गाजा में हो रही तबाही को लेकर अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध विराम की दिशा में सक्रिय हो गया है.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक इजराइल के हमलों में 55 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मुसलमान मारे जा चुके हैं. यह आंकड़ा बताता है कि इजराइल ने हर एक यहूदी की मौत के बदले करीब 45 फिलिस्तीनी नागरिकों की जान ले ली है. इस गणित ने इजराइल की सैन्य नीति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, लेकिन इजराइल इसे आत्मरक्षा का अधिकार और हमास का खात्मा कहकर सही ठहराता रहा है.
अंतिम मोड़ पर पहुंची लड़ाई
अब लड़ाई अपने अंतिम मोड़ पर पहुंचती दिख रही है. इजराइल ने हाल ही में हमास के ठिकानों पर अंतिम दौर के एयरस्ट्राइक किए हैं. वहीं दूसरी ओर, हमास की जवाबी ताकत बेहद कमज़ोर होती जा रही है. कई गुप्त सुरंगें नष्ट कर दी गई हैं और हमास के कई बड़े कमांडर मारे जा चुके हैं. इससे ये संकेत मिल रहे हैं कि इजराइल अब इस संघर्ष को खत्म करने की तरफ बढ़ रहा है.
अमेरिका भी मध्यस्थता की कोशिश में
मौजूदा स्थिति में अमेरिका ने मध्यस्थता की भूमिका निभानी शुरू कर दी है. अमेरिकी प्रयासों से ईरान और इजराइल के बीच भी बैकचैनल बातचीत की खबरें सामने आ रही हैं. अमेरिका इस बात को लेकर चिंतित है कि अगर यह संघर्ष और लंबा चला तो पश्चिम एशिया में अस्थिरता और बढ़ सकती है. खासकर लेबनान, सीरिया और यमन जैसे देशों में ईरान समर्थित गुट सक्रिय हो सकते हैं, जिससे क्षेत्रीय युद्ध की स्थिति बन सकती है.
अब संयुक्त राष्ट्र, इजिप्ट और कतर जैसे देशों की मदद से एक युद्धविराम योजना पर काम चल रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जल्द ही हमास और इजराइल के बीच एक स्थायी संघर्षविराम पर सहमति बनने की उम्मीद है. हालांकि इजराइल की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि जब तक बंधक बनाए गए यहूदी नागरिकों की रिहाई नहीं होती, वह पूरी तरह युद्ध विराम को मंजूरी नहीं देगा.

