रह पर अगर कोई जीव पाया जाता है तो उसे अपनी ऊर्जा के लिए कोई और स्रोत खोजने होंगे, क्योंकि यहां तक सूर्य की किरणें बहुत कम पहुंचती हैं. यह ग्रह धरती की परिक्रमा करने के लिए 25,000 साल लेता है.यह इतनी दूरी पर ही सूरज की परिक्रमा करता है.

क्योंकि यह ग्रह सूरज से इतना दूर है, इसलिए कहा जाता है कि इस पर सिर्फ बर्फ पाई जाती है. यानि यह बर्फ से ढका एक ग्रह है.

इन परिस्थितियों में ऐसे ग्रह पर जीवन की संभावना तभी हो सकती है जब छोटे-छोटे जीवाणु जो कि बहुत कठिन परिस्थितियों में भी जिंदा रह सकते हैं, उनके ही यहां पर जिंदा रहने की संभावना है.

इस नौंवे ग्रह पर तापमान -364 डिग्री फारेनहाइट से -409 डिग्री फारेनहाइट तक हो सकता है. इसका MASS 17 धरती के बराबर है.

यह प्लेनेट साइज में यूरेनस या नेप्ट्यून के बराबर है. अगर यहां पर जल पाया जाता है तो वह सतह से काफी अंदर प्लेनेट के कोर के पास ही मिल सकता है.

इस ग्रह पर अगर कोई जीव पाया जाता है तो उसे अपनी ऊर्जा के लिए कोई और स्रोत खोजने होंगे, क्योंकि यहां तक सूर्य की किरणें बहुत कम पहुंचती हैं. यह ग्रह धरती की परिक्रमा करने के लिए 25,000 साल लेता है.


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