
शान्ति बिहार रुद्रपुर,समाज की प्रगति का पैमाना केवल उसकी आर्थिक समृद्धि से नहीं आँका जा सकता, बल्कि इस बात से भी कि वह अपने बुजुर्गों और वरिष्ठ नागरिकों की कितनी इज़्ज़त करता है और उनके स्वास्थ्य तथा गरिमा की कितनी चिंता करता है। इसी सोच को साकार करने के लिए रुद्रपुर जिला मुख्यालय में पेंशनर्स सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसायटी उत्तराखंड के तत्वावधान में, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।


।✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

यह पहल केवल एक स्वास्थ्य शिविर नहीं बल्कि बुजुर्गों के प्रति सामाजिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी का प्रतीक है। बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य समस्याएँ स्वाभाविक हैं—चाहे वह हड्डियों का दर्द हो, मधुमेह, आँखों की कमजोरी, या फिर मानसिक तनाव। ऐसे समय में वरिष्ठजन अपने परिवार और समाज से सहयोग की अपेक्षा करते हैं। इस शिविर में सर्जन, फिजिशियन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्सक, दंत और आयुष चिकित्सा से जुड़े विशेषज्ञों की मौजूदगी ने इसे बहुआयामी बना दिया। निःशुल्क औषधि वितरण, ब्लड शुगर जांच और टी.बी. स्क्रीनिंग जैसी सेवाएँ न केवल समय की आवश्यकता हैं बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास भी हैं।
विशेष उल्लेखनीय पहल इस शिविर की यह रही कि इसे केवल स्वास्थ्य तक सीमित नहीं रखा गया बल्कि नेत्र दान और अंग दान जैसे सामाजिक दायित्वों को भी इसमें जोड़ा गया। नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत संकल्प पत्र भरवाना और लोगों को अंगदान की महत्ता समझाना समाज में नई चेतना का संचार करता है। वरिष्ठ नागरिक जब स्वयं इस दिशा में कदम बढ़ाते हैं तो नई पीढ़ी के लिए यह एक प्रेरणास्रोत बन जाता है।
रुद्रपुर में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर ने यह संदेश दिया कि जब समाज, प्रशासन और संगठन मिलकर कार्य करते हैं तो जनहित की योजनाएँ अधिक प्रभावी और सार्थक बनती हैं। इस शिविर के सफल आयोजन में पेंशनर्स सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी उत्तराखंड, पर्वतीय समाज समिति रुद्रपुर, स्वास्थ्य विभाग ऊधम सिंह नगर और सी.आर. मित्तल नेत्रदान केंद्र का संयुक्त योगदान अत्यंत सराहनीय रहा।
पेंशनर्स सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी उत्तराखंड ने वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को केंद्र में रखकर इस शिविर की रूपरेखा तैयार की। संस्था का प्रयास रहा कि बुजुर्गों को न केवल विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधा मिले बल्कि उन्हें सम्मान और आत्मविश्वास भी मिले।
पर्वतीय समाज समिति रुद्रपुर ने इस आयोजन में सामाजिक सहयोग और जनभागीदारी सुनिश्चित की। समिति ने स्थानीय स्तर पर शिविर को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सके।
स्वास्थ्य विभाग ऊधम सिंह नगर ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम, स्वास्थ्य उपकरण, ब्लड शुगर और टीबी जांच जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराकर इस शिविर को तकनीकी और चिकित्सा दृष्टि से सशक्त बनाया। विभाग की सक्रियता ने शिविर को सरकारी और सामाजिक सहयोग का बेहतरीन उदाहरण बनाया।
सी.आर. मित्तल नेत्रदान केंद्र रुद्रपुर ने शिविर में नेत्र जांच और नेत्रदान जागरूकता पर विशेष बल दिया। नेत्रदान संकल्प पत्र भरवाने और अंगदान से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने का यह प्रयास समाज को नई दिशा देने वाला है।
इस शिविर की सफलता में प्रमुख भूमिका मैं रहे डॉ. एल. एम. उप्रेती, पी. सी. शर्मा, तथा डॉ. नीरजा पंत -मनीष रावत, गिरीश चंद्र जोशी, नवनीत पांडे, महेश जोशी, अनुराधा जिन्होंने अपनी करुणामयी सेवा से वरिष्ठ नागरिकों को मूल्यवान चिकित्सा परामर्श एवं उपचार उपलब्ध कराया।
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अक्सर बुजुर्ग उपेक्षा और अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में पेंशनर्स सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसायटी उत्तराखंड और पर्वतीय समाज समिति जैसे संगठन आगे आकर न केवल उन्हें स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं बल्कि उनके आत्मसम्मान को भी संबल देते हैं। सरकारी और सामाजिक संगठनों का यह समन्वय अनुकरणीय है।
इस शिविर से यह संदेश भी मिलता है कि अगर हम अपने वरिष्ठ नागरिकों की सेवा और देखभाल को एक आंदोलन का रूप दें, तो न केवल उनकी ज़िंदगी आसान होगी बल्कि समाज में परस्पर संवेदनशीलता और सहयोग की संस्कृति भी मजबूत होगी।रुद्रपुर में आयोजित यह स्वास्थ्य शिविर एक सामाजिक अनुकरणीय उदाहरण है। अब ज़रूरत है कि ऐसे शिविर केवल अवसर विशेष तक सीमित न रहें, बल्कि नियमित और स्थायी व्यवस्था का हिस्सा बनें। जब समाज और सरकार मिलकर अपने बुजुर्गों को स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मान देंगे तभी “जय हिन्द” का नारा सही मायने में सार्थक होगा।

