कनाडा में प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव संपन्न हो चुके हैं। इसके साथ ही चुनाव के परिणाम भी सामने आ गए हैं। कनाडा के संघीय चुनाव में एक बार फिर से लिबरल पार्टी की जीत हुई है।

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हालांकि, पार्टी बहुमत से कुछ सीटें पीछे रह सकती है और गठबंधन की सरकार बना सकती है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी लिबरल पार्टी के उम्मीदवार व प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे के बीच हो रहा था। बता दें कि कनाडा के पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो भी लिबरल पार्टी के ही थे जिन्होंने चुनाव से पहले ही घटती लोकप्रियता के कारण इस्तीफा दे दिया था। चुनाव परिणाम के बाद एक बार फिर से मार्क कार्नी की ही पीएम बनने की पूरी संभावना है। आइए जानते हैं कि इस चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिली और इस चुनाव परिणाम का भारत पर क्या असर होने वाला है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

कनाडा चुनाव के रिजल्ट

पार्टी सीट/लीड
लिबरल (LIB) 168
कंजर्वेटिव (CON) 144
ब्लॉक क्यूबेकॉइस (BQ) 23
न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) 7
ग्रीन पार्टी (GRN) 1

आपको बता दें कि कनाडा के संघीय चुनाव में जीत या बहुमत के लिए किसी भी दल को 172 सीटें जीतनी पड़ती है।

जानें पीएम उम्मीदवारों के बारे में

मार्क कार्नी- कनाडा के प्रधानमंत्री और लिबरल पार्टी के उम्मीदवार मार्क कार्नी 60 साल के हैं। वह पूर्व इन्वेस्टमेंट बैंकर हैं जिन्होंने पूर्व में कनाडा और ब्रिटेन दोनों के केंद्रीय बैंकों के गवर्नर के रूप में काम किया है। जस्टिन ट्रूडो के पीएम पद से इस्तीफे के बाद हाल ही में मार्क कार्नी को कनाडा की पीएम बनाया गया था। राजनीति में नए होने के बावजूद कार्नी को खुद को ऐसे शख्स के रूप में पेश किया है जो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से पेश की जा रही चुनौतियों से निपट सकते हैं।

पियरे पोइलिवरे- कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पियरे पोइलिवरे एक पेशेवर राजनेता हैं। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की तरह ही कनाडा में प्रचार किया और मुख्य ध्यान कनाडा के घरेलू मुद्दों पर रखा। जस्टिन ट्रूडो को बेहद अलोकप्रिय बनाने में पियरे पोइलिवरे का सबसे ज्यादा हाथ रहा है। माना जा रहा था कि पियरे पोइलिवरे आसानी से चुनाव जीत जाएंगे लेकिन कनाडा पर डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिए गए एक्शन के बाद मार्क कार्नी ने पोइलिवरे को कड़ी टक्कर दी और बीते कुछ दिनों में लोकप्रियता में पोलीवरे से आगे निकलते हुए चुनाव को जीत लिया।

भारत पर क्या होगा असर?

लिबरल पार्टी के नेता और कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के संबंधों को कई देशों के साथ बुरी तरह से बिगाड़ दिया था। भारत के साथ तो कनाडा के संबंध ऐतिहासिक रूप से खराब दौर में चले गए थे। दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों तक को निकाल दिया था। हालांकि, मार्क कार्नी ने पीएम पद संभालते ही भारत के साथ संबंध सुधारने की बात कही थी। माना जा रहा है कि कार्नी भारत के साथ दोस्ती को फिर से आगे बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं।


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