उन्होंने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी सजा देने के आदेश दिए हैं। किम जोंग उन के निर्देश के बाद शिपयार्ड से जुड़े तीन वरिष्ठ अधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया है।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (KCNA) ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब जलावतरण समारोह के दौरान पोत क्षतिग्रस्त हो गया। इस समारोह में खुद किम जोंग उन भी मौजूद थे।
किम का गुस्सा सातवें आसमान पर
उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों में देखा गया है कि युद्धपोत एक ओर झुका हुआ है और नीले कपड़े से ढका हुआ है। इसके कुछ हिस्से पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं। यह युद्धपोत देश का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक युद्धपोत बताया गया था, जिसे परमाणु मिसाइल और अन्य आधुनिक हथियारों से लैस करने के लिए तैयार किया जा रहा था। इस घटना को “गंभीर लापरवाही” का नतीजा बताते हुए किम जोंग उन ने अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की है।
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इसके बाद चोंगजिन शिपयार्ड के मुख्य अभियंता, निर्माण कार्यशाला प्रमुख और प्रशासनिक मामलों के उप प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिपयार्ड के प्रबंधक हांग किल हो से भी पूछताछ की जा रही है।
जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
उत्तर कोरिया की केंद्रीय सैन्य समिति ने इसे “अक्षम्य आपराधिक कृत्य” बताया है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का ऐलान किया है। हालांकि, आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पोत को गंभीर क्षति नहीं पहुंची है। अधिकारियों के मुताबिक, जहाज के निचले हिस्से में कुछ मामूली खरोंचें आई हैं, और उसमें थोड़ा समुद्री पानी भर गया था।
इसे निकालने और मरम्मत का काम करने में लगभग 10 दिन का समय लगेगा। यह घटना उत्तर कोरिया के लिए कूटनीतिक और सैन्य दृष्टि से एक झटका मानी जा रही है, खासकर ऐसे समय में जब किम जोंग उन अमेरिकी सैन्य दबावों का सामना करते हुए अपनी नौसेना को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
असफल प्रक्षेपण के बाद किम को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। घटना को लेकर तानाशाह किम जोंग उन काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यह एक आपराध है। यह लापरवाही की वजह से हुआ है। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा देने की कसम खाई थी।
इससे पहले उत्तर कोरिया की सरकार ने शुक्रवार को बताया था कि उन्होंने युद्धक जहाज की असफल लॉन्चिंग के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जांच और उनकी गिरफ्तारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में रविवार को कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने चोंगजिन शिपयार्ड में मुख्य अभियंता, पतवार निर्माण कार्यशाला के प्रमुख और प्रशासनिक मामलों के उप प्रबंधक को हिरासत में लिया है। वे बुधवार के असफल प्रक्षेपण के लिए जिम्मेदार थे। पहले खबर आई थी कि शिपयार्ड प्रबंधक होंग किल हो को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
क्या है मामला?
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने बताया कि 5,000 टन वजनी नौसेना का युद्धपोत बुधवार को चोंगजिन के पूर्वोत्तर बंदरगाह पर लॉन्च समारोह के दौरान हादसे का शिकार हो गया था। दरअसल, युद्धक जहाज इसके पिछले हिस्से पर लगे ट्रांसपोर्ट क्रैडल के अलग हो जाने से क्षतिग्रस्त हो गया। सैटेलाइट तस्वीरों में जहाज पानी में एक तरफ पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है, जिसका ज्यादातर हिस्सा पानी में डूबा हुआ है और उस पर नीले रंग के कवर लगे हुए हैं।
10 दिन में रिपेयर हो सकता है युद्धक जहाज
शुक्रवार को उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने बताया कि हादसे में जहाज को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है और यह 10 दिनों में रिपेयर हो सकता है। जहाज के एक तरफ थोड़ी खरोंच आई है और जहाज के कई सेक्शन में समुद्र का पानी भर गया है। हालांकि अभी पूरे नुकसान की जानकारी नहीं दी गई है। उत्तर कोरिया से बहुत ज्यादा जानकारी बाहर नहीं जा पाती। खासकर सैन्य संबंधी मामलों को भी काफी गुप्त रखा जाता है। उत्तर कोरिया अपनी नौसैन्य ताकत को बढ़ाना चाहता है और यह युद्धक जहाज की असफल लॉन्चिंग भी उसी योजना का हिस्सा थी।

