सूरजमल विश्वविद्यालय में भविष्य ज्योति कार्यक्रम : जिलाधिकारी ने मेधावियों को किया सम्मानित, कहा – आत्मविश्वास और अनुशासन ही सफलता की कुंजी रिपोर्ट – अवतार सिंह बिष्ट, किच्छा | शैल ग्लोबल टाइम्स / हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स

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किच्छा। सूरजमल विश्वविद्यालय के भव्य प्रांगण में रविवार को शिक्षा और सम्मान का एक प्रेरणादायक संगम देखने को मिला। सूरजमल विश्वविद्यालय एवं अमर उजाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘भविष्य ज्योति कार्यक्रम’ में जिले के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया रहे, जिन्होंने माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

मेहनत का मिला सम्मान

कार्यक्रम में उन विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने वर्ष भर कड़ी मेहनत कर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी भदौरिया ने इन होनहार छात्रों को प्रशस्ति पत्र और पदक पहनाकर सम्मानित किया। साथ ही, विद्यार्थियों को सफलता की ओर प्रेरित करने वाले शिक्षकों को भी स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाया गया।

बड़े सपनों और दृढ़ संकल्प की सीख

अपने प्रेरक संबोधन में जिलाधिकारी ने कहा, “हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास करने के बाद विद्यार्थी अब उस मोड़ पर हैं जहां असली प्रतिस्पर्धा शुरू होती है। यहाँ से आगे का सफर कठिन होगा, लेकिन अगर सपने बड़े हैं और मेहनत ईमानदार है तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।”

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार प्रतिभाशाली विद्यार्थी भी सिर्फ इसलिए पीछे रह जाते हैं क्योंकि वे मेहनत में कमी कर देते हैं या कोई बड़ा लक्ष्य तय नहीं कर पाते। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में एक स्पष्ट और ऊँचा लक्ष्य निर्धारित करें और उसे पाने के लिए पूरी निष्ठा से प्रयास करें।

काउंसलिंग और आत्मबल पर ज़ोर

जिलाधिकारी ने कहा कि छात्रों के जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियाँ आती हैं जो उन्हें मानसिक रूप से विचलित करती हैं। ऐसे में जरूरी है कि विद्यार्थी डटे रहें और अपने लक्ष्य से ना भटकें। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से भी अनुरोध किया कि वे बच्चों को समय-समय पर मार्गदर्शन और काउंसलिंग दें ताकि वे सही दिशा में बढ़ सकें।

शैक्षणिक संस्थानों की कार्यशैली को समझें विद्यार्थी

श्री भदौरिया ने विद्यार्थियों को अपने शैक्षणिक संस्थानों की कार्यप्रणाली को समझने और उसी अनुरूप अपने प्रयासों को ढालने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “जिस व्यक्ति का आत्मविश्वास अडिग होता है, वह किसी भी मंज़िल को पा सकता है। अनुशासन, आत्मबल और रणनीति – यही जीवन की सबसे बड़ी पूँजी हैं।”

व्यक्तिगत अनुभवों से विद्यार्थियों को किया प्रेरित

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने अपने छात्र जीवन के अनुभव भी साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे छोटे शहर से आने के बावजूद उन्होंने बड़े सपने देखे और कठिन परिश्रम से उन्हें साकार किया। उनकी बातों ने उपस्थित छात्रों को न सिर्फ उत्साहित किया, बल्कि एक दृढ़ विश्वास भी दिया कि सपनों की कोई सीमा नहीं होती।

विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, मुख्य शिक्षा अधिकारी के. एस. रावत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. के. के. अग्रवाल, उपजिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मंच पर उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।

शानदार आयोजन, सुनहरे भविष्य की ओर कदम

‘भविष्य ज्योति’ कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों के लिए एक सम्मान का अवसर था, बल्कि यह उन्हें आगे की चुनौतियों के लिए तैयार करने का एक प्रेरणादायक मंच भी साबित हुआ। सूरजमल विश्वविद्यालय एवं अमर उजाला के इस संयुक्त प्रयास की सराहना चारों ओर हो रही है।

कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने इस आयोजन को प्रेरणा से परिपूर्ण बताते हुए भविष्य में ऐसे आयोजनों की निरंतरता की कामना की।



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