खटीमा में मिसाइल अटैक पर आधारित मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न, आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों का किया गया परीक्षण

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खटीमा, 23 मई 2025 जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के निर्देश पर शुक्रवार को खटीमा तहसील क्षेत्र में लोहिया हेड के पास ‘मिसाइल अटैक’ विषयक एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास आपदा प्रबंधन की तैयारियों की जांच और समन्वय के लिए किया गया, जिसमें तहसील स्तरीय आईआरटी (इंसिडेंट रिस्पॉन्स टीम) तथा विभिन्न विभागों की टीमें शामिल हुईं।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

घटना की काल्पनिक जानकारी और त्वरित कार्रवाई:

सुबह 11:20 बजे पुलिस DCR ने जिला आपदा नियंत्रण कक्ष को वायरलेस सेट के माध्यम से सूचना दी कि लोहिया हेड गेस्ट हाउस, पावर हाउस की आवासीय कॉलोनी, एलपी गैस लाइन व हेलीपैड पर मिसाइल हमला हुआ है, जिससे आंशिक क्षति हुई है। साथ ही नगला तराई स्थित शहीद स्मारक गेट के समीप फॉरेस्ट क्षेत्र में आग लगने की सूचना भी दी गई।

आपातकालीन टीमें सक्रिय:

तत्काल जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम खटीमा, मुख्य चिकित्साधिकारी, अग्निशमन अधिकारी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, विद्युत, जल संस्थान, पशुपालन, लोक निर्माण आदि विभागों को सूचना दी गई।

स्टेजिंग एरिया लोहिया फुटबॉल ग्राउंड में बनाया गया, जहां से राहत व बचाव कार्यों का संचालन किया गया।

रेस्क्यू और राहत कार्य:

  • एसडीआरएफ ने गेस्ट हाउस से 10 घायलों को रेस्क्यू किया।
  • एनडीआरएफ ने आवासीय कॉलोनी में एलपी लाइन क्षतिग्रस्त होने से फंसे 6 लोगों को निकाला।
  • हेलीपैड के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने के कारण गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को एयरलिफ्ट कर AIIMS भेजा गया।
  • वन विभाग की 20 सदस्यीय टीम ने फॉरेस्ट एरिया में लगी आग पर नियंत्रण पाया।

मौके पर तैनात टीमें:

  • NDRF: 10 सदस्य
  • SDRF: 10 सदस्य
  • चिकित्सा विभाग: 4 सदस्य व 3 एंबुलेंस
  • अग्निशमन: 15 सदस्य
  • सिंचाई विभाग: 5 सदस्य
  • लोक निर्माण विभाग: 4 सदस्य व 2 JCB
  • पुलिस: 36 सदस्य
  • वन विभाग: 20 सदस्य
  • नगर निकाय टीम भी सक्रिय रही।

प्रशासनिक उपस्थिति और निर्देश:

मौके पर पुलिस अधीक्षक उत्तम सिंह नेगी, एसडीएम खटीमा रविंद्र सिंह बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी, SDRF टीम प्रभारी बालम सिंह बजेली, तहसीलदार वीरेंद्र सजवाण, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ए.एस. नेगी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

इंसिडेंट कमांडर पंकज कुमार उपाध्याय ने स्टेजिंग एरिया में सभी टीमों को ब्रीफिंग दी। अपर जिलाधिकारी (नज़ुल प्रशासन) द्वारा सभी टीमों से उपकरणों की समय-समय पर जांच और 15 दिन में एक बार वर्चुअल रिफ्रेश मीटिंग आयोजित करने के निर्देश दिए गए।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अवलोकन:

जिले स्तर पर इस मॉक ड्रिल की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई, जिसमें अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) अशोक कुमार जोशी, आपदा प्रभारी अधिकारी गौरव पांडे, मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजीव शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आशुतोष जोशी, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता भुवन भास्कर पांडे, विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता उमाकांत चतुर्वेदी सहित IRS प्रणाली से जुड़े कई अधिकारी उपस्थित रहे।

समापन:

यह मॉक ड्रिल दोपहर 12:15 बजे तक चला। अधिकारियों ने इसे सफल और प्रभावी बताया, जिससे आपदा प्रबंधन की जमीनी तैयारियों और समन्वय क्षमताओं की स्पष्ट झलक मिली।



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